पटना: पुरुषों में तनाव की वजह से आक्रामकता और गुस्सा बढ़ता है, जिसका असर उनके स्वास्थ्य पर भी देखने को मिलता है. 10 जून से 16 जून तक विश्व पुरुष सप्ताह मनाया जा रहा है. ऐसे में पटना के निंती कार्डियक केयर के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. ओम प्रकाश ने बताया कि भारत में हृदय रोग मृत्यु का प्रमुख कारण है और पुरुषों में महिलाओं की तुलना में हृदय रोग का खतरा अधिक होता है.
इस उम्र के लोगों को है ज्यादा खतरा: आजकल लोग कई तरह की बीमारियों से घिरे हैं. 40 वर्ष से अधिक आयु के लोग हृदय रोग के हाई रिस्क जोन में होते हैं. स्वस्थ जीवन शैली से ही हृदय रोग के खतरे को हम किया जा सकता हैं. हृदय रोग से बचने के लिए नमक का सेवन खान-पान में काम करना चाहिए और नियमित रूप से 30 मिनट से 1 घंटे तक व्यायाम आवश्यक है.
मोटापा बढ़ा सकता है खतरा: डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि यदि दिल के दौरे की बात करें तो इसके लिए शुरुआती 60 मिनट का समय बहुत महत्वपूर्ण होता है, जिसे गोल्डन ऑवर कहा जाता है. इस स्थिति में तुरंत अस्पताल में एडमिट करना जरूरी है. ओबेसिटी हृदय रोग का एक प्रमुख कारण है. ऐसे में पुरुषों के लिए जरूरी है कि वह अपने वजन को नियंत्रित रखें और इसके लिए धूम्रपान बंद कर दें. इसके साथ ही खान-पान में फल, सब्जी, साबुत अनाज और प्रोटीन से भरपूर आहार का सेवन करें.
क्या आप भी कम सोते हैं?: वहीं फोर्ड हॉस्पिटल के डायरेक्टर और कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के कार्यकारी समिति के सदस्य डॉ. बी.बी भारती ने बताया कि देश में 30 वर्ष से 50 वर्ष के आयु के लोगों में बीते 10 वर्षों में हार्ट अटैक के मामले 10 परसेंट मामले बढ़ गए हैं. इसका सबसे प्रमुख कारण है लाइफस्टाइल जिसमें साउंड स्लीप पर कोई ध्यान नहीं दे रहा. 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद हृदय के सेहत के लिए बेहद जरूरी है.
इस समय पर करें भोजन: बता दें कि स्ट्रेस और मिलावटी भोजन भी हृदय रोग का बहुत बड़ा कारण है. ऐसे में लोगों के लिए जरूरी है कि इधर-उधर का भोजन कम करें. सुपाच्य और बिना मिलावट वाला भोजन ही करें. प्रतिदिन व्यायाम करें और रात्रि में खाना खाने के बाद 20 मिनट जरूर टहलें. सोने से 1 घंटा पहले भोजन जरूर कर लें.