यरूशलम : राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात कर भीषण खाद्य संकट से जूझ रहे गाजा में मानवीय सहायता की आपूर्ति की समस्या को सुलझाने की तत्काल आवश्यकता और क्षेत्रीय घटनाक्रम पर चर्चा की.
इजराइल के प्रधानमंत्री के आधिकारिक हैंडल से 'एक्स' पर साझा की गई पोस्ट में लिखा गया कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से आज मुलाकात की और उन्हें गाजा पट्टी में जारी युद्ध से जुड़े हालिया घटनाक्रम की जानकारी दी.
हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादियों ने दक्षिणी इजराइल पर सात अक्टूबर, 2023 को हमला कर दिया था जिसमें करीब 1,200 लोगों की मौत हो गई थी और उसने 250 लोगों को बंधक बना लिया था. हमास की कैद में अब भी करीब 100 बंधकों के होने का अनुमान है.
हमास के हमले के बाद इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई की जिसके कारण युद्ध शुरू हो गया. गाजा में इजराइल के हमलों में 30,000 से अधिक फलस्तीनियों के मारे जाने का अनुमान है. नेतन्याहू ने कहा कि दोनों पक्षों ने बंधकों को छुड़ाने के प्रयास और मानवीय सहायता के मुद्दे पर भी चर्चा की.
इजराइल-हमास संघर्ष के कारण पैदा हुआ मानवीय संकट लगातार गहराता जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि गाजा पट्टी में कम से कम 5,76,000 लोग यानी कुल आबादी का एक-चौथाई हिस्सा खाद्य संकट से जूझ रहा है. डोभाल ने अपने इजराइली समकक्ष तजाखी हानेग्बी से भी मुलाकात की, जो नेतन्याहू के साथ उनकी बैठक के दौरान भी मौजूद थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात, कतर, सऊदी अरब, मिस्र और जॉर्डन जैसे क्षेत्र के महत्वपूर्ण देशों के नेताओं के साथ लगातार संपर्क में बने हुए हैं और क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए चर्चा में सक्रिय रूप से शामिल हैं. भारत ने गाजा में फलस्तीनी आबादी को जरूरी वस्तुओं की खेप भेजकर आवश्यक मानवीय सहायता प्रदान करने के प्रयासों में मदद की है.