बालोतरा. राजस्थान के बालोतरा में हुए विशनाराम मेघवाल हत्याकांड मामले में चार दिनों बाद पुलिस प्रशासन के साथ हुई वार्ता के बाद गतिरोध टूट गया. मृतक के परिजनों और समाज के लोगों ने आरोपी की गिरफ्तारी, आर्थिक सहायता और अन्य मांगों को लेकर मोर्चरी के सामने धरना दिया था. शुक्रवार देर शाम पुलिस और प्रशासन के साथ हुई वार्ता के बाद सभी पक्षों के बीच सहमति बनी.
वार्ता में पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी, चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल, पचपदरा विधायक अरूण चौधरी, बाड़मेर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी, बायतु विधायक हरीश चौधरी और एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ सहित कई नेताओं ने धरना स्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और अन्य मांगों का समर्थन किया.
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इस मामले में जोधपुर संभागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह और रेंज आईजी विकास कुमार भी बालोतरा पहुंचे और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ दूसरे दौर की वार्ता की. इस वार्ता के बाद प्रशासन ने आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया. चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल ने धरना स्थल पर बोलते हुए कहा कि सभी की यही मांग है कि विशनाराम मेघवाल के परिवार को न्याय मिले. उन्होंने पुलिस और प्रशासन से निष्पक्ष कार्रवाई करने और आरोपी को जल्दी गिरफ्तार करने की मांग की.
गौरतलब है कि 10 दिसम्बर को बालोतरा में गाड़ी हटाने को लेकर हुई मामूली कहासुनी के दौरान आरोपी ने विशनाराम मेघवाल पर चाकू से हमला किया, जिससे उनकी मौत हो गई. इस घटना के बाद मृतक का शव बालोतरा के नाहटा अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया था, और स्थानीय लोग न्याय की मांग कर रहे थे.