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जमुई से हैदराबाद भेजा जाएगा बारहसिंगा का सींग, 4 महीने पहले वन विभाग ने किया था बरामद - BARASINGHA HORN

जमुई में बरामद बारहसिंगा के सींग को हैदराबाद भेजा जाएगा. जांच में पता चलेगा कि यह कितना पुराना है.

जमुई में बरामद बारहसिंगा के सींग
जमुई में बरामद बारहसिंगा के सींग (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 20, 2024, 8:55 AM IST

Updated : Nov 20, 2024, 9:08 AM IST

जमुईः बिहार के जमुई में बरामद बारहसिंगा के सींग को हैदराबाद भेजा जाएगा. बीते 9 अगस्त को पुलिस ने लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र से दो लोगों को गिरफ्तार था. जिसके पास से बारहसिंगा का सींग बरामद किया गया था. आरोपी ने सोशल मीडिया पर तस्वीर डाली थी. जिसके बाद उसकी गिरफ़्तारी की गयी थी. सींग को वन विभाग को सौंपते हुऐ दोनों गिरफ्तार को सदर अस्पताल में मेडिकल कराते हुऐ पुलिस ने जेल भेज दिया था.

दो लोगों की हुई थी गिरफ्तारीः गिरफ्तार की पहचान नरेश तांती पिता जुगल तांती उम्र 55 वर्ष ग्राम पुस्तैया और दुसरा कृष्णदेव तांती पिता स्व बासदेव तांती ग्राम पुस्तैया थाना लक्ष्मीपुर जिला जमुई के रूप में हुई थी. वन विभाग के मुताबिक बरामद बारहसींगा का सींग चार साल पुराना प्रतीत होता है. पुछताछ में आरोपी ने बताया था कि उसे किसी रिश्तेदार के द्वारा दिया गया था.

जमुई में बरामद बारहसिंगा के सींग
जमुई में बरामद बारहसिंगा के सींग (ETV Bharat)

जमुई से मुंगेर भेजा गया था सींगः सींग जमुई जिले के लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र से बरामद हुआ था, लेकिन वन विभाग के अनुसार लक्ष्मीपुर वन क्षेत्र मुंगेर रेंज में पड़ता है. जमुई और मुंगेर वन क्षेत्र रेंज को लेकर मामला लटका रहा. जमुई जिले से बरामद बारहसिंगा के सींग को मुंगेर वन विभाग के पास पहुंचा दिया गया है. यहां से हैदराबाद प्रयोगशाला भेजा जाएगा, जहां जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा की सींग कितना पुराना है.

क्यों भेजा जा रहा हैदराबादः बता दें कि वन्य जीव अधिनियम को 1972 में लागू किया गया था. ऐसी स्थिति में कोई भी व्यक्ति वन्य जीवों से जुड़ी सामग्री को अपने घर में नहीं रख सकता है. इसको को देखते हुए पुलिस ने कार्रवाई कर सींग को बरामद किया. हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि यह बारहसिंगा का सींग है या सांभर का?, इसी जांच के लिए हैदराबाद भेजा जा रहा है.

कीमती होता है सींगः बता दें कि बारहसिंग सींग की कीमती अधिक होती है. एक किलो वजन वाला सिंग की कीमत करीब 12 से 15 लाख के बीच का होता है. यही कारण है कि इसकी तस्करी की जाती है. इसे घर में रखना काफी शुभ माना जाता है. हालांकि वन विभाग के मुताबिक यह अपराध है.

यह भी पढ़ेंः जंगली जानवर का शिकार करेंगे मुखिया जी! शूटर का खर्च उठाएगा पंचायती राज विभाग

जमुईः बिहार के जमुई में बरामद बारहसिंगा के सींग को हैदराबाद भेजा जाएगा. बीते 9 अगस्त को पुलिस ने लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र से दो लोगों को गिरफ्तार था. जिसके पास से बारहसिंगा का सींग बरामद किया गया था. आरोपी ने सोशल मीडिया पर तस्वीर डाली थी. जिसके बाद उसकी गिरफ़्तारी की गयी थी. सींग को वन विभाग को सौंपते हुऐ दोनों गिरफ्तार को सदर अस्पताल में मेडिकल कराते हुऐ पुलिस ने जेल भेज दिया था.

दो लोगों की हुई थी गिरफ्तारीः गिरफ्तार की पहचान नरेश तांती पिता जुगल तांती उम्र 55 वर्ष ग्राम पुस्तैया और दुसरा कृष्णदेव तांती पिता स्व बासदेव तांती ग्राम पुस्तैया थाना लक्ष्मीपुर जिला जमुई के रूप में हुई थी. वन विभाग के मुताबिक बरामद बारहसींगा का सींग चार साल पुराना प्रतीत होता है. पुछताछ में आरोपी ने बताया था कि उसे किसी रिश्तेदार के द्वारा दिया गया था.

जमुई में बरामद बारहसिंगा के सींग
जमुई में बरामद बारहसिंगा के सींग (ETV Bharat)

जमुई से मुंगेर भेजा गया था सींगः सींग जमुई जिले के लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र से बरामद हुआ था, लेकिन वन विभाग के अनुसार लक्ष्मीपुर वन क्षेत्र मुंगेर रेंज में पड़ता है. जमुई और मुंगेर वन क्षेत्र रेंज को लेकर मामला लटका रहा. जमुई जिले से बरामद बारहसिंगा के सींग को मुंगेर वन विभाग के पास पहुंचा दिया गया है. यहां से हैदराबाद प्रयोगशाला भेजा जाएगा, जहां जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा की सींग कितना पुराना है.

क्यों भेजा जा रहा हैदराबादः बता दें कि वन्य जीव अधिनियम को 1972 में लागू किया गया था. ऐसी स्थिति में कोई भी व्यक्ति वन्य जीवों से जुड़ी सामग्री को अपने घर में नहीं रख सकता है. इसको को देखते हुए पुलिस ने कार्रवाई कर सींग को बरामद किया. हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि यह बारहसिंगा का सींग है या सांभर का?, इसी जांच के लिए हैदराबाद भेजा जा रहा है.

कीमती होता है सींगः बता दें कि बारहसिंग सींग की कीमती अधिक होती है. एक किलो वजन वाला सिंग की कीमत करीब 12 से 15 लाख के बीच का होता है. यही कारण है कि इसकी तस्करी की जाती है. इसे घर में रखना काफी शुभ माना जाता है. हालांकि वन विभाग के मुताबिक यह अपराध है.

यह भी पढ़ेंः जंगली जानवर का शिकार करेंगे मुखिया जी! शूटर का खर्च उठाएगा पंचायती राज विभाग

Last Updated : Nov 20, 2024, 9:08 AM IST
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