नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज 31 मार्च को भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर जाकर उन्हें प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा. लालकृष्ण आडवाणी की खराब सेहत को देखते हुए यह फैसला लिया गया. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू भी मौजूद रहे.
-
#WATCH | President Droupadi Murmu confers Bharat Ratna upon veteran BJP leader LK Advani at the latter's residence in Delhi.
— ANI (@ANI) March 31, 2024
Prime Minister Narendra Modi, Vice President Jagdeep Dhankhar, former Vice President M. Venkaiah Naidu are also present on this occasion. pic.twitter.com/eYSPoTNSPL
इससे पहले फरवरी में, पीएम मोदी ने घोषणा की थी कि वरिष्ठ भाजपा नेता को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत के विकास में पूर्व केंद्रीय मंत्री का योगदान स्मारकीय है.
-
I am very happy to share that Shri LK Advani Ji will be conferred the Bharat Ratna. I also spoke to him and congratulated him on being conferred this honour. One of the most respected statesmen of our times, his contribution to the development of India is monumental. His is a… pic.twitter.com/Ya78qjJbPK
— Narendra Modi (@narendramodi) February 3, 2024
प्रधानमंत्री एक्स पर पोस्ट किया था, '"मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. मैंने उनसे बात भी की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी. हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान स्मारकीय है. उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है. उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी खुद को प्रतिष्ठित किया. उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं'.
लालकृष्ण आडवाणी, को व्यापक रूप से भाजपा के सबसे बड़े नेताओं में से एक के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने पार्टी को गुमनामी से प्रमुखता तक पहुंचाया.1990 के दशक में उनकी रथ यात्रा के बाद ही भाजपा राष्ट्रीय राजनीति में उभरी थी. 1980 में भाजपा की स्थापना के बाद से लालकृष्ण आडवाणी ने सबसे लंबे समय तक भाजपा के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया.
लगभग तीन दशकों के संसदीय करियर के दौरान, लालकृष्ण आडवाणी पहले गृह मंत्री और बाद में अटल बिहारी वाजपेयी (1999-2004) के मंत्रिमंडल में उप प्रधान मंत्री रहे.
पढ़ें: कर्पूरी ठाकुर समेत चार शख्सियतों को मिला भारत रत्न - President Presents Bharat Ratna