पटना: लोकसभा चुनाव 2024 खत्म हो चुका है. आम चुनाव में जीते बिहार के सभी 40 सांसदों का पूरा राजनीतिक आर्थिक और आपराधिक लेखा-जोखा एडीआर यानी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने जारी किया है. सभी 40 विजेता उम्मीदवारों के शपथ पत्रों के आधार पर यह रिपोर्ट जारी की गई है.
किस दल के कितने करोड़पति सांसद?: एडीआर की रिपोर्ट में बिहार के 40 सांसदों में 38 सांसद करोड़पति बताए गए हैं. बीजेपी के 12 सांसदों में सभी 12 विजेता उम्मीदवार करोड़पति हैं. जेडीयू के सभी 12 विजेता सांसदों में 12 करोड़पति है. लोजपा (रामविलास) के पांचों सांसद भी करोड़पति हैं. वहीं आरजेडी के चारों और कांग्रेस के तीनों सांसद भी करोड़पति हैं. इसके अलावे निर्दलीय पप्पू यादव भी करोड़पति हैं, जबकि सीपीआई माले के दो सांसदों में एक सांसद करोड़पति हैं.
वैशाली देवी बिहार की सबसे अमीर सांसद: एडीआर की रिपोर्ट में बिहार के निर्वाचित 40 सांसदों में तीन सबसे अमीर सांसदों की सूची जारी की गई है. वैशाली से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की वीणा देवी सबसे अमीर सांसद है, उनकी कुल संपत्ति 46 करोड़ 71 लाख 70 हजार 49 रुपये है. दूसरे नंबर पर बीजेपी के पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद हैं, उनकी कुल संपत्ति 40 करोड़ 60 लाख 98 हजार 345 रुपये है. वहीं, तीसरे नंबर पर बीजेपी के पश्चिमी चंपारण के सांसद डॉक्टर संजय जायसवाल हैं, उनकी कुल संपत्ति 29 करोड़ 5 लाख 35 हजार 126 रुपये है.
जीतनराम मांझी बिहार के सबसे गरीब सांसद: एडीआर की रिपोर्ट में बिहार के तीन सबसे गरीब सांसदों की लिस्ट भी जारी की गई है. पहले नंबर पर गया से हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (से) जीतनराम मांझी हैं. उनकी कुल संपत्ति महज 30 लाख 20 हजार 578 रुपये है. दूसरे नंबर पर आरा से सीपीआई माले के सुदामा प्रसाद हैं, जिनकी कुल संपत्ति 90 लाख 98 हजार 946 रुपये है. तीसरे नंबर पर भागलपुर से जेडीयू के सांसद अजय कुमार मंडल का नाम है. उनकी कुल संपत्ति 1 करोड़ 22 लाख 32 हजार 756 रुपये है.
सबसे ज्यादा कर्जदार सांसद?: एडीआर की रिपोर्ट में तीन सांसद के ऊपर सबसे ज्यादा कर्ज है. वैशाली से सांसद वीणा देवी के ऊपर 16 करोड़ 47 लाख 62 हजार 876 रुपये का कर्ज है. दूसरे नंबर पर बक्सर से आरजेडी के सांसद सुधाकर सिंह का नाम है. इनके ऊपर कुल 5 करोड़ 73 लाख 94 हजार 347 रुपये कर्ज है. तीसरे नंबर पर बीजेपी के मुजफ्फरपुर से सांसद राजभूषण चौधरी का नाम है. इनके ऊपर 5 करोड़ 46 लाख 8 हजार 134 रुपये का कर्ज है.
कितने उम्मीदवार पर आपराधिक मामले?: एडीआर की रिपोर्ट में बिहार के 40 में से 21 सांसदों पर आपराधिक मामले होने का जिक्र किया गया है. निर्वाचित सांसदों के शपथ पत्र के आधार पर रिपोर्ट में कहा गया है कि 40 में से 21 यानी 53 फीसदी विजेता सांसदों पर आपराधिक मामले हैं. जिसमें 19 सांसदों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. 5 सांसदों के ऊपर हत्या का प्रयास यानी आईपीसी की धारा 307 के तहत मामला चल रहा है. एक सांसद के ऊपर महिला के ऊपर अत्याचार से संबंधित मामले दर्ज हैं.
