पटना: बिहार में पिछले कई दिनों से मानसून सक्रिय है और लगातार कई इलाकों में बारिश हो रही है. जिस वजह से न केवल नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है, बल्कि कई ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात भी बन गए हैं. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंडक, बागमती, कोसी, कमला बलान जैसी नदियों में उफान है. गंडक, बागमती और महानंदा कई स्थान पर खतरे के निशान से ऊपर है.
नदियों का जलस्तर बढ़ा: गंडक नदी का जलस्तर गोपालगंज के डुमरिया घाट में 100 सेंटीमीटर ऊपर है. वही गंडक नदी खड्डा में खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. बागमती नदी सीतामढ़ी के ढेंगेब्रिज में खतरे के निशान से 22 सेंटीमीटर ऊपर है. हालांकि इसमें कमी होने की संभावना है. वहीं, बागमती नदी मुजफ्फरपुर जिले के रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से 30 सेमी ऊपर है, इसमें वृद्धि होने का ट्रेंड है.
खतरे के निशान से नीचे जलस्तर: महानंदा नदी किशनगंज में खतरे के निशान से नीचे है, जबकि पूर्णिया जिले के ढेंगरा घाट में 74 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. इसमें लगातार वृद्धि हो रही है. परमान नदी अरिया में 16 सेंटीमीटर ऊपर है. कोसी नदी खगड़िया जिले के बलतारा में 12 सेंटीमीटर नीचे बह रही है, लेकिन इसके जलस्तर में आज 80 सेंटीमीटर के करीब वृद्धि होने की संभावना है. वहीं सुपौल जिले के बसुआ में कोसी नदी का जलस्तर 50 सेमी खतरे के निशान से नीचे है. इसमें भी वृद्धि होने की संभावना है.
लगातार बारिश दर्ज: पिछले 24 घंटे के दौरान बिहार में 50 मिली मीटर से ऊपर कई स्थानों पर बारिश रिकॉर्ड की गई है. हाथीदह में 81 मिली मीटर, गलगलिया में 54 मिली मीटर, बगहा में 80 मिलीमीटर, हाजीपुर में 77 मिली मीटर और सिकटी में 112 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है.
कई इलाकों में घुसा पानी: बिहार में पिछले कई दिनों से मानसून सक्रिय है और लगातार कई इलाकों में बारिश हो रही है . नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र में भी भारी बारिश हुई है और इन सब का असर नदियों के जल स्तर पर पड़ा है. गंडक और कोसी नदी पर बने बराज के कई फाटक को भी खोल दिया गया है. जिसके कारण कई इलाकों में बाढ़ का पानी भी प्रवेश कर गया है और लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है.
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