नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज सुबह आम आदमी पार्टी के नेताओं के यहां छापेमारी की. जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस को लेकर आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव और राज्यसभा सदस्य एनडी गुप्ता के परिसरों समेत 10 स्थानों पर छापा मारा. इस छापेमारी को लेकर राजनीतिक दलों ने आलोचना की है. इसी सिलसिले में राष्ट्रीय जनता दल ने केंद्र पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कटाक्ष किया.
ईडी की छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयंत जिज्ञासु ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय केंद्र के इशारे पर काम कर रही है. वह सभी विपक्षी दलों को निशाने पर ले रही है. उन्होंने कहा कि मैं किसी भी जांच के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन यह जांच निष्पक्ष होनी चाहिए. किसी को भी बिना वजह के परेशान नहीं करना चाहिए.
वहीं, राजद के प्रवक्ता नवल किशोर ने कहा कि बीजेपी देश भर में जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, चाहे वह बिहार हो, झारखंड हो, पश्चिम बंगाल हो या महाराष्ट्र हो. वे (भाजपा) सत्ता में आने के बाद से इन एजेंसियों का उपयोग करने के मिशन पर हैं, चाहे वे राज्य स्तर की पार्टियां हों या राष्ट्रीय. उनका इरादा विपक्षी नेताओं को कमजोर करना है.
इस मसले पर जब दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से संपर्क किया गया तो किसी ने भी चुप्पी नहीं तोड़ी. नाम न छापने की शर्त पर पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा कि कोई भी इस मुद्दे पर टिप्पणी करने को तैयार नहीं है क्योंकि दिल्ली में आप पार्टी के साथ सीटों का बंटवारा चल रहा है, जिसके बाद कांग्रेस ने चुप रहना ही बेहतर समझा.
ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस ने ईडी की छापेमारी की घटना का जिक्र करते हुए ईडी पर बीजेपी के राजनीतिक इशारे पर नाचने का आरोप लगाया. टीएमसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि बंगाल में राजनीतिक रूप से प्रेरित जादू-टोना करने की उत्सुकता में, ईडी ने गलती से गलत निवास पर छापा मारा. यह उस 'स्वतंत्र' जांच-एजेंसी की हास्यास्पद स्थिति है जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में महिमामंडन किया. ऐसा प्रतीत होता है कि वे भाजपा की राजनीतिक धुन पर नाचने वाली कठपुतलियों से ज्यादा कुछ नहीं हैं!'
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