भोपाल: क्लीन और ग्रीन मध्य प्रदेश बनाने अब कॉलेज में हर छात्र को सफाई के लिए 100 घंटे दिए जाने की कसम दिलाई जाएगी. खास बात ये है कि सफाई अभियान में सौ घंटे सफाई का बीड़ा उठा सके ये नौजवान, इसलिए 100 लोगों को सफाई की शपथ दिलाएंगे. उच्च शिक्षा विभाग ने इस स्वच्छता ड्राइव को जिस तरह से प्लान किया है. वह सलमान खान की फिल्म जय हो से प्रेरित दिखाई देती है.
छात्रों को टारगेट घर-कॉलेज-कैम्पस की करो सफाई
मध्य प्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग का स्वच्छता पखवाड़ा वैसे तो 14 सितम्बर से ही शुरु हो जाएगा, लेकिन 17 सितंबर से ये ड्राइव कॉलेजों में शुरु होगी. इसी दिन प्रदेश भर के कॉलेजों के छात्रों को ये शपथ दिलाई जाएगी कि वे इस पूरे साल में 100 घंटे स्वच्छता को देंगे. इतना ही नहीं सौ घंटे खुद साफ सफाई करने के साथ वो सफाई के इस आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए चैन बनाएंगे और 100 नए नौजवानों को स्वच्छता की शपथ दिलाएंगे. 14 सितंबर से शुरु हो रहे अभियान में पहले स्वच्छता की जरूरत छात्रों को समझाई जाएगी. फिर 17 सितंबर से जब व्यवहारिक रुप से वे शपथ लेकर स्वच्छता अभियान का हिस्सा बनेंगे. इसके बाद छात्र अपनी कल्पना और सजृन से स्वच्छता का संदेश भी देंगे. फिर शुरु होगी स्वच्छता ड्राइव, जिसमें शहर के कॉलेज, जल स्त्रोत के घाट, शहर के बाजार-बगीचे, मोहल्ले, कैम्पस सबकी सफाई का वृहद अभियान छेड़ा जाएगा.
आज जो शपथ ले रहा 100 व्यक्तियों से भी करवाऊंगा
स्वच्छता की जो शपथ इन छात्रों को दिलाई जाएगी उसमें कहा गया है कि महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था. उसमें सिर्फ राजनीतिक आजादी नहीं थी, बल्कि एक विकसित देश की कल्पना भी थी. अब हमारा कत्वर्य है कि उस गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें. शपथ में कहा गया है कि 'मैं शपथ लेता हूं कि मैं स्वच्छता के प्रति सजग रहूंगा और उसके लिए समय दूंगा. हर वर्ष 100 घंटे यानि हर सप्ताह दो घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के इस सकल्प को चरितार्थ करूंगा. मैं ना गंदगी करूंगा ना किसी को करने दूंगा. सबसे पहले मैं अपने मोहल्ले, अपने कार्यस्थल, अपने गांव और अपने नगर से शुरुआत करूंगा. मैं आज जो शपथ ले रहा हूं, इसे 100 व्यक्तियों से भी करवाऊंगा. वे भी मेरी तरह 100 घंटे स्वच्छता के लिए दें, इसका प्रयास करूंगा.