हैदराबाद: फ्रांस के कांन्स शहर में एक बार फिर कान्स फिल्म फेस्टिवल का मेला लगने जा रहा है. इस बार कान्स का 77वां एडिशन है. हाल ही में दुनिया के सबसे बड़े फैशन इवेंट मेट गाला 2024 का लोगों ने लुत्फ उठाया था. अब यहां भी दुनियाभर की सुंदरियों और फिल्मों की स्क्रीनिंग होने जा रही है. अब अगर आप कान्स फिल्म फेस्टिवल के दिवाने हैं तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस बार का कान्स कब और कहां शुरू होने जा रहा है और भारत के नजरिए से यह कितना खास होने वाला है?
कब और कहां शुरू होगा फेस्टिवल?
कान्स फिल्म फेस्टिवल 2024 कल यानि 14 मई से 25 मई 2024 तक फ्रांस के कान्स शहर में चलेगा. इस बार अमेरिकन फिल्ममेकर और फिल्म 'बार्बी' की डायरेक्टर ग्रेटा गरविग जूरी की अध्यक्ष होंगी. वहीं, फ्रैंच एक्ट्रेस कैमिली कोटिन सेरेमनी की ओपनिंग और क्लोजिंग सेरेमनी की होस्ट रहेंगी. कान्स के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर इसकी लाइव स्ट्रीमिंग होगी. इस कवरेज में रेड कार्पेट, फोटोकॉल्स, प्रेस कॉन्फ्रेंस भी शामिल होंगी.
इस बार कान्स क्यों हैं खास?
कान्स फिल्म फेस्टिवल 2024 का ऑफिशियल पोस्टर फिल्म Rhapsody in August (1991) है, जिसे अकिरा कुरासावा ने डायरेक्ट किया है और इसे हार्टलैंड विला ने तैयार किया है.
कान्स फिल्म फेस्टिवल 2024 में मैरिल स्ट्रीप को ओपनिंग सेरेमनी के दौरान Palme d'Or अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा. इसके बाद क्लोजिंग सेरेमनी में स्टूडियो घिबली और जियॉर्ज लुकास को Palme d'Or से नवाजा जाएगा.
कान्स फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत क्वेनटिन ड्यूपेएक्स की फिल्म 'द सेकंड एक्ट' की स्क्रीनिंग से होगी.
भारत के लिए क्यों हैं खास
कान्स फिल्म फेस्टिवल में इस साल 22 फिल्में कंपीट करने जा रही हैं. वहीं, 30 सालों के इतिहास में इंडियन फिल्ममेकर पायल कपाड़िया की All We Imagine As Light यहां Palme d'Or के लिए कम्पीट करने वाली पहली इंडियन फिल्म होगी.
पहली बार होगा जब कान्स फिल्म फेस्टिवल में 'भारत पर्व' का आयोजन होने जा रहा है.
इस बार कान्स में 12 इंडियन फिल्म और इंडियन थीम्ड फिल्म की स्क्रीनिंग होने जा रही है.
यह पहली बार जब है, जब इतनी संख्या में इंडियन फिल्मों को स्क्रीनिंग का मौका मिला है, इससे पहले साल 2013 में 5 फिल्में (बोम्बे टॉकिज, मॉनसून शूटआउट, अगली, चारूलता और लंचबॉक्स) का आंकड़ा सबसे बड़ा था.
वहीं, इन 12 में से 6 फिल्मों के जीतने के चांस बताए जा रहे हैं. खास बात यह भी है कि इस साल कान्स गईं इंडियन-थीम्ड फिल्मों की ज्यादातर मेकर महिला डायरेक्टर हैं, जो कि इंडियन सिनेमा के लिए गर्व की बात हैं.
पायल कपड़िया (ऑल वी इमेडजिन एज लाइट- मलयालम, हिंदी), जोकि कान्स के प्रतिष्ठित अवार्ड Palme d'Or की रेस में शामिल है. यह फेस्टिवल का सबसे बड़ा सम्मान है और 30 सालों के बाद किसी इंडियन फिल्म को इसमें नॉमिनेशन मिला है.
संध्या सूरी की 'संतोष' और कोंसटेंटिन बोजानोव की 'द शेमलैस' यूएन सर्टेन रिगार्ड सेक्शन में नॉमिनेट है. फिल्म एंट टेलीविजन से निकलीं चिदनंदा एस नायक की सनफ्लोअर्स जोकि ला सिनेफ (La Cinef) कैटेगरी में शामिल है.
यूके बेस्ड इंडियन फिल्ममेकर मानसी माहेश्वरी की एनिमेटेड फिल्म 'बनीहुड', करन कंधारी की 'सिस्टर मिडनाइट', मैसम अली की डेब्यू फिल्म 'इन रिट्रीट', पालौमी बसु और सीजे क्लर्क की 'माया- द बर्थ ऑफ सुपरहीरो' कान्स में जलवा दिखाने जा रही है.
FTII से इस बार चार छात्रों की फिल्में यहां अपना जलवा दिखने के लिए तैयार है.
वहीं, दिग्गज डायरेक्टर श्याम बेनेगल की डायरेक्शन में बनी स्मिता पाटिल स्टारर फिल्म 'मंथन' कान्स के क्लासिक सेक्शन में कमबैक करने के लिए तैयार है. यह फिल्म दुग्ध सहकारी आंदोलन पर बेस्ड है, जो 4K वर्जन में देखी जाएगी. कान्स फिल्म फेस्टिवल 2024 में भारत को बड़ी जीत मिले इसकी आशा करते हैं.
ये भारतीय एक्ट्रेस रेड कार्पेट पर दिखा सकती हैं जलवा?
ऐश्वर्या राय
अदिति राव हैदरी
साउथ एक्ट्रेस शोभिता धुलिपाला
आलिया भट्ट
उर्वशी रौतेला