देहरादून (उत्तराखंड): अयोध्या में भगवान श्रीराम अपने मंदिर में विराजमान हो गए हैं. 22 जनवरी के दिन देश ही नहीं विदेश में भी राम नाम की धूम रही. इस पूरे धार्मिक आयोजन के दौरान अगर किसी की आवाज का जादू चारों तरफ सुनाई दिया तो वो था बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल की. जुबिन ने एक साल पहले एक भजन गीत 'मेरे घर राम आए हैं..' गाया था. जिसे लोगों ने इतना पसंद किया कि सारे रिकॉर्ड ही तोड़ दिए. वहीं, जुबिन नौटियाल भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बने. ऐसे में ईटीवी भारत ने जुबिन नौटियाल से खास बातचीत की और गाने के पीछे की वजह को जानने की कोशिश की.
बता दें कि 'मेरे घर राम आए हैं..' भजन टी-सीरीज के बैनर तले बनाई गई है. जिसे मनोज मुंतशिर ने लिखा है. जबकि, म्यूजिक पायल देव का है और इसे जुबिन नौटियाल ने अपने सुरों से सजाया है. अभी तक यूट्यूब पर 131 M यानी मिलियन व्यूज आ चुके हैं. यह भजन गीत राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर छाया रहा. ऐसे में तमाम मुद्दों को लेकर उत्तराखंड के ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ किरणकांत शर्मा ने सिंगर जुबिन नौटियाल से खास बातचीत की. जुबिन ने भजन को लेकर कई बातें बताई, जो शायद ही किसी को पता हैं.
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सवाल- सैड सॉन्ग और मेलोडी सॉन्ग गाने वाले जुबिन नौटियाल भजन इस भजन से काफी फेमस हो गए. ऐसे में कैसा लग रहा है?
जवाब- जुबिन नौटियाल ने बताया कि 'मेरे घर राम आए हैं..' भजन उन्होंने अक्टूबर 2022 में गाया था. तब भजन लिखने और गाने वाली पूरी टीम को शायद ही इस बात का अंदाजा होगा कि आने वाले समय में यह इतना हिट होगा कि सबकी जुबान पर सिर्फ यही भजन होगा. जुबिन नौटियाल कहते हैं कि यह देश का प्यार और भगवान राम का आशीर्वाद है, जो इतने खास समय पर देश की जनता ने उन्हें प्यार दिया. उसे देखकर वो हैरान हैं कि भगवान किस तरह से कृपा बरसाते हैं.
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सवाल- राम मंदिर की भव्यता और दिव्यता कैसी है? आपको कैसा महसूस हुआ?
जवाब- राम मंदिर की भव्यता और दिव्यता पर जुबिन नौटियाल कहते हैं कि, जब वो अयोध्या पहुंचे तो इस बात का अंदाजा बिल्कुल भी नहीं था कि उन्हें वहां पर क्या महसूस होगा? लेकिन वो सभी से कहना चाहते हैं कि अगर आप मंदिर में जाते हैं या फिर कुछ चीज मांगने जा रहे हैं तो शायद ऐसा न हो पाए. क्योंकि, जब आप मंदिर में दाखिल होते हैं तो ऐसा लगता है कि आप हिप्नोटाइज हो गए हैं.
राम मंदिर का वातावरण, मंदिर की शैली, भगवान राम की मूर्ति आपको कुछ कहने, सुनने और सोचने के लिए मौका ही नहीं देती है. मंदिर में पहुंचने के बाद ऐसा लगता है कि जिंदगी में कोई परेशानी थी ही नहीं. सच में वो अयोध्या और खासकर राम मंदिर के इस मुख्य आयोजन में शामिल होकर खुद को बहुत ही गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
सवाल- क्या जब आप इस भजन को गा या शूट कर रहे थे, तब आपको इस बात अंदाजा था कि यह भजन सारे रिकॉर्ड तोड़ देगा?
जवाब- जुबिन नौटियाल ने कहा कि सबसे पहले वो अपनी पूरी टीम का जिक्र करना चाहते हैं, जिन्होंने मिलकर इस भजन को बनाया. इस भजन को पायल देव ने लिखा है. जबकि, मनोज मुंतशिर ने म्यूजिक दिया है. इस गाने में सुर देने का मौका उन्हें मिला. जब उनकी टीम यह गाना बना रही थी, तब इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि इस गाने का इतना बड़ा इंपैक्ट होगा. न ही ये सोचकर बनाया था कि यह गाना इतना हिट हो जाएगा.
जुबिन नौटियाल कहते हैं कि उन्होंने यह भजन सिर्फ भगवान राम के लिए सच्चे मन से गाया और बनाया था. जिस वक्त यह गाना आया था, तब भी लोग इसको पसंद कर रहे थे, लेकिन राम मंदिर की प्रक्रिया शुरू होते ही यह गाना उस माहौल के साथ जुड़ गया. अब सबकी जुबान पर यही भजन चढ़ा हुआ है. आज इस भजन को लेकर उनके पास देश ही नहीं बल्कि, विदेशों से भी फोन आ रहे हैं.
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सवाल- अमूमन बॉलीवुड में लोग धार्मिक गीत या भजन गाने से बचते हैं. उन्हें लगता है कि आगे उनको बॉलीवुड में काम मिलना बंद हो जाएगा. क्या आपके मन भी ऐसा आया कि आगे उनका धार्मिक प्रोजेक्ट सफल होगा या उनका दर्शन घट जाएगा?
जवाब- देखिए किसी भी काम को लेकर इंसान की इंटेंशन जरूरी होती है. उन्होंने कभी भी कोई गाना या कोई वीडियो इस इंटेंशन से नहीं बनाया कि लोग क्या सोचेंगे? अभी तक उन्होंने जो भी काम किया है, उसे वो एंजॉय करते हैं. क्योंकि, उन्हें लगता है कि उनके गाने और भजन को पसंद करने वाले दर्शक भी एंजॉय करते हैं. ये बात सही है कि कई बार इंडस्ट्री में टाइप कास्ट हो जाते हैं, लेकिन वो देवभूमि से हैं. ऐसे में अगर भजन नहीं गाएंगे तो क्या करेंगे? वो उत्तराखंड से हैं. जहां कण-कण में देवी देवता वास करते हैं.
एक बच्चे की वजह से बदली गाने की शैली- जुबिन नौटियाल ने बताया कि उन्हें याद है कि जब वो देहरादून में थे, तक उनके पास एक बच्चा आया था. बच्चे का कहना था कि वो उन्हें एक रैप सुनाना चाहता है. उस वक्त रैप का क्रेज बहुत था. उन्होंने रैप के लिए हामी भर दी. बच्चे ने रैप सुनाना शुरू किया, लेकिन रैप के बीच-बीच में कई शब्द थे, जिसे सुनने में उन्हें असहजता महसूस हुई. क्योंकि, रैप में जो शब्द आ रहे थे, वो डबल मीनिंग वाले थे, जिसे बच्चा गा रहा था.
जुबिन बताते हैं कि उसी वक्त उन्होंने सोचा कि इतने छोटे बच्चे के दिमाग भला में ये सब कहां से आया है? तब उन्होंने ये बात गांठ बांध ली कि कभी वो इस तरह के गाने नहीं गाएंगे, जिनमें अभद्र भाषा का इस्तेमाल हो या वो गलत संदेश दें. अब आपके सामने संयमित और भजन गीत सुनने को मिल रहे हैं. जिसे वो अपनी मर्जी से करते हैं, क्योंकि उन्हें ये सब करने में अच्छा लगता है.