भोपाल। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मध्यप्रदेश आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मांग की है कि प्रदेश में मोदी गारंटी को पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश को 1 लाख करोड़ रुपए का राहत पैकेज दिया जाए. सरकार ने मोदी की गारंटी के नाम पर जो वादे किए थे, वह प्रदेश के मौजूदा बजट और आर्थिक संसाधन में पूरा करना संभव नहीं हैं. क्योंकि प्रदेश पर 4 लाख करोड़ का कर्ज हो चुका है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को भी पत्र लिखकर कानून व्यवस्था के मामले में निशाने पर लिया है.
चुनाव के पहले जारी करें राहत पैकेज
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि ''पिछले विधानसभा चुनाव में मोदी गारंटी के नाम पर प्रदेश में लाड़ली बहना को 3000 रुपए हर माह, 450 रुपए में गैस सिलेंडर, 2700 रुपए में समर्थन मूल्य पर गेहूं और 3100 रुपए समर्थन मूल्य पर धान खरीदने का वादा किया था, लेकिन प्रदेश में कर्ज बढ़कर 4 लाख करोड़ हो गया है. इसे चुकाने के लिए सरकार को हर साल 40 हजार करोड का ब्याज देना पड़ रहा है. ऐसे में मोदी गारंटी को पूरा करने के लिए केन्द्र सरकार 1 लाख करोड़ का पैकेज देने की लोकसभा चुनाव के पहले ऐलान करे.'' जीतू पटवारी ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की प्रबुद्धजनों से चर्चा को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे प्रबुद्ध जनों को यह भी बताएं कि 2014 में जो मोदी गारंटी दी गई थी वह पूरी नहीं हुई है. अब यदि फिर झूठ बोलकर वोट लेने आए हों, तो उन्हें नमस्कार, प्रदेश की जनता अब यह समझने लगी है.''
मुख्यमंत्री मोहन यादव को लिखा पत्र
उधर प्रदेश में कानून व्यवस्था के मुद्दे को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने मोहन सरकार को घेरा है. जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि ''प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर पिछले 30 सालों में सबसे भयाभय स्थिति है. मुख्यमंत्री इसको ध्यान में रखकर 100 दिन की कार्ययोजना बनाएं. हम सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं. अमित शाह भी प्रदेश में हैं, अपराध के आंकड़े वे ही जारी करते हैं.''
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शिवराज के करीबी अधिकारियों को हटा रही सरकार
जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि ''प्रदेश में जितने भी ट्रांसफर हो रहे हैं, वह भी करप्शन की भेंट चढ़ रहे हैं. शिवराज सिंह चौहान की सरकार थी, तब भी बीजेपी की सरकार थी और अब मोहन यादव की सरकार हैं, तब भी बीजेपी की ही सरकार है. फिर आखिर इतनी बड़ी तादात में हर रोज तबादलों की क्यों जरूरत पड़ रही है.'' उन्होंने आरोप लगाया कि ''चुन-चुनकर शिवराज सिंह के करीबी और महत्वपूर्ण पदों पर बैठे अधिकारियों को बदला जा रहा है. इससे पता चल रहा है कि बीजेपी में कितना अंतद्वंद चल रहा है, इससे जनता निराशा है.''