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राजस्थान के शिक्षा मंत्री बोले- माता-पिता के दबाव और प्रेम में असफल होना भी सुसाइड का कारण - Madan Dilawar big statement

Madan Dilawar big statement, कोटा में छात्रों की सुसाइड मामले पर सोमवार को राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि हर मामले में कोचिंग संस्थान ही दोषी नहीं हो सकते हैं. कई बार माता-पिता के दबाव और प्रेम में असफल होने पर भी छात्र इस तरह के कदम उठाते हैं.

Madan Dilawar big statement
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 29, 2024, 7:44 PM IST

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर

जयपुर. कोटा में नीट की तैयारी कर रहे एक और छात्र ने सुसाइड कर लिया. कोटा से लगातार इसी तरह छात्रों के सुसाइड के मामले सामने आने पर प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इसका जिम्मेदार अकेले कोचिंग संस्थानों को नहीं, बल्कि माता-पिता के दबाव, संगत और प्रेम में असफल होने को भी कारण बताया. 2023 से अब तक कोटा में करीब 37 छात्र सुसाइड कर चुके हैं, जो बीते 10 सालों में सर्वाधिक है. पुलिस प्रशासन ने अधिकतर मामलों को पढ़ाई के प्रेशर से जोड़ा है. सुसाइड करने वाले छात्रों के पास से जो सुसाइड नोट मिले हैं, उनमें कोई नीट का तो कोई जेईई का छात्र मिला. जिसने अपने माता-पिता की उम्मीद पर खरा नहीं उतरने पर सुसाइड जैसे कदम उठाए.

हालांकि, प्रदेश के शिक्षा मंत्री का मानना है कि पढ़ाई का प्रेशर या फिर कोचिंग संस्थान इसके अकेले जिम्मेदार नहीं हैं. शिक्षा मंत्री दिलावर ने कहा कि सुसाइड के मामले में एक ही पक्ष को दोषी ठहरना उचित नहीं. इस तरह के मामलों में उनका कुछ परसेंटेज हो सकता है, लेकिन सुसाइड जैसे मामलों में मां-बाप और संगत भी दोषी है. उन्होंने कहा कि कई बार छात्र गलत संगत में पड़ जाते हैं या फिर वो प्यार में असफल होते हैं तो इस तरह के कदम उठाते हैं.

इसे भी पढ़ें - नीट स्टूडेंट की आत्महत्या प्रकरण : परिजनों ने जताई हत्या की आशंका, बोले- SIT करे पूरे मामले की जांच - NEET Student Suicide Case

उन्होंने कहा कि सभी सुसाइड का कारण कोचिंग है, ऐसा वो नहीं मानते हैं. उन्होंने कहा कि मां-बाप भी अपने बच्चों की पढ़ने की क्षमता से ज्यादा अपेक्षा करते हैं. इस प्रेशर के कारण बच्चा डिप्रेशन में चला जाता है. उसकी कैपेसिटी ही नहीं है और बार-बार रैंक के बारे में पूछते हैं. कई बार जो सुसाइड नोट आते हैं, उसमें ये लिखा होता है कि 'मम्मी पापा मैं आपकी इच्छा पूरी नहीं कर पाया, आपने जो लक्ष्य दिया उसे पूरा नहीं कर पाया. इसलिए मैं जा रहा हूं' ऐसे कई मामले आते हैं.

इसे भी पढ़ें - कोटा में एक और स्टूडेंट ने की आत्महत्या, नीट की तैयारी कर रहा था छात्र , हॉस्टल में नहीं थी एंटी हैंगिंग डिवाइस - Student Suicide In Kota

आपको बता दें कि सोमवार को जिस छात्रा ने कोटा में सुसाइड किया, वो हरियाणा का रहने वाला था. वो कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था. 5 मई को ही नीट की परीक्षा होनी है. इससे पहले ही छात्र के सुसाइड करने को पुलिस प्रशासन पढ़ाई के प्रेशर से जोड़कर देख रहा है, जबकि परिवार इसे सुसाइड नहीं, बल्कि मर्डर बताते हुए जांच की मांग कर रहा है.

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर

जयपुर. कोटा में नीट की तैयारी कर रहे एक और छात्र ने सुसाइड कर लिया. कोटा से लगातार इसी तरह छात्रों के सुसाइड के मामले सामने आने पर प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इसका जिम्मेदार अकेले कोचिंग संस्थानों को नहीं, बल्कि माता-पिता के दबाव, संगत और प्रेम में असफल होने को भी कारण बताया. 2023 से अब तक कोटा में करीब 37 छात्र सुसाइड कर चुके हैं, जो बीते 10 सालों में सर्वाधिक है. पुलिस प्रशासन ने अधिकतर मामलों को पढ़ाई के प्रेशर से जोड़ा है. सुसाइड करने वाले छात्रों के पास से जो सुसाइड नोट मिले हैं, उनमें कोई नीट का तो कोई जेईई का छात्र मिला. जिसने अपने माता-पिता की उम्मीद पर खरा नहीं उतरने पर सुसाइड जैसे कदम उठाए.

हालांकि, प्रदेश के शिक्षा मंत्री का मानना है कि पढ़ाई का प्रेशर या फिर कोचिंग संस्थान इसके अकेले जिम्मेदार नहीं हैं. शिक्षा मंत्री दिलावर ने कहा कि सुसाइड के मामले में एक ही पक्ष को दोषी ठहरना उचित नहीं. इस तरह के मामलों में उनका कुछ परसेंटेज हो सकता है, लेकिन सुसाइड जैसे मामलों में मां-बाप और संगत भी दोषी है. उन्होंने कहा कि कई बार छात्र गलत संगत में पड़ जाते हैं या फिर वो प्यार में असफल होते हैं तो इस तरह के कदम उठाते हैं.

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उन्होंने कहा कि सभी सुसाइड का कारण कोचिंग है, ऐसा वो नहीं मानते हैं. उन्होंने कहा कि मां-बाप भी अपने बच्चों की पढ़ने की क्षमता से ज्यादा अपेक्षा करते हैं. इस प्रेशर के कारण बच्चा डिप्रेशन में चला जाता है. उसकी कैपेसिटी ही नहीं है और बार-बार रैंक के बारे में पूछते हैं. कई बार जो सुसाइड नोट आते हैं, उसमें ये लिखा होता है कि 'मम्मी पापा मैं आपकी इच्छा पूरी नहीं कर पाया, आपने जो लक्ष्य दिया उसे पूरा नहीं कर पाया. इसलिए मैं जा रहा हूं' ऐसे कई मामले आते हैं.

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आपको बता दें कि सोमवार को जिस छात्रा ने कोटा में सुसाइड किया, वो हरियाणा का रहने वाला था. वो कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था. 5 मई को ही नीट की परीक्षा होनी है. इससे पहले ही छात्र के सुसाइड करने को पुलिस प्रशासन पढ़ाई के प्रेशर से जोड़कर देख रहा है, जबकि परिवार इसे सुसाइड नहीं, बल्कि मर्डर बताते हुए जांच की मांग कर रहा है.

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