नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की नई दिल्ली रेंज (काउंटर इंटेलीजेंस यूनिट) आतंकी मामलों से निपटने का काम करती है. आने वाले समय में इस यूनिट को और खास बनाने की तैयारी की जा रही है. इसको लेकर दिल्ली पुलिस इस यूनिट में बड़ा बदलाव कर सकती है और आने वाले समय में इस यूनिट को मुंबई, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों की आतंकवादी विरोधी दस्ते (एटीएस) के रूप में यानी दिल्ली एटीएस के नाम से जाना जा सकेगा.
गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली में आतंकवाद से निपटने के लिए 1980 में स्पेशल सेल का गठन किया गया था. इस यूनिट ने ही साल 2001 में संसद पर हुए हमले के मामले को 36 घंटों के भीतर सुलझा लिया था. इतना ही नहीं इसने इंडियन मुजाहिदीन मॉड्यूल का भी सफाया किया है, जो दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में सिलसिलेवार विस्फोटों के पीछे संलिप्त रहा. ऐसे में अब इस यूनिट को और खास बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है.
6 इंस्पेक्टरों का ट्रांसफरः दिल्ली पुलिस के सूत्रों का मानना है कि इस यूनिट के आकार को और भी छोटा किया जा सकता है, लेकिन उसको बेहद खास बनाने का काम किया जाएगा. हाल में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की नई दिल्ली रेंज में आने वाले समय में किए जाने वाले बड़े बदलावों के मद्देनजर ही 6 इंस्पेक्टरों का ट्रांसफर किया गया. इन सबको अब नॉन ऑपरेशनल यूनिट्स में तैनात किया गया है. इसकी बड़ी वजह यह माना जा रहा है कि आने वाले कुछ महीनों में काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट को एक एलिट यूनिट में तब्दील किया जा सकता है. इंस्पेक्टर लेवल के इन अधिकारियों के ट्रांसफर को इस बड़े बदलाव के कदम के रूप में ही माना जा रहा है. अब तक करीब 27 से ज्यादा इंस्पेक्टरों और सब-इंस्पेक्टरों का ट्रांसफर किया जा चुका है.
काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट के मुखिया स्पेशल कमिश्नर रैंक के अधिकारीः सूत्र बताते हैं कि इन इंस्पेक्टर्स का ट्रांसफर ऐसे समय में किया गया है जब खासतौर पर आतंकी मामलों से निपटने वाले एसीपी अगले माह रिटायर होने जा रहे हैं. बताया जाता है कि काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट के मुखिया स्पेशल कमिश्नर रैंक के अधिकारी होते हैं, जो 3 महीने बाद रिटायर हो जाएंगे. इसके बाद यूनिट में केवल मौजूदा एडिशनल कमिश्नर रह जाएंगे, जिनको जल्द दिल्ली से बाहर ट्रांसफर किया जा सकता है. इस लिहाज से स्पेशल सेल के 6 इंस्पेक्टर्स के ट्रांसफर को भी इस यूनिट को अलग स्वरूप देने के लिए इधर-उधर किए जाने के रूप में देखा जा रहा है.
स्पेशल सेल का जिम्मा डीसीपी मनीषी चंद्रा और डीसीपी प्रतीक्षा गोदारा के पासः मौजूदा समय में स्पेशल सेल का जिम्मा डीसीपी मनीषी चंद्रा और डीसीपी प्रतीक्षा गोदारा संभाल रही हैं. डीसीपी मनीषी चंद्रा, पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा के सचिव भी हैं. वहीं, प्रतीक्षा गोदारा ने कुछ वक्त पहले ही हरियाणा पुलिस से दिल्ली पुलिस में वापसी की है. स्पेशल सेल, काउंटर-इंटेलिजेंस यूनिट (Counter-Intelligence Unit) का जिम्मा ये अफसर संभाल रहे हैं.
उन्होंने एजीएमयूटी से हरियाणा कैडर में ट्रांसफर लिया था और उसकी वापसी के बाद उनको आतंकवाद विरोधी इकाई का डीसीपी नियुक्त किया गया था. उम्मीद है कि प्रतीक्षा गोदारा जनवरी 2025 तक एडिशनल सीपी के रूप में प्रमोट की जा सकती है. चंद्रा और गोदारा की सहमति से हाल ही में जारी किये गए ट्रांसफर ऑर्डर में इंस्पेक्टर राजीव श्रीवास्तव, शिव राज रावत, अरविंद सिंह, संजीव कुमार, राकेश सिंह राणा और विनोद कुमार प्रमुख रूप से शामिल हैं.
दो साल पहले यूनिट से बाहर ट्रांसफर कई इंस्पेक्टरों की हुई वापसीः अधिकारियों का कहना है कि काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) के एसीपी राहुल विक्रम और उनके इंस्पेक्टरों को अगले महीने के बाद नई दिल्ली रेंज में रखा जाएगा. विक्रम को लोधी कॉलोनी में तैयार किए जा रहे एनडीआर कार्यालय का दौरा शुरू करने के लिए कहा गया है. उम्मीद है कि मनीषी चंद्रा उन कई इंस्पेक्टरों को भी वापस लाएंगे, जिनका करीब दो साल पहले यूनिट से बाहर ट्रांसफर किया गया था.
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सूत्र बताते हैं कि उस लिस्ट में से कई अफसरों को एसएचओ बना दिया गया और वो सेल में दोबारा आने पर विचार कर रहे हैं. यह कवायद अगले जुलाई में पुलिस कमिश्नर अरोड़ा के रिटायरमेंट से पहले पूरी कर ली जाएगी. उधर, दिल्ली पुलिस के सीनियर अफसर मानते हैं कि इंस्पेक्टर्स के ट्रांसफर रूटीन थे. उनकी रिप्लेस्मेंट जल्द पूरी कर ली जाएगी. यूनिट हाल में ड्रग्स (नशीली दवाओं) से संबंधित कई मामलों को संभाल रही है और इसके लिए ज्यादा से ज्यादा मैनपावर की जरूरत है.
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