शिमला: हिमाचल की चार लोकसभा सीटों के लिए आज अंतिम चरण में मतदान समाप्त हो चुका है. इसके साथ ही आज देशभर में सात चरण में हुए लोकसभा चुनाव का भी समापन भी हो गया. लोगों ने मतदान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. सुबह से लोगों की लंबी कतारें पोलिंग बूथ पर लगना शुरू हो गई थी. युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक में मतदान के लिए खासा उत्साह नजर आया. मतदान केंद्रों तक पहुंचने के लिए लोगों ने व्हील चेयर, बैसाखी, पालकी का भी सहारा लिया.
हमीरपुर में एक महिला ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ भी पोलिंग बूथ तक पहुंची, प्रदेश भर में मतदान के लिए 7,992 मतदान केंद्रों की स्थापना की गई थी. चुनाव आयोग की मुहिम और लोगों की भागादारी से इस बार भी हिमाचल में मतदान प्रतिशत अन्य राज्यों से बेहतर रहा है. हमीरपुर में अनुराग ठाकुर के साथ-साथ हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम की अग्नि परीक्षा थी. सीएम और डिप्टी सीएम भी हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से आते हैं. प्रदेश की राजनीति में पहली बार दो बड़े पद निचले हिमाचल को मिले हैं. ऐसे में कांग्रेस उम्मीदवार सतपाल रायजादा को यहां से बड़ी लीड दिलवाने की जिम्मेदारी भी इन्हीं के कंधों पर थी.
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में तीन विधानसभा सीटों बड़सर, गगरेट, कुटलैहड़ में हो रहे उपचुनाव में भी अपने प्रत्याशियों को जीत दिलाने का दारोमदार भी इन्हीं पर था. इसी के चलते सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम अग्निहोत्री इन विधानसभा क्षेत्रों में लगातार जनसभाएं, नुक्कड़ सभाएं करते रहे. इन तीनों सीटों पर बीजेपी ने कांग्रेस के बागियों को टिकट दिया था. विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस अपनी गारंटियों के सहारे मैदान में थी. इन सीटों को जीतने के लिए कांग्रेस-बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी.
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से अनुराग ठाकुर पांचवी बार मैदान में हैं. अब तक अनुराग ठाकुर अपराजेय रहे हैं. उन्होंने लगातार 4 बार कांग्रेस उम्मीदवारों एकतरफा ही टक्कर दी है. ऐसे में 400 पार के नारे के बीच उनकी भी इस सीट पर अग्निपरीक्षा थी. 1996 में मेजर जनरल विक्रमजीत ने इस सीट पर कांग्रेस को आखिरी बार जीत दिलाई थी. इसके बाद से बीजेपी का ही यहां डंका बजता आया है. 1998 के बाद से यहां सुरेश चंदेल तीन बार, प्रेम कुमार धूमल एक बार और अनुराग ठाकुर लगातार चार बार जीत हासिल कर चुके हैं. इस सीट पर बीजेपी के विजयी रथ को जारी रखना दबाव उनके कंधों पर है, जबकि पूर्व विधायक रहे कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा का ये पहला लोकसभा चुनाव है. 26 साल से ये सीट बीजेपी के कब्जे में है. बीजेपी के विजयी रथ को रोकने के लिए कांग्रेस ने उन्हें ये जिम्मेदारी दी थी.
इस संसदीय क्षेत्रों में सैनिक की अच्छी खासी संख्या है. ऐसे में प्रचार के दौरान यहां अग्निवीर का मुद्दा छाया रहा है. कांग्रेस ने प्रचार के दौरान अग्निवीर के मुद्दे को भुनाने की पूरी कोशिश की है. कांग्रेस ने अग्निवीर स्कीम को खत्म करने की चुनावी घोषणा की है. सतपाल रायजादा के लिए प्रियंका गांधी, राहुल गांधी ने जनसभाएं की हैं. कांग्रेस प्रत्याशी ने प्रचार के दौरान अनुराग ठाकुर को हमीरपुर रेल लाइन के मुद्दे पर खूब घेरा है. वहीं, कांग्रेस ने विधानसभा उपचुनाव में विधायकों को खरीदने और सरकार को गिराने की साजिश रचने के आरोप लगाए हैं. वहीं, बीजेपी प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की बात चुनाव प्रचार में कह चुकी है.
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