जयपुर. विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने गुरुवार को विधानसभा में देश की पहली महिला शहीद भारतीय नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट किरण शेखावत का तेल चित्र उनके परिजनों को भेंट किया. यह तेल चित्र जयपुर चित्रकार चन्द्र प्रकाश गुप्ता ने तैयार किया है.
चित्रकार चंद्र प्रकाश गुप्ता ने बताया कि विधानसभा में अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने शहीद किरण शेखावत के पिता विजेन्द्र सिंह शेखावत व परिवार जनों को भेंट किया. इस अवसर पर चित्रकार चंद्र प्रकाश गुप्ता के अलावा संतोष कंवर, संदीप शेखावत, लक्ष्मी राठौड़ व मास्टर निंशात सिहं भी मौजूद रहे. गुप्ता ने बताया कि झुंझुनू जिले की खेतड़ी तहसील की सेफरगुवार गांव निवासी शहीद लेफ्टिनेंट किरण शेखावत गोवा तट पर 24 मार्च, 2015 को डोर्नियर दुर्घटना में शहीद हो गई थी. किरण शेखावत को देश की पहली महिला शहीद होने का गौरव भी प्राप्त है.
किरण शेखावत के परिजन अब दिल्ली शिफ्ट हो गए हैं और यह सम्मान पाने के लिए उन्हें दिल्ली से बुलाया गया है. चंद्र प्रकाश गुप्ता ने दिल्ली में परिजनों से संपर्क कर किरण शेखावत का पोट्रेट तैयार किया है. किरण शेखावत का तेल चित्र देखकर उनके पिता विजेंद्र सिंह भाव विभोर हो गए और उनके आंखों में आंसू आ गए. उन्होंने कहा कि विधानसभा में इस तरह से उनकी बेटी का तेल चित्र मिलने पर वह अपने आप पर फक्र महसूस कर रहे हैं.
पढ़ें: चित्रकार चंद्र प्रकाश गुप्ता ने शहीद दाताराम चौधरी के परिजनों को भेंट किया चित्र
वासुदेव देवनानी ने भी कहा कि देश की पहली महिला शहीद अधिकारी का तेल चित्र उनके परिजनों को भेंट करने से वे बड़ा गौरव महसूस कर रहे हैं. उन्होंने इस तरह का मौका देने के लिए चंद्र प्रकाश गुप्ता का आभार जताया. उन्होंने कहा कि महिलाएं आज किसी भी तरह से पीछे नहीं है और बढ़-चढ़कर देश की सेवा कर रही है.
पढ़ें: जयपुर: चित्रकार चंद्र प्रकाश गुप्ता ने शहीद का तेल चित्र परिजनों को किया भेंट
आपको बता दें कि चंद्र प्रकाश गुप्ता राजस्थान के ऐसे पोट्रेट कलाकार हैं जो शहीदों को अलग अंदाज में श्रद्धांजलि देते आ रहे हैं. गुप्ता पिछले 25 वर्षों से निरन्तर राजस्थान के शहीदों के परिजनों को शहीद का तेल चित्र (पोट्रेट) बनाकर भेंट कर रहें हैं. गुप्ता ने अब तक 350 से अधिक शहीदों के पोट्रेट (तेलचित्र) बनाए हैं और उनके परिजनों को भेंट किए हैं. चंद्र प्रकाश गुप्ता का कहना है कि जब तक उनके शरीर में सांस है. वह इसी तरह से शहीदों के तेल चित्र बनाकर उनके परिजनों को भेंट करते रहेंगे और यही उनकी शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होती है.