ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 तक पहुंच चुका है जबकि इसे 100 के आसपास रहना चाहिए. प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने शहर की आबोहवा को शुद्ध रखने के लिए डंपिंग केंद्रों का निरीक्षण शुरू किया है. उन्होंने वर्तमान हालात पर चिंता जताते हुए कमिश्नर एवं कलेक्टर को जल्द इस समस्या से उबरने के लिए प्लान बना कर अमल में लाने निर्देश दिए हैं.
ऊर्जा मंत्री ने किया कचरे के डंपिंग केंद्रों का निरीक्षण
दरअसल शहर का एक्यूआई लेवल बीते एक सप्ताह से खराब स्तिथि में बना हुआ है. शहर में कचरों के ढेरों में आग लगने से भी लगातार वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. इसको देखते हुए शुक्रवार की अल सुबह ऊर्जा मंत्री ने ग्वालियर मेला ग्राउंड स्थित लैण्डफिल साइड सहित बरा गांव और केदारपुर कचरा संग्रहण केन्द्र पहुंचकर कचरे के डंपिंग केंद्रों का निरीक्षण किया.
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इस दौरान उन्होंने कचरा निष्पादन की पूरी प्रक्रिया को समझा. उन्होंने अधिकारियों से जाना कि यहां रोज कितना कचरा आता है और कितने कचरे का निष्पादन होता है. उन्होंने अधिकारियों को उन्हें गलत जानकारी न देने की हिदायत दी. इस मौके पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के नेतृत्व में हम सभी भाजपा कार्यकर्ता प्रदूषण से निपटने की जंग लड़ रहे हैं. ताकि शहर के पर्यावरण को स्वच्छ बनाया जा सके.
शहरवासियों से एहतियातन सुरक्षा उपायों को अपनाने की अपील
शहर में प्रदूषण की खराब होती स्थिति को देखते हुए ऊर्जा मंत्री ने शहरवासियों से प्रदूषण से निपटने के लिए एहतियातन सुरक्षा उपायों को अपनाने के लिए सभी की सहभागिता का आग्रह किया. मंत्री तोमर ने कहा, "संभागीय कमिश्नर एवं कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि वे तत्काल शहर की वायु गुणवत्ता को ठीक करने के लिए एक्शन प्लान तैयार करें और उसे धरातल पर अमल में लेकर आएं. जिससे शहरवासियों को स्वच्छ हवा मिल सके.