बुरहानपुर : पिछले दिनों जिला मुख्यालय से 18 किमी दूर अड़गांव निवासी दो युवकों के पोस्टर मार्च से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया था. युवकों ने आरोप लगाते हुए पोस्टर छपवाए कि उनके क्षेत्र में पिछले 10 सालों में अवैध शराब पीने से 16 लोगों की मौत हो चुकी है. जानकारी लगते ही कलेक्टर भव्या मित्तल ने जांच के निर्देश दिए. वहीं कलेक्टर के निर्देश पर जब शाहपुर टीआई अखिलेश मिश्रा आंकड़े जुटाकर गांव पहुंचे तो आरोप निराधार पाए गए. पंचायत में चौपाल लगाई गई और बताया गया कि जिन लोगों की 2014 से 2023 के बीच मौत हुई, वो अलग-अलग कारणों से हुई.
शराब पीने से नहीं हुई थी मौतें
पुलिस ने यहां चौपाल लगाकर 100 से ज्यादा लोगों की समस्या सुनी. इस दौरान पुलिस ने दावा किया है कि शराब पीने से मौत होने का आरोप निराधार हैं, इन मौतों का कारण अलग अलग है, इन मौतों में 12 पुरुष और 1 महिला शामिल हैं. इनमें से एक भी मौत शराब पीने की वजह से नहीं हुई. हालांकि, पंचायत में ग्रामीणों ने जुआ, सट्टा सहित अवैध शराब बेचने के आरोप लगाए, इस पर टीआई ने कार्रवाई का भरोसा दिया है, उन्होंने कहा कि पहले भी गांव में आबकारी एक्ट सहित जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की है. यदि फिर कोई दोषी पाए जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
इन वजहों से हुई थी मौतें
अवैध शराब पीने से हुई 16 मौतों के आरोप पर शाहपुर टीआई अखिलेश मिश्रा ने बताया, '' अड़गांव में 2014 से 2023 तक हुए मौतों की सूची तैयार की है, इस सूची में मौतों के कारणों का खुलासा किया है. एक भी मौत शराब पीने से नही हुई हैं, इन मौतों में सड़क दुर्घटना, फांसी सहित जलने के बाद इलाज के दौरान मौत होना शामिल है. यहां पहले शराब बिक्री व जुआ सट्टा पकड़ा था, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी हैं, यदि फिर शिकायत आई हैं तो निश्चित रूप से कार्रवाई होंगी.''