भिंड। जिले के फूप कस्बे में दूषित पानी पीने से बीते चार दिनों में 80 से अधिक लोग बीमार हो चुके हैं. बीमार मरीजों को अचानक उल्टी दस्त की शिकायत होने पर फूप अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बीती मंगलवार देर शाम अचानक पचास से अधिक मरीजों को बेचैनी, घबराहट और उल्टी दस्त की शिकायत होने पर फूप अस्पताल लाया गया था. जहां से 9 लोगों को ग्वालियर जय रोग चिकित्सालय रेफर किया गया है. जिसके बाद रेफर हुए मरीजों की संख्या 20 हो चुकी है.
डेढ़ दर्जन से ज्यादा मरीज ग्वालियर रेफर
जानकारी के मुताबिक, फूप कस्बे के वार्ड क्रमांक 6 और 7 में रह रहे लोगों में बच्चे और बूढ़े लोगों को अचानक उल्टी दस्त की समस्या सामने आने के चलते बीते चार दिनों से फूप अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा था. जहां उपचार के बाद कुछ लोगों को तो छुट्टी दे दी गई, लेकिन मंगलवार शाम अचानक एक के बाद एक आधा सैकड़ा मरीज उल्टी, दस्त और घबराहट के चलते फूप अस्पताल में भर्ती कराए गए. कुछ मरीज पहले से भर्ती थे. जिनमें 24 घंटे में करीब 21 मरीजों की गंभीर हालत को देखते हुए भिंड, ग्वालियर और मुरैना से बुलाई गई एंबुलेंस के माध्यम से ग्वालियर जयारोग्य चिकित्सालय रेफर किया गया है.
दूषित पानी की सप्लाई से फैली बीमारी
मामले की जानकारी लगते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया और स्वास्थ्य अमले के साथ-साथ प्रशासनिक टीम भी मौका मुआयना करने पहुंची. स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर परिषद द्वारा सप्लाई किए जा रहे गंदे, बदबूदार और दूषित पानी से यह बीमारी फैल रही है. कस्बे में 40 साल पुरानी पाइपलाइन और जलावर्धन योजना के तहत डाली गई नई पाइपलाइन में से किसी एक में दूषित पानी आ रहा है, जिसके चलते कस्बे में महामारी जैसे हालात बने हैं.
Also Read: भारत के सबसे स्वच्छ शहर में फैला डेंगू, 8 लोग बीमार, 15 मकानों में मिला लार्वा - Indore Dengue Case |
लोगों का आरोप- बीमारी से तीन मौतें, प्रशासन मानने को तैयार नहीं
स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि चार दिनों में दो बुजुर्ग और एक बच्ची की इसी बीमारी में मौत हो चुकी है. हालांकि प्रशासन इन तीनों मौत के मामलों को दूषित पानी से मृत्यु होना नहीं मान रहा है. फूप कस्बे में सप्लाई हो रहे पानी की दोनों नई और पुरानी पाइप लाइनों से पानी के सैंपल लेकर ग्वालियर लेबोरेटरी में भेजी गये हैं, जिससे पता चल सकेगा कि किस लाइन से दूषित पानी आ रहा है. प्रशासन द्वारा स्थानीय लोगों को मुनादी के माध्यम से बताया जा रहा है कि पानी को उबालकर और ठंडा करके ही पिए, जिससे बीमारी का खतरा न हो.