जयपुर. राजस्थान एनसीसी के लिए एक अच्छी खबर है. राजस्थान निदेशालय में अब 8 हजार अतिरिक्त एनसीसी कैडेट्स की भर्ती की जाएगी. इससे पहले 67 हजार एनसीसी कैडेट्स को ट्रेनिंग दी जा रही थी. अब यह संख्या बढ़कर 75 हजार हो गई है. अतिरिक्त एनसीसी कैडेट्स को ट्रेनिंग देने के लिए 80 एक्स सर्विसमैन की भी भर्ती की जाएगी. यह कहना है एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीर पाल सिंह का. गुरबीरपाल सिंह मंगलवार को अपने दो दिवसीय राजस्थान दौरे पर जयपुर पहुंचे.
एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह सीधे ही झोटवाड़ा रोड स्थित एनसीसी निदेशालय पहुंचे. यहां एनसीसी कैडेट्स ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया. इसके बाद गुरबीरपाल सिंह ने एनसीसी निदेशालय का निरीक्षण किया और जयपुर जोधपुर, कोटा, उदयपुर के ग्रुप कमांडरों से एनसीसी गतिविधियों को लेकर चर्चा की. उन्होंने ग्रुप कमांडरों से राजस्थान में चल रही एनसीसी गतिविधियों की जानकारी ली. राजस्थान एनसीसी के उपमहानिदेशक सत्येंद्र शर्मा ने एनसीसी में चल रही आर्मी, एयर और नेवी विंग की प्रशिक्षण गतिविधियों एवं ट्रेनिंग शिविरों की जानकारी दी. राजस्थान एनसीसी ने जो उपलब्धियां हासिल की, उसके के बारे में भी गुरबीरपाल सिंह को जानकारी दी गई.
मीडिया से रूबरू होते हुए गुरबीरपाल सिंह ने कहा कि अभी हाल ही में एनसीसी विस्तार को अनुमति दी गई है. जिसमें राजस्थान निदेशालय को 8 हजार वैकेंसी दी गई है. इन कैडेट्स को ट्रेनिंग देने के लिए 80 एक्स सर्विसमैन को भी अप्वॉइंट किया जाएगा. इन कैडेट्स की भर्ती कैसे की जाएगी और इन्हें ट्रेनिंग किस तरह से दी जाएगी, इसे लेकर भी आज चर्चा की गई है. पिछले साल एनसीसी कैडेट्स की ट्रेनिंग किस तरह से हुई और उसे किस तरह से और बेहतर बनाया जा सकता है, इसे लेकर भी चर्चा की गई है.
गुरबीरपाल सिंह ने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत एनसीसी निदेशालय परिसर में पेड़ लगाकर एनसीसी के लिए इस अभियान की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि अपने ट्रेनिंग के दौरान एनसीसी कैडेट एक पौधा उगाएगा और उसकी देखरेख भी करेगा. उन्होंने कहा कि देशभर में हर साल 7 लाख कैडेट्स का रजिस्ट्रेशन होता है. इस तरह 7 लाख कैडेट्स 7 लाख पौधे उगाएंगे और उनका ध्यान भी रखेंगे. इस दौरान राजस्थान निदेशालय के उप महानिदेशक सत्येंद्र शर्मा भी मौजूद रहे. गुरबीरपाल सिंह बुधवार तक राजस्थान में रहेंगे. इस दौरान वे मुख्य सचिव सुधांश पंत और आर्मी के अन्य उच्च अधिकारियों से मुलाकात भी करेंगे.