भोपाल: गाड़ी संख्या 12107 लोकमान्य तिलक-सीतापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में यात्रा कर रही एक महिला ने ट्रेन में बच्चे को जन्म दिया है. महिला को प्रसव पीड़ा की सूचना मिलते ही रेलवे ने तुरंत मदद के लिए स्टाफ पहुंचाया, जिसके बाद मेडिकल टीम ने गर्भनाल काटकर बच्चे को उससे अलग किया. वहीं भोपाल स्टेशन पर महिला को रेलवे स्टाफ ने रिसीव किया और अस्पताल पहुंचाया.
ट्रेन में ही दिया बच्चे को जन्म
भोपाल रेल मंडल के सीनियर डीसीएम सौरभ कटारिया ने बताया, "गाड़ी संख्या 12107 लोकमान्य तिलक-सीतापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में धनीराम और उनकी गर्भवती पत्नी पूजा देवी के साथ यात्रा कर रहे थे. उन्हें कानपुर पहुंचना था लेकिन इससे पहले ही स्लीपर कोच नंबर 6 में यात्रा कर रही पूजा देवी को भुसावल और भोपाल के बीच, तड़के 3.30 पर प्रसव पीड़ा हुई. इसी दौरान टिकट चेकिंग स्टाफ ने भोपाल मंडल के वाणिज्य नियंत्रण कक्ष को सूचना दी कि महिला ने बच्चे को जन्म दिया है, लेकिन गर्भनाल अभी तक नहीं कटी है. इसकी सूचना मिलते ही उप स्टेशन प्रबंधक (वाणिज्य) जावेद अंसारी को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए. रेलवे अस्पताल भोपाल से डॉ. आशा चमनिया के नेतृत्व में मेडिकल टीम को बुलाया गया."
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जननी एक्सप्रेस का इंतजार करती रही गर्भवती ,सड़क पर ही दिया नवजात को जन्म
हमीदिया अस्पताल में कराया भर्ती
सौरभ कटारिया ने बताया कि "ट्रेन भोपाल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर सुबह 5.58 बजे पहुंची, जहां रेलवे स्टाफ और मेडिकल टीम पहले से ही तैयार थी. मेडिकल टीम ने कोच में जाकर महिला और नवजात को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की. इसके बाद उन्हें व्हीलचेयर और स्ट्रेचर की मदद से उतारा गया और बेहतर चिकित्सा देखभाल के लिए हमीदिया अस्पताल भेजा गया." हमीदिया अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि प्रसूता और नवजात की सेहत अब अच्छी है. उनको अभी ऑब्जर्वेशन में रखा गया है.