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शेयर बाजार में निवेश का झांसा, मोटी कमाई का लालच...संभल जाइए यह फ्रॉड है! इन तरीकों से खुद को बचाएं - How To Avoid Stock Market Frauds

How To Avoid Stock Market Frauds- क्या आप शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं? तो ये खबर आपके लिए है. आजकल ऑनलाइन जालसाज भोले-भाले लोगों को फंसाकर उनकी गाढ़ी कमाई लूट लेते हैं. तो ऐसे जालसाजों को कैसे पहचानें? इनसे बचने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? आइए अब जानते हैं वो बातें. पढ़ें पूरी खबर...

Stock Market Frauds
शेयर बाजार धोखाधड़ी (प्रतीकात्मक फोटो) (Getty Image)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 20, 2024, 7:00 AM IST

नई दिल्ली: हाल के दिनों में शेयर बाजार में धोखाधड़ी तेजी से बढ़ रही है. जालसाज निवेशकों को यह विश्वास दिलाकर करोड़ों रुपए लूट रहे हैं कि वे शेयर बाजारों में अच्छा मुनाफा देंगे. अहमदाबाद के सेवानिवृत्त चार्टर्ड अकाउंटेंट पटेल (88) को भी कुछ ऐसा ही कड़वा अनुभव हुआ. उन्हें एक साइबर बदमाश ने 1.97 करोड़ रुपए की ठगी कर ली. तो शेयर बाजार में धोखाधड़ी करने वालों की पहचान कैसे करें ताकि हम भी ऐसे जालसाजों का शिकार न हों? इनसे कैसे बचें? ऐसी बातें जो निश्चित रूप से जाननी चाहिए.

कैसे होता है धोखा?
सुनील सिंघानिया नाम के एक जालसाज ने पटेल नाम के एक निवेशक को व्हाट्सएप मैसेज भेजा कि वह एक शेयर बाजार विशेषज्ञ के साथ काम कर रहा है. उसने पटेल को एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा, यह विश्वास दिलाते हुए कि वह मुफ्त में निवेश के टिप्स देगा. उसने फर्जी मुनाफा दिखाकर पटेल को आकर्षित किया। इसके बाद उसने फर्जी वेबसाइट के जरिए उनसे निवेश करवाया. सिंघानिया ने धीरे-धीरे पटेल को थोड़ा-थोड़ा मुनाफा दिखाया और फिर उनसे एक बार में 1.97 करोड़ रुपए निवेश करवा लिए. इसके बाद सिंघानिया ने शेयरों की निकासी पर 15 फीसदी टैक्स मांगा. यहीं रुकने के बजाय उसने एक बार फिर पोर्टफोलियो की वैल्यू का 1 फीसदी देने की मांग की. इस पर ठगे जाने का अहसास होने पर पटेल ने अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई.

शेयर बाजार में होने वाले घोटालों को कैसे पहचानें?
वित्तीय विशेषज्ञों को सलाह दी जाती है कि वे शेयर बाजार में होने वाले ऐसे घोटालों से बहुत सावधान रहें. यह स्पष्ट है कि आपको नए लोगों के संपर्कों से सावधान रहना चाहिए. वे उन लोगों के सेबी या आरबीआई पंजीकरण की जांच करना चाहते हैं जो वित्तीय विशेषज्ञ होने का दावा करते हैं. अगर उनके पास सेबी और आरबीआई से लाइसेंस है तो ठीक है. अन्यथा उनके संपर्क को पूरी तरह से नजरअंदाज कर देना चाहिए. या पुलिस को रिपोर्ट करें.

वित्तीय विशेषज्ञों की सलाह

  • ऐप और वेबसाइट के माध्यम से निवेश करते समय, जांच लें कि वे असली हैं या नकली.
  • असली शेयर निवेश ऐप सेबी द्वारा लाइसेंस प्राप्त हैं। एनबीएफसी आरबीआई द्वारा लाइसेंस प्राप्त हैं.
  • ऐसी एपीके फाइलें डाउनलोड न करें जो आधिकारिक ऐप स्टोर में सूचीबद्ध न हों.
  • ऐसे मैसेज पर विश्वास न करें जो उच्च रिटर्न का वादा करते हैं.
  • अपना पासवर्ड और ओटीपी किसी को न बताएं या साझा न करें.
  • पासवर्ड नियमित रूप से बदलते रहना चाहिए.

