टीकमगढ़। पुलिस निरीक्षक पद से रिटायर हुए शहर के खलील मोहम्मद इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं. दरअसल खलील मोहम्मद के शरीर में दो नहीं बल्कि तीन किडनी हैं. वैसे तो उन्हें इसके बारे में पता नहीं था, लेकिन खेलकूद के शौकीन खलील मोहम्मद एक बार फुटबॉल खेल रहे थे, तो इसी दौरान उन्हें पेट में अजीब सा दर्द उठा और झनझनाहट के साथ पेशाब में जलन होने लगी. पहले तो सामान्य परेशानी मानकर वो इलाज कराते रहे, लेकिन जब आराम नहीं मिला, तो झांसी में स्पेशलिस्ट डाॅक्टर को दिखाया तो पता चला कि उनके शरीर में दो की जगह तीन किडनी हैं. मेडिकल साइंस की भाषा में इसे सुपर न्यूमेरी किडनी कहते हैं और जानकार कहते हैं कि मेडिकल साइंस के इतिहास में दुनिया भर में ऐसे 100 से कम केस दर्ज हुए हैं.
रिटायर टीआई के शरीर में तीन किडनी
टीकमगढ़ शहर के लक्खड़खाने के निवासी रिटायर टीआई खलील मोहम्मद की उम्र 64 साल है. पुलिस से रिटायर होने बाद अपने आप को फिट रखने के लिए खलील मोहम्मद खेलकूद में सक्रिय रहते हैं. एक बार वह फुटबॉल खेल रहे थे और अचानक उनके पेट में अजीब सा दर्द होने लगा. धीरे-धीरे उनके शरीर में झनझनाहट फैल गयी और पेशाब में जलन होने लगी. उन्होंने सामान्य बात मानकर डाॅक्टर को दिखाया और दर्ज और जलन की दवा ली, लेकिन उन्हें आराम नहीं हुआ. तब उन्होंने अपने फैमिली डाॅक्टर अनुराग जैन को समस्या के बारे में बताया और डाॅक्टर उन्हें झांसी स्पेशलिस्ट डाॅक्टर राज के पास ले गए. जहां तमाम जांच के बाद पता चला कि खलील मोहम्मद की तीन किडनियां है और इसी वजह से उन्हें दर्द और पेशाब में जलन हो रही है. जांच में पता चला कि उनके शरीर में दायें तरफ दो और बांये तरफ एक किडनी है.
तीन किडनियों के साथ कैसे जीते हैं खलील मोहम्मद
वैसे तो जांच के बाद पता लग गया है कि खलील मोहम्मद के शरीर में तीन किडनियां है और खलील मोहम्मद इसे मालिक की देन बताते हैं. हालांकि परेशानी पता लगने के बाद डाॅक्टर ने उनको ऐहतियात बरतने की सलाह दी है. तीसरी किडनी के कारण फिर दर्द ना हो, इसके लिए खलील मोहम्मद को झुकने के लिए मना किया गया है. वहीं झनझनाहट और पेशाब में जलन ना हो, इसके लिए उन्हें ज्यादा पानी पीने की सलाह दी गयी है और वो रोजाना 6 से 7 लीटर तक पानी पी जाते हैं. हालांकि साइकिल चलाना, दौडना ये सब काम पहले की तरह करते हैं. फुटबाल के शौकीन खलील मोहम्मद 64 साल की उम्र में अभी भी फुटबॉल खेलते हैं
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
किडनी रोग एवं किडनी प्रत्यारोपण सर्जन डाॅ रोहित नामदेव बताते हैं कि ''मेडिकल साइंस में इसे सुपरन्यूमेरी किडनी कहा जाता है. हमारे शरीर में दो किडनी होती है, अगर दो से ज्यादा किडनी होती है, तो सुपरन्यूमेरी किडनी कहा जाता है. मेडिकल साइंस के इतिहास में दुनिया में अब तक ऐसे 100 से कम केस दर्ज किए गए हैं. इसमें किडनी दूसरी पोजीशन में होने के कारण स्टोन बनने के चांस होते हैं. मूत्रनली में रूकावट और बार-बार संक्रमण की संभावना रहती है. मरीज को दर्द भी रहता है.'' इस स्थिति में मरीज को क्या करना चाहिए, तो डाॅ रोहित नामदेव बताते हैं कि ये सब जांचों पर निर्भर करता है.
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जांच के बाद कराएं इलाज
सर्जन डाॅ. रोहित नामदेव ने बताया कि ''सबसे पहले सीटी स्कैन होना चाहिए कि किडनी काम कर रही है या नहीं कर रही है. कोई स्टोन तो नहीं है, किसी तरह का संक्रमण तो नहीं है. किसी तरह की और स्थिति तो नहीं है. इन तमाम चीजों को देखकर निर्णय लिया जाता है कि क्या करना है, क्या नहीं करना है. अगर स्टोन है, तो सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है. संक्रमण है और सामान्य है, तो ये सारा निर्णय रिपोर्ट देखने पर ही निर्भर करता है. मैं सलाह दूंगा कि पीड़ित मरीज चिकित्सीय जांच कराए. इन मामलों में विस्तृत जांच में इमेजिंग स्टडी, सोनोग्राफी और सीटीस्कैन के अलावा तमाम जांचे कराएं और रिपोर्ट के आधार पर इलाज करवाएं.''