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पौड़ी की अंकिता ध्यानी को मिला पेरिस ओलंपिक 2024 का टिकट, रैंकिंग में भी हुआ सुधार - Ankita Dhyani Paris Olympics 2024 - ANKITA DHYANI PARIS OLYMPICS 2024

Ankita Dhyani Paris Olympics 2024 पौड़ी की अंकिता ध्यानी ने पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए क्वालीफिकेशन कोटा हासिल कर लिया है. वर्ल्ड एथलेटिक्स ने समर ओलंपिक के लिए योग्य एथलीटों की सूची की घोषणा की है. जिसमें अंकिता ध्यानी समेत भारत के 30 सदस्य शामिल हैं.

Ankita Dhyani Paris Olympics 2024
पौड़ी की अंकिता ध्यानी को मिला पेरिस ओलंपिक 2024 का टिकट (PHOTO- ankita1500m (INSTAGRAM))
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 10, 2024, 4:21 PM IST

श्रीनगर (उत्तराखंड): आज पहाड़ की बेटियां हर क्षेत्र में अपने हुनर का लोहा मनवा रही हैं. हर क्षेत्र में राज्य की बेटियां बेटों से एक कदम आगे हैं. आज हम जिस बेटी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं. उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से पूरे राज्य का नाम रोशन किया है. हम बात कर रहे हैं अंकिता ध्यानी की. जिन्होंने विश्व रैंकिंग कोटे के जरिये पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है. उन्होंने 5 हजार मीटर की दौड़ में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अपनी रैकिंग में सुधार करते हुए 42वां स्थान प्राप्त किया है.

मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के लैंसडाउन तहसील क्षेत्र के मेरूड़ा गांव की रहने वाली अंकिता ध्यानी ने रैंकिंग में 42वां स्थान प्राप्त किया है. जिसके चलते उन्होंने पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है. वर्तमान में अंकिता इंडियन कैंप प्रशिक्षण बेंगलुरु में ट्रेनिंग ले रही हैं. इससे पहले हाल ही में उन्होंने हरियाणा के पंचकूला में आयोजित 63वीं नेशनल इंटर स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में प्रतिभाग किया था.

इस चैंपियनशिप के 5 हजार मीटर की दौड़ में प्रतिभाग करते हुए अंकिता ने न केवल 16 मिनट 10.31 सेकंड में अपनी रेस पूरी की बल्कि अपने प्रतिद्वंद्वियों को काफी पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया. इससे पूर्व भी अंकिता ने राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर की क‌ई प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन करते हुए अनेक मेडल अपने नाम किए हैं.

अंकिता के पिता महिमानंद ध्यानी और माता लक्ष्मी देवी का कहना है कि अंकिता ने पहली बार आठवीं कक्षा में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. तेहरान (ईरान) में हुई एशियन इंडोर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी उन्होंने रजत पदक हासिल किया था. बेटी की इस उपलब्धि पर परिवार में खुशी का माहौल है.

अंकिता ध्यानी का शानदार सफर:

  • 2013-14 में रांची में हुए स्कूल गेम्स में प्रतिभाग किया था. इस प्रतियोगिता में अंकिता ने 800 और 1500 मीटर दौड़ में हिस्सा लिया.
  • 2014-15 और 2015-16 में अंकिता फिर नेशनल स्कूल गेम्स तक पहुंचीं.
  • 2016-17 में पहली बार अंकिता ने एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से तेलंगाना में आयोजित 3000 मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान पाया.
  • 2016-17 में ही यूथ फेडरेशन की ओर से वडोदरा में आयोजित 3000 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक जीता.
  • 2017-18 में रोहतक में आयोजित राष्ट्रीय स्कूल गेम्स में 3000 मीटर दौड़ में रजत पदक जीता.
  • पुणे में खेलो इंडिया में अंकिता ने 1500 और 3000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीत साईं हॉस्टल भोपाल में जगह पाई.
  • साल 2019, 2020 में खेलो इंडिया में अलग-अलग दौड़ में स्वर्ण पदक, 2021 में भोपाल और गुवाहाटी में आयोजित प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीते.
  • पटियाला में आयोजित प्रतियोगिता में कांस्य पदक और संगरूर (पंजाब) में आयोजित प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया.

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श्रीनगर (उत्तराखंड): आज पहाड़ की बेटियां हर क्षेत्र में अपने हुनर का लोहा मनवा रही हैं. हर क्षेत्र में राज्य की बेटियां बेटों से एक कदम आगे हैं. आज हम जिस बेटी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं. उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से पूरे राज्य का नाम रोशन किया है. हम बात कर रहे हैं अंकिता ध्यानी की. जिन्होंने विश्व रैंकिंग कोटे के जरिये पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है. उन्होंने 5 हजार मीटर की दौड़ में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अपनी रैकिंग में सुधार करते हुए 42वां स्थान प्राप्त किया है.

मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के लैंसडाउन तहसील क्षेत्र के मेरूड़ा गांव की रहने वाली अंकिता ध्यानी ने रैंकिंग में 42वां स्थान प्राप्त किया है. जिसके चलते उन्होंने पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है. वर्तमान में अंकिता इंडियन कैंप प्रशिक्षण बेंगलुरु में ट्रेनिंग ले रही हैं. इससे पहले हाल ही में उन्होंने हरियाणा के पंचकूला में आयोजित 63वीं नेशनल इंटर स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में प्रतिभाग किया था.

इस चैंपियनशिप के 5 हजार मीटर की दौड़ में प्रतिभाग करते हुए अंकिता ने न केवल 16 मिनट 10.31 सेकंड में अपनी रेस पूरी की बल्कि अपने प्रतिद्वंद्वियों को काफी पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया. इससे पूर्व भी अंकिता ने राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर की क‌ई प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन करते हुए अनेक मेडल अपने नाम किए हैं.

अंकिता के पिता महिमानंद ध्यानी और माता लक्ष्मी देवी का कहना है कि अंकिता ने पहली बार आठवीं कक्षा में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. तेहरान (ईरान) में हुई एशियन इंडोर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी उन्होंने रजत पदक हासिल किया था. बेटी की इस उपलब्धि पर परिवार में खुशी का माहौल है.

अंकिता ध्यानी का शानदार सफर:

  • 2013-14 में रांची में हुए स्कूल गेम्स में प्रतिभाग किया था. इस प्रतियोगिता में अंकिता ने 800 और 1500 मीटर दौड़ में हिस्सा लिया.
  • 2014-15 और 2015-16 में अंकिता फिर नेशनल स्कूल गेम्स तक पहुंचीं.
  • 2016-17 में पहली बार अंकिता ने एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से तेलंगाना में आयोजित 3000 मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान पाया.
  • 2016-17 में ही यूथ फेडरेशन की ओर से वडोदरा में आयोजित 3000 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक जीता.
  • 2017-18 में रोहतक में आयोजित राष्ट्रीय स्कूल गेम्स में 3000 मीटर दौड़ में रजत पदक जीता.
  • पुणे में खेलो इंडिया में अंकिता ने 1500 और 3000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीत साईं हॉस्टल भोपाल में जगह पाई.
  • साल 2019, 2020 में खेलो इंडिया में अलग-अलग दौड़ में स्वर्ण पदक, 2021 में भोपाल और गुवाहाटी में आयोजित प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीते.
  • पटियाला में आयोजित प्रतियोगिता में कांस्य पदक और संगरूर (पंजाब) में आयोजित प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया.

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