सावधान रहें कि आपकी पहचान संबंधी धोखाधड़ी (जैसे आधार, पैन) धोखेबाजों के हाथों में न पड़ जाए. शेयर बाजार की उचित समझ विकसित की जानी चाहिए. ऑनलाइन धोखाधड़ी के प्रति सतर्क और जागरूक रहें.

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नई दिल्ली: हाल के दिनों में शेयर बाजार में धोखाधड़ी तेजी से बढ़ रही है. जालसाज निवेशकों को यह विश्वास दिलाकर करोड़ों रुपए लूट रहे हैं कि वे शेयर बाजारों में अच्छा मुनाफा देंगे. अहमदाबाद के सेवानिवृत्त चार्टर्ड अकाउंटेंट पटेल (88) को भी कुछ ऐसा ही कड़वा अनुभव हुआ. उन्हें एक साइबर बदमाश ने 1.97 करोड़ रुपए की ठगी कर ली. तो शेयर बाजार में धोखाधड़ी करने वालों की पहचान कैसे करें ताकि हम भी ऐसे जालसाजों का शिकार न हों? इनसे कैसे बचें? ऐसी बातें जो निश्चित रूप से जाननी चाहिए.

कैसे होता है धोखा?
सुनील सिंघानिया नाम के एक जालसाज ने पटेल नाम के एक निवेशक को व्हाट्सएप मैसेज भेजा कि वह एक शेयर बाजार विशेषज्ञ के साथ काम कर रहा है. उसने पटेल को एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा, यह विश्वास दिलाते हुए कि वह मुफ्त में निवेश के टिप्स देगा. उसने फर्जी मुनाफा दिखाकर पटेल को आकर्षित किया। इसके बाद उसने फर्जी वेबसाइट के जरिए उनसे निवेश करवाया. सिंघानिया ने धीरे-धीरे पटेल को थोड़ा-थोड़ा मुनाफा दिखाया और फिर उनसे एक बार में 1.97 करोड़ रुपए निवेश करवा लिए. इसके बाद सिंघानिया ने शेयरों की निकासी पर 15 फीसदी टैक्स मांगा. यहीं रुकने के बजाय उसने एक बार फिर पोर्टफोलियो की वैल्यू का 1 फीसदी देने की मांग की. इस पर ठगे जाने का अहसास होने पर पटेल ने अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई.

शेयर बाजार में होने वाले घोटालों को कैसे पहचानें?
वित्तीय विशेषज्ञों को सलाह दी जाती है कि वे शेयर बाजार में होने वाले ऐसे घोटालों से बहुत सावधान रहें. यह स्पष्ट है कि आपको नए लोगों के संपर्कों से सावधान रहना चाहिए. वे उन लोगों के सेबी या आरबीआई पंजीकरण की जांच करना चाहते हैं जो वित्तीय विशेषज्ञ होने का दावा करते हैं. अगर उनके पास सेबी और आरबीआई से लाइसेंस है तो ठीक है. अन्यथा उनके संपर्क को पूरी तरह से नजरअंदाज कर देना चाहिए. या पुलिस को रिपोर्ट करें.

वित्तीय विशेषज्ञों की सलाह

  • ऐप और वेबसाइट के माध्यम से निवेश करते समय, जांच लें कि वे असली हैं या नकली.
  • असली शेयर निवेश ऐप सेबी द्वारा लाइसेंस प्राप्त हैं। एनबीएफसी आरबीआई द्वारा लाइसेंस प्राप्त हैं.
  • ऐसी एपीके फाइलें डाउनलोड न करें जो आधिकारिक ऐप स्टोर में सूचीबद्ध न हों.
  • ऐसे मैसेज पर विश्वास न करें जो उच्च रिटर्न का वादा करते हैं.
  • अपना पासवर्ड और ओटीपी किसी को न बताएं या साझा न करें.
  • पासवर्ड नियमित रूप से बदलते रहना चाहिए.

सावधान रहें कि आपकी पहचान संबंधी धोखाधड़ी (जैसे आधार, पैन) धोखेबाजों के हाथों में न पड़ जाए. शेयर बाजार की उचित समझ विकसित की जानी चाहिए. ऑनलाइन धोखाधड़ी के प्रति सतर्क और जागरूक रहें.

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