देहरादून: उत्तराखंड के केदारनाथ विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को मतदान होना है, जिसकी सभी तैयारियां मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने पूरी कर ली है. केदारनाथ विधानसभा सीट पर बनाई गई 173 पोलिंग बूथों पर पोलिंग पार्टियों पहुंच चुकी हैं. पहली बार किसी चुनाव में मुख्य निर्वाचन कार्यालय की ओर से 75 फीसदी पोलिंग (130 पोलिंग बूथ) बूथों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. यानी इन सभी बूथों की वेबकास्टिंग की जाएगी. इसके साथ ही निर्वाचन ड्यूटी में तैनात 205 गाड़ियों की जीपीएस से निगरानी की जाएगी. मुख्य निर्वाचन कार्यालय एवं जिला निर्वाचन कार्यालय में वेबकास्टिंग एवं जीपीएस की मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है.
वेबकास्टिंग के जरिए मतदान केंद्रों की होगी निगरानी: केदारनाथ उपचुनाव प्रदेश की दोनों मुख्य पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस के लिए काफी महत्वपूर्ण है. क्योंकि, जहां एक ओर ये चुनाव कांग्रेस संगठन को मजबूती प्रदान करेगी तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी के लिए मंगलौर और बदरीनाथ में मिली हार की भरपाई करेगी. वहीं, उत्तराखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया कि उपचुनाव के दौरान 75 फीसदी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं. सीसीटीवी कैमरा से वेबकास्टिंग के जरिए लगातार मतदान केंद्र की निगरानी, जिला और मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय समेत इलेक्शन कमीशन से होती रहेगी.
निर्वाचन प्रक्रिया निर्भीक, निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम के निर्देशन एवं निगरानी में लगातार नए प्रयास हो रहे हैं। 07 केदारनाथ विधानसभा में हो रहे उपचुनाव में इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला है।
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) November 19, 2024
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निर्वाचन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए निर्वाचन आयोग की ओर से समय-समय पर नए प्रयास होते हैं. इसी कड़ी में मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए जाते हैं. ताकि, केंद्र की पूरी निगरानी की जा सके. अब तक के चुनावों में विधानसभा के मतदान केंद्रों के सापेक्ष 50 फीसदी केंद्रों पर ही सीसीटीवी कैमरा लगाए जाते थे, लेकिन ये पहली बार है, जब किसी विधानसभा के 75 फीसदी पोलिंग बूथों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं. इसके साथ ही निर्वाचन प्रक्रिया में इस्तेमाल हो रही 205 गाड़ियों में जीपीएस लगाया गया है. ताकि, इन गाड़ियों के गतिविधियों पर नजर रखी जा सके.
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