बूंदी: जिले के खटकड़ त्रिवेणी संगम पर स्थित बिल्केश्वर महादेव घूमने गए 11 बच्चे और दो युवक गुरुवार देर शाम मेज नदी में तेज बहाव आने से मंदिर में ही फंस गए. सुबह तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शुक्रवार अल सुबह सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया.
बूंदी के रिहाणा, ख्यावदा, गोपुरा के 20 से अधिक बच्चे और दो अन्य युवक खटकड़ के करीब त्रिवेणी संगम पर बिल्केश्वर महादेव घूमने गए थे. दर्शन करने के बाद गुरुवार शाम को वापस घर लौटने लगे, तो मेज नदी में उफान आ गया. लगातार नदी में पानी बढ़ने व अंधेरा होने के चलते 11 बच्चे और दो युवक मंदिर में ही फंस गए. इनमें से कुछ बच्चे मौका देखकर पहाड़ी के रास्ते गांव लौट गए. मंदिर में फंसे लोगों की सूचना प्रशासन को मिली, तो रेस्क्यू की तैयारी शुरू की. एसडीआरएफ व गेंडोली के पुलिस की टीम ने सुबह तज चले रेस्क्यू आपरेशन में सभी को सुरक्षित निकाल लिया.
मेज नदी पुलिया पर पानी आने से हुई परेशानी: महादेव मंदिर में फंसे लोगों को बचाने के लिए प्रशासन हरकत में तो आ गया, लेकिन गुरुवार देर रात खटखड़ स्थित मेज नदी की पुलिया डूब गई. इसके चलते बूंदी से रवाना हुई रेस्क्यू टीम खटखड़ अटक गई. बाढ़ नियंत्रण कक्ष के प्रभारी सत्यवान शर्मा व रायथल तहसीलदार पुष्पेंद्र शर्मा ने लाखेरी एसडीएम से चर्चा कर कापरेन व गेंडोली से एसडीआरएफ के साथ रेस्क्यू टीम को मौके के लिए रवाना किया. रातभर की मशक्कत के बाद अल सुबह सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया. जिसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली.
रायथल तहसीलदार पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि खटखड़ मेज नदी पर स्थित बिलेश्वर महादेव मंदिर में घूमने गए 11 व्यक्ति फंस गए. सूचना पर तुरंत एसडीआरएफ को लेकर मौके पर पहुंचे व रेस्क्यू कर सभी को सुरक्षित बाहर निकाला. रेस्क्यू ऑपरेशन सुबह 5 बजे तक चला.