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बांग्लादेश में मिली धमकी, पानी के पाइप के सहारे भारत में घुसी हिंदू लड़की, BSF ने पकड़ा - BANGLADESHI MINOR GIRL

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के कारण लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं. इसी क्रम में बीएसएफ ने एक बांग्लादेशी हिंदू लड़की को पकड़ा है.

Bangladeshi minor girl
किशनगंज में बांग्लादेशी नाबालिग (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 12, 2024, 10:10 AM IST

Updated : Dec 12, 2024, 12:26 PM IST

किशनगंज: बिहार से बांग्लादेश की सीमा मिलती है. जिस वजह से बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार के कारण कई हिंदू परिवार भारत में घुस रहे हैं. इसी कड़ी में किशनगंज में एक हिंदू नाबालिग लड़की को हिरासत में लिया गया है. वो बांग्लादेश से कांटेदार तार के नीचे से पानी के पाइप के सहारे भारत में घुसी थी. वहीं भारत में दाखिल होते ही मुख्यालय के 17वीं बटालियन के जवानों ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित लक्ष्मीपुर बीओपी से उसे पकड़ लिया.

हिरासत में बांग्लादेशी हिंदू लड़की: बीएसएफ ने पूछताछ के बाद नाबालिग को चोपड़ा थाना की पुलिस के हवाले कर दिया है. वहीं नाबालिग को पुलिस ने उत्तर दिनाजपुर जिला स्थित रायगंज होम में भेज दिया है. नाबालिग लड़की बांग्लादेश के पंजगढ़ जिले की रहने वाली है. नाबालिग किस कारण से बांग्लादेश सीमा को पार कर भारत में घुसी है, इसकी जांच पुलिस और बीएसएफ करने में जुट गई है. वो अकेली आई है, या उसके साथ और भी कोई है? इसकी भी जांच की जा रही है.

"शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि लड़की के कुछ रिश्तेदार जलपाईगुड़ा जिले में रहते हैं, हम लोग उनके संपर्क में हैं. ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर वह सीमा पारकर कैसे यहां तक पहुंची है? उसने हमें बताया कि वह पंचगढ़ की रहने वाली है और पैदल ही सीमा पार की है. हालांकि बीएसएफ ने उसे दिनाजपुर के चोपड़ा ब्लॉक के फतेहफुर सीमा चौकी के पास रोक लिया."- चोपड़ा ब्लॉक पुलिस के अधिकारी

'बांग्लादेश में हिदुओं की हालत दयनीय': दरअसल लक्ष्मीपुर बीओपी स्थित भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा काटातार बेड़ा से घिरा है. यहां चौबीसो घंटे सुरक्षा पर बीएसएफ जवान तैनात रहते हैं. भारत के पश्चिम बंगाल स्थित जलपाईगुड़ी जिला में रह रहे नाबालिग के एक रिश्तेदार ने बताया कि इस समय बांग्लादेश की स्थिति काफी दयनीय है. वहां इस्कॉन भक्त और हिंदुओं पर काफी अत्याचार किया जा रहा है.

इस्कॉन भक्त नाबालिग को बांग्लादेश में मिली धमकी : लड़की के रिश्तेदार ने बताया कि, ''नाबालिग का का वैद्य पासपोर्ट है. वो इस्कॉन भक्त है, इसलिए उसे परेशान किया जा रहा था. उसे धमकी मिल रही थी. उसके अपहरण की कोशिश की जा रही थी. अपनी जान बचाने के लिए किसी तरह वहां से भाग कर भारत आई है. उसे अपनी आंखों का इलाज भी कराना था. इससे पहले भी वो भारत में आंख के इलाज के लिए आ चुकी है. वो अगर बांग्लादेश में रहती तो उसे भी मार दिया जाता.''

लड़की का दावा- रिश्तेदार से मिलने जा रही थी : वहीं लड़की ने बीएसएफ अधिकारियों की बताया कि, वो मां-बाप की इकलौती संतान है. अपने रिश्तेदार से मिलने भारत आ रही थी. बांग्लादेश में गायिका के तौर पर काफी चर्चित है. भारत में भी कई कार्यक्रम कर चुकी है. उसे अपनी आंख का इलाज कराना था. ड़ॉक्टर के कहने पर ही चेकअप के लिए वो भारत आना चाहती थी. लेकिन उसे काफी इंतजार करना पड़ रहा था.

बांग्लादेश में इस्कॉन के पूर्व पुजारी गिरफ्तार: बता दें कि हाल ही में इस्कॉन के पूर्व पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को 25 नवंबर को ढाका एयरपोर्ट से पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उन पर पुलिस ने देशद्रोह का आरोप लगाया है. जिस वजह से 26 नवंबर को बांग्लादेश के बंदरगाह शहर चटगांव की एक अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी और उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया थी. बांग्लादेश की अदालत ने हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत याचिका फिर से 12 दिसंबर को खारिज कर दी है.

