ETV Bharat / bharat

गुजरात में पीएम मोदी बोले- अमूल मतलब विकास, किसानों का सशक्तिकरण और आत्मनिर्भर - गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ

PM Modi Gujarat Vist: प्रधानमंत्री काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन में दो नए प्रेसराइज्‍ड हेवी वॉटर रिएक्टर केएपीएस-3 और केएपीएस-4 भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इसके साथ ही वह गुजरात में सड़क, रेल, ऊर्जा, स्वास्थ्य, इंटरनेट कनेक्टिविटी, शहरी विकास, जल आपूर्ति, पर्यटन सहित कई क्षेत्रों को बड़े पैमाने पर बढ़ावा मिलेगा. प्रधानमंत्री वडोदरा मुंबई एक्सप्रेसवे और भारत नेट चरण II परियोजना के महत्वपूर्ण खंड राष्ट्र को समर्पित करेंगे. प्रधानमंत्री नवसारी में पीएम मित्र पार्क के निर्माण कार्य की शुरुआत करेंगे.

PM Modi Gujarat Vist
पीएम मोदी की फाइल फोटो. (PIB)
author img

By ANI

Published : Feb 22, 2024, 9:19 AM IST

Updated : Feb 22, 2024, 12:11 PM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अहमदाबाद में गुजरात सहकारी दूध विपणन महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुए. यहां नरेंद्र मोदी स्टेडियम में समारोह में भाग लेने के दौरान पीएम मोदी को उपहार दिए गए. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद थे. सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें राज्य के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया.

गुजरात सहकारी दूध विपणन महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की आजादी के बाद देश में कई ब्रांड आए, लेकिन अमूल जैसा कोई नहीं. अमूल पशुपालकों की पहचान बन गया है. पीएम मोदी ने कहा कि अमूल का मतलब विश्वास है, अमूल का मतलब है विकास, अमूल का मतलब है जन भागीदारी, अमूल का मतलब है किसान सशक्तिकरण, अमूल का मतलब है आत्मनिर्भर भारत के लिए प्रेरणा, अमूल का मतलब है बड़े सपने, बड़े संकल्प और बड़ी उपलब्धियां.

इससे पहले पीएमओ की ओर से बताया गया था कि प्रधानमंत्री आज सुबह करीब 10:45 बजे अहमदाबाद में गुजरात सहकारी दूध विपणन महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेंगे. दोपहर करीब 12:45 बजे प्रधानमंत्री मेहसाणा पहुंचेंगे और वलीनाथ महादेव मंदिर में पूजा व दर्शन करेंगे. दोपहर लगभग 1 बजे, प्रधानमंत्री तारभ, मेहसाणा में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शमिल होंगे और 13,500 करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई विकास परियोजनाओं का लोकापर्ण करेंगे और आधारशिला रखेंगे.

लगभग 4:15 बजे प्रधानमंत्री नवसारी पहुंचेंगे, जहां वह लगभग 47,000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई विकास परियोजनाओं का लोकापर्ण करेंगे, आधारशिला रखेंगे और कार्य आरंभ करेंगे. शाम लगभग 6:15 बजे, प्रधानमंत्री काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन का दौरा करेंगे और राष्ट्र को दो नए प्रेसराइज्ड हेवी वॉटर रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) समर्पित करेंगे.

प्रधानमंत्री गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेंगे. जीसीएमएमएफ के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान अहमदाबाद के मोटेरा स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 1.25 लाख से अधिक किसान भाग लेंगे. जीसीएमएमएफ सहकारी समितियों के लचीलेपन, उनकी उद्यमशीलता की भावना और किसानों के दृढ़ संकल्प का प्रमाण है, जिसने अमूल को दुनिया के सबसे मजबूत डेयरी ब्रांडों में से एक बना दिया है.

प्रधानमंत्री गुजरात में मेहसाणा और नवसारी में आयोजित दो सार्वजनिक कार्यक्रमों में कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इन परियोजनाओं में सड़क, रेल, ऊर्जा, स्वास्थ्य, इंटरनेट कनेक्टिविटी, शहरी विकास, जल आपूर्ति, पर्यटन, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, जनजातीय विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं.

तारभ, मेहसाणा में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री भारत नेट चरण- II - गुजरात फाइबर ग्रिड नेटवर्क लिमिटेड जो 8000 से अधिक ग्राम पंचायतों को हाई-स्पीड इंटरनेट उपलब्ध कराएगा; सहित कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इनमें मेहसाणा और बनासकांठा जिलों में रेल लाइन दोहरीकरण, गेज परिवर्तन, नई ब्रॉड-गेज लाइन के लिए कई परियोजनाएं; खेड़ा, गांधीनगर, अहमदाबाद और मेहसाणा में कई सड़क परियोजनाएं; गांधीनगर में गुजरात जैव प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का मुख्य शैक्षणिक भवन और बनासकांठा में कई जल आपूर्ति परियोजनाएं शामिल हैं.

इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री आनंद जिले में नए जिला स्तरीय अस्पताल और आयुर्वेदिक अस्पताल सहित कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. इसके अलावा अन्य परियोजनाओं में बनासकांठा में अंबाजी क्षेत्र में रिंछड़िया महादेव मंदिर और झील का विकास; गांधीनगर, अहमदाबाद, बनासकांठा और मेहसाणा में कई सड़क परियोजनाएं; वायु सेना स्टेशन, दीसा का रनवे; अहमदाबाद में मानव और जैविक विज्ञान गैलरी; गिफ्ट सिटी में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर (जीबीआरसी) का नया भवन; गांधीनगर, अहमदाबाद और बनासकांठा सहित अन्य में जल आपूर्तिमें सुधार के लिए कई परियोजनाएं शामिल हैं.

