लखनऊ : रूस के मास्को स्थित भारतीय दूतावास में नौकरी करते हुए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के लिए काम करने वाले सत्येंद्र सिवाल की पुलिस रिमांड पर मंगलवार को सुनवाई होनी है. वहीं यूपी एटीएस ने आईएसआई एजेंट सत्येंद्र के दो बैंक खातों की जांच शुरू कर दी है. एटीएस यह जानने की कोशिश कर रही है कि सिवाल ने किस-किस से पैसों का लेन देन किया है. एटीएस इसकी भी पड़ताल कर रही है कि आईएसआई एजेंट सत्येंद्र मास्को स्थित भारतीय दूतावास और भारत में किन-किन लोगों के संपर्क में था. फिलहाल आईएसआई एजेंट सत्येंद्र को जेल भेज दिया गया है.
दो खातों से लेनदेन करता था सत्येंद्र
यूपी एटीएस के एडीजी मोहित अग्रवाल के मुताबिक विदेश मंत्रालय में मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) के रूप में सुरक्षा सहायक के पद पर नियुक्त और रूस के भारतीय दूतावास में तैनात सत्येंद्र सिवाल से जुड़े अन्य तथ्यों पर जांच शुरू कर दी गई है. सत्येंद्र दो बैंक अकाउंट से पैसों की लेनदेन करता था. ऐसे में एटीएस यह जानने की कोशिश कर रही है कि सत्येंद्र ने रूस और भारत में किसके साथ लेनदेन किया है. जिन लोगों से लेनदेन हुआ है, वे किस प्रोफाइल के हैं. इतना ही नहीं सत्येंद्र के साथ काम करने वाले लोगों से बात करने का भी प्रयास किया जा रहा है. एडीजी ने बताया कि सत्येंद्र सिवाल के बारे में विदेश मंत्रालय, एनआईए और आईबी को लिखित सूचना दी गई है. वहीं आज सत्येंद्र की कोर्ट से रिमांड मिलने के बाद उससे आगे की पूछताछ की जाएगी.
केंद्रीय एजेंसी अन्य दूतावासों पर भी रख रही नजर
सूत्रों के मुताबिक रूस के मास्को स्थित भारतीय दूतावास में काम करने वाले सत्येंद्र सिवाल के आईएसआई से संपर्क मिलने के बाद अब सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं. खासकर केंद्रीय एजेंसी अब रूस समेत कई एजेंसियों में काम करने वालों पर नजर रख रही है. एजेंसियों को शक है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कई और दूतावास में कार्यरत कर्मचारियों को हनी ट्रैप कर गोपनीय जानकारी निकलवाने की कोशिश की होगी. ऐसे में गोपनीय तरीके से इसकी जांच शुरू कर दी गई है.
हापुड़ का रहने वाला है आईएसआई एजेंट
बता दें कि मेरठ से गिरफ्तार हुआ सत्येंद्र सिवाल हापुड़ के थाना देहात क्षेत्र के गांव श्यामपुर का रहने वाला है. सतेन्द्र भारतीय दूतावास में सिक्योरिटी असिस्टेंट के पद पर तैनात था. वह लगातार पाकिस्तानी हैंडलरों के संपर्क में था और भारत की खुफिया जानकारी उपलब्ध करा रहा था. सिवाल को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने हनी ट्रैप कर फंसाया और फिर उससे खुफिया जानकारी निकलवाई थी. एजेंट की गिरफ्तारी के बाद उसके घर वाले फरार हैं. उसके परिवार में माता-पिता के अलावा एक भाई और दो बहने हैं. बहनों की शादी हो चुकी है.