नई दिल्ली/नोएडा: हजारों करोड़ रुपए के जीएसटी घोटाला मामले में 25 हजार के इनामी आरोपी ने सोमवार को सूरजपुर कोर्ट में आत्मसमर्पण किया. नोएडा पुलिस की तीन टीमें आरोपी की तलाश में दबिश दे रही थी. आरोपी के खिलाफ कोर्ट से कुर्की का वारंट जारी हो चुका था. कुर्की के डर से आरोपी ने आत्मसमर्पण किया. इस मामले में अब तक 29 आरोपी जेल गए हैं.
एसीपी 1 नोएडा प्रवीण सिंह ने बताया कि करोड़ों के जीएसटी फर्जीवाड़ा मामले में फरार चल रहे हरियाणा के हिसार निवासी कुणाल मेहता उर्फ गोल्डी ने सोमवार को ग्रेटर नोएडा की सूरजपुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. कुणाल अपने साथियों के साथ पिछले पांच वर्षों से फर्जी फर्म जीएसटी नंबर तैयार कर फर्जी बिलों का उपयोग करने के बाद जीएसटी रिफंड लेकर सरकार को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा रहा था.
कुणाल के घर की कुर्की का आदेश न्यायालय से जारी हुआ था. इस मामले में फरार चल रहे पांच आरोपियों के घरों की कुर्की पुलिस कर चुकी है. कई अन्य की कुर्की आगामी दिनों में करने की तैयारी है. कुणाल ने फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड का दुरुपयोग करके कंपनी खोली थी. इसने कंपनी के टर्न ओवर के आधार पर करोड़ों रुपए के जीएसटी आईटीसी लिया था. मामले का पर्दाफाश नोएडा की सेक्टर-20 पुलिस ने बीते साल जून में किया था.
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अब तक 29 की गिरफ्तारी: जीएसटी मामले में अब तक गौरव सिंघल, गुरमीत सिंह, राजीव, राहुल, विनीता, अश्वनी, अतुल सेंगर, दीपक मुरजानी, यासीन, विशाल, राजीव, जतिन, नंदकिशोर, अमित कुमार, महेश, प्रीतम शर्मा, राकेश कुमार, अजय कुमार, दिलीप कुमार, मनन सिंघल, पीयूष, अतुल गुप्ता, सुमित गर्ग समेत 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.