ये भी पढ़ें : बांग्लादेश: इस्कॉन के चिन्मय दास को नहीं मिली राहत, अदालत ने फिर जमानत याचिका खारिज की

ये भी पढ़ें : बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों की पीएम मोदी से गुहार - 'भारत में मिले शरण..भयानक है हालात' - Bangladesh Crisis

ये भी पढ़ें : बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार, किशनगंज में चिंतित हैं रिश्तेदार, हरे हो गये 1965 के जख्म - BANGLADESH VIOLENCE

ये भी पढ़ें : किशनगंज-बांग्लादेश के सीमावर्ती क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, BSF और स्थानीय पुलिस ने लौटाया - Bangladesh Violence

किशनगंज: बिहार से बांग्लादेश की सीमा मिलती है. जिस वजह से बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार के कारण कई हिंदू परिवार भारत में घुस रहे हैं. इसी कड़ी में किशनगंज में एक हिंदू नाबालिग लड़की को हिरासत में लिया गया है. वो बांग्लादेश से कांटेदार तार के नीचे से पानी के पाइप के सहारे भारत में घुसी थी. वहीं भारत में दाखिल होते ही मुख्यालय के 17वीं बटालियन के जवानों ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित लक्ष्मीपुर बीओपी से उसे पकड़ लिया.

हिरासत में बांग्लादेशी हिंदू लड़की: बीएसएफ ने पूछताछ के बाद नाबालिग को चोपड़ा थाना की पुलिस के हवाले कर दिया है. वहीं नाबालिग को पुलिस ने उत्तर दिनाजपुर जिला स्थित रायगंज होम में भेज दिया है. नाबालिग लड़की बांग्लादेश के पंजगढ़ जिले की रहने वाली है. नाबालिग किस कारण से बांग्लादेश सीमा को पार कर भारत में घुसी है, इसकी जांच पुलिस और बीएसएफ करने में जुट गई है. वो अकेली आई है, या उसके साथ और भी कोई है? इसकी भी जांच की जा रही है.

"शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि लड़की के कुछ रिश्तेदार जलपाईगुड़ा जिले में रहते हैं, हम लोग उनके संपर्क में हैं. ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर वह सीमा पारकर कैसे यहां तक पहुंची है? उसने हमें बताया कि वह पंचगढ़ की रहने वाली है और पैदल ही सीमा पार की है. हालांकि बीएसएफ ने उसे दिनाजपुर के चोपड़ा ब्लॉक के फतेहफुर सीमा चौकी के पास रोक लिया."- चोपड़ा ब्लॉक पुलिस के अधिकारी

'बांग्लादेश में हिदुओं की हालत दयनीय': दरअसल लक्ष्मीपुर बीओपी स्थित भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा काटातार बेड़ा से घिरा है. यहां चौबीसो घंटे सुरक्षा पर बीएसएफ जवान तैनात रहते हैं. भारत के पश्चिम बंगाल स्थित जलपाईगुड़ी जिला में रह रहे नाबालिग के एक रिश्तेदार ने बताया कि इस समय बांग्लादेश की स्थिति काफी दयनीय है. वहां इस्कॉन भक्त और हिंदुओं पर काफी अत्याचार किया जा रहा है.

इस्कॉन भक्त नाबालिग को बांग्लादेश में मिली धमकी : लड़की के रिश्तेदार ने बताया कि, ''नाबालिग का का वैद्य पासपोर्ट है. वो इस्कॉन भक्त है, इसलिए उसे परेशान किया जा रहा था. उसे धमकी मिल रही थी. उसके अपहरण की कोशिश की जा रही थी. अपनी जान बचाने के लिए किसी तरह वहां से भाग कर भारत आई है. उसे अपनी आंखों का इलाज भी कराना था. इससे पहले भी वो भारत में आंख के इलाज के लिए आ चुकी है. वो अगर बांग्लादेश में रहती तो उसे भी मार दिया जाता.''

लड़की का दावा- रिश्तेदार से मिलने जा रही थी : वहीं लड़की ने बीएसएफ अधिकारियों की बताया कि, वो मां-बाप की इकलौती संतान है. अपने रिश्तेदार से मिलने भारत आ रही थी. बांग्लादेश में गायिका के तौर पर काफी चर्चित है. भारत में भी कई कार्यक्रम कर चुकी है. उसे अपनी आंख का इलाज कराना था. ड़ॉक्टर के कहने पर ही चेकअप के लिए वो भारत आना चाहती थी. लेकिन उसे काफी इंतजार करना पड़ रहा था.

बांग्लादेश में इस्कॉन के पूर्व पुजारी गिरफ्तार: बता दें कि हाल ही में इस्कॉन के पूर्व पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को 25 नवंबर को ढाका एयरपोर्ट से पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उन पर पुलिस ने देशद्रोह का आरोप लगाया है. जिस वजह से 26 नवंबर को बांग्लादेश के बंदरगाह शहर चटगांव की एक अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी और उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया थी. बांग्लादेश की अदालत ने हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत याचिका फिर से 12 दिसंबर को खारिज कर दी है.

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Last Updated : Dec 12, 2024, 12:26 PM IST
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