अजमेर : अजमेर के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित चूड़ी बाजार के एक दुकान का शटर तोड़कर गल्ले से 10 लाख की चोरी मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस की ओर से बताया गया कि चोरी की वारदात को अंजाम देने वाला कोई और नहीं, बल्कि दुकान पर काम करने वाला पुराना कर्मचारी था. आरोपी को करीब सालभर पहले वित्तीय गड़बड़ी के बाद मालिक ने दुकान से निकाल दिया था. वहीं, बेरोजगार होने के बाद आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर गुनाह का रास्ता अख्तियार किया.
साथ ही आरोपी ने अपने दूसरे साथियों के साथ मिलकर पूर्व मालिक की दुकान पर चोरी की वारदात को अंजाम दिया. हालांकि, मामले की जांच में जुटी कोतवाली थाना पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. अजमेर नार्थ सीओ रुद्र प्रकाश शर्मा ने बताया कि चूड़ी बाजार में एक शॉपिंग टॉवर स्थित दुकान पर बीते 26 नवंबर को अज्ञात चोरों ने दुकान का शटर तोड़कर गल्ले से 10 लाख रुपए चुरा लिए थे. पीड़ित मालिक भगवान हरपलानी ने इस मामले की शिकायत कोतवाली थाने में की. इस पर पुलिस ने बीएनएस की धारा 305 (ए) व 303 (4) के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की.
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सीओ ने बताया कि प्रकरण में 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया. साथ ही मुखबिर से मिली सूचना पर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से 2 लाख 95 हजार रुपए बरामद हुए हैं. उन्होंने बताया कि आरोपियों से शेष राशि और वारदात में शामिल अन्य साथियों के बारे में पूछताछ की जा रही है. उन्होंने बताया कि आरोपियों की शिनाख्त गंज थाना क्षेत्र के नागफणी इलाके के लक्ष्मी मोहल्ला निवासी मुकेश सिंह और भिनाय थाना क्षेत्र के बस्सा बड़ला निवासी हनुमान रेगर के रूप में हुई है. फिलहाल आरोपी हनुमान नगर के फागी में रह रहे थे.
सीओ ने बताया कि आरोपी मुकेश सिंह एक साल पहले पीड़ित दुकानदार के यहां नौकरी करता था. आरोपी मुकेश सिंह को आरोपी की दुकान के बारे में सभी जानकारी थी. साथ ही एक साल पहले उसे वित्तीय गड़बड़ी के बाद दुकान मालिक ने काम से निकाल दिया था. उन्होंने बताया कि आरोपी मुकेश सिंह ने चोरी की वारदात को अंजाम देने से पहले अपने साथियों के साथ मिलकर दुकान की रेकी की थी और फिर इस वारदात को अंजाम दिया था.