नई दिल्ली: Rau's आईएएस स्टडी सर्किल ने मृत छात्रों के परिजनों को 50 लाख रुपए देने का प्रस्ताव दिया है. हालांकि, छात्रों की मांग है कि परिजनों को पांच करोड़ रुपए दिए जाएं. छात्र इस मांग को लेकर बीते शनिवार से धरना प्रदर्शन पर बैठे हैं. इससे पहले दिल्ली सरकार और नगर निगम ने परिजनों को 10-10 लाख रुपए देने का ऐलान किया.
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर की घटना पर Rau's आईएएस के वकील मोहित सराफ ने धरना स्थल पर पहुंचकर कहा कि हम मृत छात्रों के परिवारों को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की पेशकश कर रहे हैं. इसमें 25 लाख अभी दिए जाएंगे और 25 लाख तब दिए जाएंगे जब कोचिंग सेंटर के सीईओ अभिषेक गुप्ता जेल से बाहर आएंगे. हालांकि, अगले 25 लाख रुपए का भुगतान छह महीने के भीतर किया जाएगा. मोहित सराफ ने कहा, "अलग-अलग लोगों की अलग-अलग अपेक्षाएं होती हैं. मैं एक संदेशवाहक हूं. कोचिंग सेंटर की ओर से यह संदेश देने आया हूं".
#WATCH | Old Rajinder Nagar Coaching Centre incident | Delhi: Rau IAS' Advocate Mohit Saraf says, " what we are offering is a rs. 50 lakh compensation to each one of the students who has lost his life. rs. 25 lakhs right away and rs. 25 lakhs once abhishek, ceo of the… pic.twitter.com/pr7tW4nDXv
— ANI (@ANI) August 1, 2024
दिल्ली सरकार देगी 10 लाख रुपएः उल्लेखनीय है कि इससे पहले दिल्ली सरकार ने भी मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख मुआवजा देने की घोषणा की है. बता दें, 27 जुलाई को राव आईएएस स्टडी सर्किल कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में संचालित लाइब्रेरी में अचानक सीवर और बारिश का पानी भरने के बाद उसमें डूबने से आईएएस की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों श्रेया यादव, नवीन डालविन और तान्या सोनी की मौत हो गई थी. इसमें दिल्ली पुलिस ने कोचिंग सेंटर के सीईओ अभिषेक गुप्ता सहित करीब 7 लोगों को गिरफ्तार किया था.
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तीस हजारी कोर्ट में पेश करने पर कोर्ट ने इन सातों को न्याय 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था, जिसमें से आज एसयूवी ड्राइवर के ऊपर से पुलिस के द्वारा गैर इरादतन हत्या की धारा हटाने के बाद उसे जमानत मिल गई. जबकि अन्य आरोपियों की जमानत याचिका बुधवार को तीस हजारी कोर्ट द्वारा खारिज कर दी गई थी. घटना के बाद से दिल्ली नगर निगम द्वारा बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर और लाइब्रेरी पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. अभी तक दिल्ली नगर निगम द्वारा करीब 40 से ज्यादा बेसमेंट सील किए गए हैं, जिनमें लाइब्रेरी और कोचिंग क्लासेस चल रही थी. यह कार्रवाई ओल्ड राजेंद्र नगर, करोल बाग, पटेल नगर, मुखर्जी नगर, प्रीत विहार सहित कई इलाकों में हुई है.