भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के अशोका गार्डन में पुलिस ने एक घर में छापा मारा. पूरे घर की तलाशी लेने के दौरान एक पलंग में छिपाई गई बड़ी संख्या में नोटों की गड्डियां बरामद की गई हैं. इस करेंसी में अधिकांश गड्डियां नए नोटों की हैं. साथ ही कुछ गड्डियां कटे-फटे नोटों की हैं. पुलिस के अनुसार कुल 32 लाख की नगदी जब्त की गई है. नोटों की गड्डियां बरामद होते ही पुलिस ने आयकर विभाग को सूचना दी.
हवाला कारोबार से जुड़े होने का शक
मुखबिर की सूचना पर भोपाल पुलिस ने अशोका गार्डन के एक मकान में गुरुवार देर रात दबिश दी. पुलिस ने इस दौरान बेड के अंदर छिपाई गई करेंसी जब्त की. शुरुआती जांच में सामने आया है कि जिसके यहां ये नगदी जब्त की गई, वह युवक मनी एक्सचेंज का काम लंबे समय कर रहा है. हालांकि इस बारे में युवक कोई भी दस्तावेज पेश नहीं कर सका. वहीं, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम इस मामले को हवाला कारोबार से जोड़कर देख रही है.
युवक ने खुद को मनी एक्सचेंज के कारोबार से जुड़ा बताया
भोपाल पुलिस की डीसीपी प्रियंका शुक्ला ने बताया "अशोक नगर में कैलाश खत्री (38) के मकान में छापा मारा गया. पुलिस को सूचना मिली थी कि इस युवक के घर में अवैध रूप से जमा की गई बड़ी मात्रा में राशि है. वैसे भी पुलिस आचार संहिता के कारण बहुत अलर्ट है. कैलाश खत्री के आवास से पुलिस ने करीब 31 लाख रुपये की गड्डियां बरामद की हैं. इन गड्डियों में कटे-फटे और पुराने व नए नोट हैं. कैलाश ने पुलिस को बताया कि वह 2006 से मनी एक्सचेंज का काम कर रहा है. उसकी जहांगीराबाद में दुकान भी है."
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कोई कानूनी दस्तावेज पेश नहीं कर सका
पुलिस ने जब कैलाश खत्री से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह कटे-फटे नोट एक्सचेंज करने का काम लंबे समय से करता आ रहा है. फटे नोट बदलने के लिए वह एक लाख रुपए के बदले 75 हजार रुपए वापस करता है. वहीं, ये बात भी सामने आ रही है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने करीब 9 साल पहले कैलाश को फटे-पुराने नोट लेकर पंजाब नेशनल बैंक में जमा करने के लिए अधिकृत किया था. वहीं, कैलाश का कहना है कि बैंक ने जब रुपये लेना बंद कर दिए तो वह इन्हें अपने स्तर पर मैनेज करने लगा. हालांकि कैलाश इस बारे में कोई कानूनी दस्तावेज नहीं दिखा सका.