अलवर. जिला पुलिस के एक थानेदार और सिपाही ने महिला के खिलाफ हनी ट्रैप का मामला दर्ज कराया है. इस मुकदमे में आरोपी के खिलाफ ब्लैकमेलिंग के जरिए 90 लाख रुपये, तो कांस्टेबल से करीब 6 लाख रुपये की ठगी की बात शुरुआती तौर पर सामने आ चुकी है. जिला मुख्यालय की अरावली विहार पुलिस ने जांच के दौरान आरोपी महिला के भाई और बहन को भी हिरासत में लिया है. इस मामले में पुलिस तहत तक जाने की कोशिश कर रही है. वहीं, इंस्पेक्टर और कांस्टेबल ने अलग-अलग मुकदमा दर्ज करवाया है.
CI ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि 2022 में महिला सोशल मीडिया के जरिए उसके संपर्क में आई थी. उसके बाद अन्य माध्यम से कई बार उसकी बातचीत हुई, जिसके बाद उनका मिलना जुलना शुरू हुआ. संपर्क में रहने के दौरान ही आरोपी महिला ने उसके साथ फोटो वीडियो बना लिए, जिसके बाद महिला की ओर से दुष्कर्म के मुकदमे में फंसा कर ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी गई. कभी मकान निर्माण के लिए या फिर अन्य कामों के बदले रुपयों की डिमांड की गई. इस दौरान उसने करीब 50 लाख रुपये बैंकिंग सिस्टम के जरिए और ट्रांसफर के जरिए महिला को दिए, जबकि 40 लाख रुपये नकद भी महिला को दिए गए. इसी तरीके से कांस्टेबल ने भी करीब 6 लाख रुपये से अधिक की राशि महिला को दी है, जिसमें बैंक से और नकद भुगतान शामिल है.
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ब्लैकमेलिंग के डर से करीब एक करोड़ हड़पे : हनी ट्रैप का शिकार सीआई ने ब्लैकमेलिंग के डर से करीब 90 लाख रुपये, तो कांस्टेबल ने करीब 6 लाख रुपये आरोपियों को सौंप दिए. इस मुकदमे में मुख्य आरोपी महिला के अलावा उसके सात साथियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करवाया गया था. पुलिस को आरोपी महिला के घर से ब्लैकमेलिंग से जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं. इसके बाद नजदीकी रिश्तेदारों से भी पुलिस पूछताछ में जुटी है. गौरतलब है कि CI फिलहाल डीग जिले में तैनात हैं, जबकि सिपाही जयपुर ग्रामीण के एक थाने में पोस्टिंग पर है.
पुलिस अधीक्षक अलवर आनंद शर्मा ने बताया कि अरावली विहार थाने में हैनी ट्रैप में फंसा कर रुपये हड़पने की रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमें महिला सहित उसके बहन, भाई और अन्य लोगों के खिलाफ ब्लैकमेल करने और दुष्कर्म के आरोपों का मुकदमा दर्ज करवाया गया है. एसपी अलवर के मुताबिक आरोपी महिला पहले भी सात मुकदमे अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज करा चुकी है, जिनमें तीन मुकदमे दुष्कर्म और एक मुकदमा उसके पति के खिलाफ 498 की धाराओं में दर्ज करवाया गया था.
पूर्व में भी संदिग्ध रही है आरोपी महिला : हनी ट्रैप के मामले में आरोपी महिला पहले भी एक एएसआई पर रेप का मामला दर्ज करवा कर उसे गिरफ्तार करवा चुकी है. तब पुलिस ने एएसआई को इस मामले में दोषी मानते हुए नौकरी से बर्खास्त कर दिया था. वहीं, कोर्ट ने भी तत्कालीन ASI को सजा सुनाई थी.