जयपुर: राजधानी जयपुर की विद्याधर नगर थाना पुलिस ने 11 साल पुराने मणिपुरम फाइनेंस और आईआईएफएल गोल्ड फाइनेंस डकैती के मामले में फरार आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. रविवार को पुलिस ने फरार स्थाई वारंटी कमलेश उर्फ कमल खर्रा को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी 2013 के डकैती प्रकरण में वांछित था. विद्याधर नगर इलाके में वर्ष 2013 में मणिपुरम फाइनेंस लिमिटेड और आईआईएफएल गोल्ड फाइनेंस में करोड़ों रुपए की डकैती की वारदात हुई थी, जिसके बाद से आरोपी अलग-अलग स्थान पर रहकर फरारी काट रहा था. आरोपी रोजाना नए नंबर और नए मोबाइल का उपयोग कर रहा था. असम और नागालैंड में फरारी काट रहा था. आरोपी विद्याधर नगर के अलावा रिंगस, नेछवा, श्रीमाधोपुर, एसओजी और बिछवाल बीकानेर थाने में भी वांछित था.
डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा के मुताबिक वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीमों का गठन किया गया. पुलिस की स्पेशल टीमों ने कार्रवाई करते हुए 11 साल पुराने डकैती मामले में वांछित स्थाई वारंटी कमलेश को असम से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. गिरफ्तार आरोपी नेछुवा सीकर में फायरिंग प्रकरण में, रिंगस सीकर में हत्या के प्रयास, थाना बिछवाल जिला बीकानेर में तेल टैंकर चोरी और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप जयपुर में धोखाधड़ी के प्रकरण में वांछित है. आरोपी थाना बिछवाल जिला बीकानेर में धारा 299 सीआरपीसी में भगोड़ा घोषित किया हुआ था.
पढे़ं. पेंसिल जॉब के नाम पर करते थे ठगी, 5 आरोपी गिरफ्तार
आरोपी असम और नगालैंड में फरारी काट रहा था. पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था. आरोपी रोजाना नए नंबर और नए मोबाइल का उपयोग कर रहा था. तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर रही है.