अल्मोड़ा: प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी में एक बार फिर रामलीला की धूम मची हुई है. नगर के बीचों बीच स्थित मल्ला महल में महिलाओं और बालिकाओं की ओर से रामलीला का मंचन शुरू हो गया है. पहले दिन रावण का ब्रम्हाजी से वरदान मांगने और भगवान श्रीराम और माता सीता के जन्म के प्रसंग का मंचन किया गया है. रामलीला का उद्घाटन जिलाधिकारी विनीत तोमर ने किया.
पहले दिन रावण व कुंभकर्ण तपस्या का हुआ मंचन: रामलीला मंचन में पहले दिन रावण व कुंभकर्ण तपस्या, भगवान शिव का वरदान देना, रावण का कैलाश पर्वत उठाना, देवगण स्तुति, राजा दशरथ का पुत्रेष्ठ यज्ञ, भगवान श्रीराम का जन्म, राजा जनक का हल चलाना और माता सीता का जन्म का मंचन किया गया.
रामलीला ने महिलाओं को मंच पर आने का दिया मौका: रामलीला में रावण का अभिनय कर रहीं प्रीति बिष्ट ने कहा कि भगवान श्रीराम की लीलाओं का मंचन दुनिया का सबसे बड़ा महोत्सव है. वह इसमें रावण की भूमिका निभा रही हैं. उन्होंने कहा कि रामलीला मंचन में आकर उन्हें रावण के चरित्र के बारे में अनेक जानकारी मिली हैं. इस रामलीला के मंचन से सभी महिलाओं को मंच में आने का मौका मिल रहा है.
महिलाओं ने एक महीने से शुरू की तैयारी: राजा दशरथ का अभिनय करने वाली राधा बिष्ट ने कहा कि रामलीला का मंचन महिलाओं के लिए काफी उत्साह भरा होता है. इसके द्वारा भगवान श्रीराम के गुणों को याद करके उसे अपने जीवन में उतारने का प्रयास करते हैं. उन्होंने कहा कि रामलीला के लिए वह घर के कामकाज पूरा करने के बाद पिछले एक महीने से तालीम ले रहीं थी.
आज होगा ताड़का वध का मंचन: समिति के राजेंद्र तिवारी ने बताया कि मल्ला महल में की जाने वाली रामलीला के आज दूसरे दिन शुक्रवार को ताड़का, सुबाहु वध, अहिल्या उद्धार और गौरी पूजन का मंचन किया जाएंगा. उन्होंने कहा कि रामलीला के मंचन को लेकर महिलाओं में इतना उत्साह है कि वह दिन में तालीम लेकर अपने अभिनय को निखारने के लिए अभ्यास करती हैं, ताकि मंचन में वह अच्छे से अपने किरदार को निभा सकें.
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