किस पार्टी के सांसद पर कितने मामले?: एडीआर रिपोर्ट में सभी राजनीतिक दलों के सांसदों के ऊपर आपराधिक मामले का रिकॉर्ड दिया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेपी के 12 सांसदों में 8 सांसदों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, यानी 67% सांसद पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. जिसमें 7 उम्मीदवार पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. जेडीयू के 12 सांसदों में 2 सांसदों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. दोनों सांसदों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, यानी जेडीयू के 17 प्रतिशत संसद पर आपराधिक मामले चल रहे हैं.
कई सांसदों पर गंभीर मामले: वहीं, लोजपा (रामविलास) के 5 सांसदों में दो पर आपराधिक मामले चल रहे हैं. दोनों पर गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं या नहीं 40% सांसद पर आपराधिक मामले चल रहे हैं. आरजेडी के 4 सांसदों में चारों सांसद पर गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं, यानी 100% सांसदों पर गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं. कांग्रेस के तीन सांसद में एक सांसद पर गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं, यानी 33% सांसद पर गंभीर मामले चल रहे हैं. वहीं, माले के दो सांसदों में दोनों सांसद पर गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं, यानी उनके 100% सांसद पर आपराधिक मामले चल रहे हैं. इसके अलावे जीतनराम मांझी और पप्पू यादव पर भी आपराधिक मामले चल रहे हैं.
सबसे ज्यादा अपराधिक मामले?: एडीआर की रिपोर्ट में उम्मीदवारों के द्वारा स्वयं घोषित किए गए आपराधिक मामलों की सूची भी प्रकाशित की गई है. सबसे ज्यादा पूर्णिया से निर्दलीय सांसद चुने गए राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पर आपराधिक मामले चल रहे हैं. पप्पू यादव पर कुल 4 केस चल रहे हैं, जिसमें सीरियस आईपीसी के 42 धारा और अन्य 129 आईपीसी की धारा के तहत मामले दर्ज हैं. दूसरे नंबर पर आरजेडी के औरंगाबाद के सांसद अभय कुमार सिंह पर 16 आपराधिक मामले चल रहे हैं, जिसमें आईपीसी की दो गंभीर धारा और 19 सामान्य धारा का केस चल रहे हैं.
जनार्दन सिंह सिग्रीवाल पर कितने केस?: इसके अलावे महाराजगंज से बीजेपी के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल का नाम है, उन पर 5 आपराधिक मामले चल रहे हैं. जिसमें 12 सीरियस आईपीसी की धारा के तहत एवं 14 सामान्य आईपीसी की धारा के तहत मामला चल रहा है. जहानाबाद से आरजेडी सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव पर 7 आपराधिक मामले चल रहे हैं, जिसमें सीरियस आईपीसी की 6 धारा और 22 आईपीसी की सामान्य धारा का केस चल रहा है.
मीसा भारती पर भी मुकदमा: बीजेपी के बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह का नाम है, उन पर कुल तीन आपराधिक मामले चल रहे हैं. जिसमें 9 आईपीसी की सीरियस धारा और 6 सामान्य आईपीसी की धारा पर मामला चल रहा है. आरजेडी की पाटलिपुत्र से सांसद मीसा भारती पर भी आपराधिक मामले चल रहे हैं, जिसमें आईपीसी की पांच सीरियस धारा और 8 आईपीसी की सामान्य धारा के तहत मामला चल रहा है. वहीं, एलजेपीआर से खगड़िया के सांसद राजेश वर्मा पर कुल 12 आपराधिक मामले चल रहे हैं, जिसमें आईपीसी की चार सीरियस धारा आईपीसी की 20 सामान्य धारा का केस चल रहा है.
किस पार्टी को कितनी सीट मिली?: बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीट है. आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड को 12-12 सीटों पर जीत मिली है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने 5 सीट और राष्ट्रीय जनता दल ने 4 सीट पर जीत हासिल की है. वहीं, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को 3 और सीपीआईएमएल को 2 सीटों पर सफलता मिली है. इसके अलावे हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (से) ने एक और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है.
ये भी पढ़ें: सातवें चरण में करोड़पति उम्मीदवारों की भरमार, रविशंकर प्रसाद सबसे अमीर कैंडिडेट - ADR Report