नवसारी में आयोजित सार्वजनिक समारोह में, प्रधानमंत्री वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे के कई पैकेजों सहित कई विकास परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इसके अलावा अन्य परियोजनाओं में भरूच, नवसारी, वलसाड में कई सड़क परियोजनाएं; तापी में ग्रामीण पेयजल आपूर्ति परियोजना; भरूच में भूमिगत जल निकासी परियोजना शामिल हैं. प्रधानमंत्री नवसारी में पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्रा) पार्क के निर्माण कार्य की शुरुआत भी करेंगे.

इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री भरूच-दहेज एक्सेस नियंत्रित एक्सप्रेसवे के निर्माण सहित महत्वपूर्ण परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. इसके अलावा ऐसी ही अन्य परियोजनाओं में एसएसजी अस्पताल, वडोदरा में कई परियोजनाएं; वडोदरा में क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र; सूरत, वडोदरा और पंचमहल में रेलवे गेज परिवर्तन की परियोजनाएं; भरूच, नवसारी और सूरत में कई सड़क परियोजनाएं; वलसाड में कई जल आपूर्ति योजनाएं, नर्मदा जिले में स्कूल और छात्रावास भवन सहित अन्य परियोजनाएं शामिल हैं जिनकी प्रधानमंत्री आधारशिला रखेंगे.

प्रधानमंत्री काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन (केएपीएस) यूनिट 3 और यूनिट 4 में दो नए प्रेसराइज्ड हैवी वॉटर रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) राष्ट्र को समर्पित करेंगे. 22,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) द्वारा निर्मित केएपीएस-3 और केएपीएस-4 परियोजनाओं की संचयी क्षमता 1400 (700*2) मेगावाट है और ये सबसे बड़े स्वदेशी पीएचडब्ल्यूआर है.

ये अपनी तरह के पहले रिएक्टर हैं जो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ रिएक्टरों की तुलना में उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से युक्त हैं. इसके साथ-साथ ये दोनों रिएक्टर प्रति वर्ष लगभग 10.4 बिलियन यूनिट स्वच्छ बिजली का उत्पादन करेंगे और गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा और केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव जैसे कई राज्यों के उपभोक्ताओं को लाभान्वित करेंगे.

ये भी पढ़ें

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अहमदाबाद में गुजरात सहकारी दूध विपणन महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुए. यहां नरेंद्र मोदी स्टेडियम में समारोह में भाग लेने के दौरान पीएम मोदी को उपहार दिए गए. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद थे. सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें राज्य के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया.

गुजरात सहकारी दूध विपणन महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की आजादी के बाद देश में कई ब्रांड आए, लेकिन अमूल जैसा कोई नहीं. अमूल पशुपालकों की पहचान बन गया है. पीएम मोदी ने कहा कि अमूल का मतलब विश्वास है, अमूल का मतलब है विकास, अमूल का मतलब है जन भागीदारी, अमूल का मतलब है किसान सशक्तिकरण, अमूल का मतलब है आत्मनिर्भर भारत के लिए प्रेरणा, अमूल का मतलब है बड़े सपने, बड़े संकल्प और बड़ी उपलब्धियां.

इससे पहले पीएमओ की ओर से बताया गया था कि प्रधानमंत्री आज सुबह करीब 10:45 बजे अहमदाबाद में गुजरात सहकारी दूध विपणन महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेंगे. दोपहर करीब 12:45 बजे प्रधानमंत्री मेहसाणा पहुंचेंगे और वलीनाथ महादेव मंदिर में पूजा व दर्शन करेंगे. दोपहर लगभग 1 बजे, प्रधानमंत्री तारभ, मेहसाणा में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शमिल होंगे और 13,500 करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई विकास परियोजनाओं का लोकापर्ण करेंगे और आधारशिला रखेंगे.

लगभग 4:15 बजे प्रधानमंत्री नवसारी पहुंचेंगे, जहां वह लगभग 47,000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई विकास परियोजनाओं का लोकापर्ण करेंगे, आधारशिला रखेंगे और कार्य आरंभ करेंगे. शाम लगभग 6:15 बजे, प्रधानमंत्री काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन का दौरा करेंगे और राष्ट्र को दो नए प्रेसराइज्ड हेवी वॉटर रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) समर्पित करेंगे.

प्रधानमंत्री गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेंगे. जीसीएमएमएफ के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान अहमदाबाद के मोटेरा स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 1.25 लाख से अधिक किसान भाग लेंगे. जीसीएमएमएफ सहकारी समितियों के लचीलेपन, उनकी उद्यमशीलता की भावना और किसानों के दृढ़ संकल्प का प्रमाण है, जिसने अमूल को दुनिया के सबसे मजबूत डेयरी ब्रांडों में से एक बना दिया है.

प्रधानमंत्री गुजरात में मेहसाणा और नवसारी में आयोजित दो सार्वजनिक कार्यक्रमों में कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इन परियोजनाओं में सड़क, रेल, ऊर्जा, स्वास्थ्य, इंटरनेट कनेक्टिविटी, शहरी विकास, जल आपूर्ति, पर्यटन, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, जनजातीय विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं.

तारभ, मेहसाणा में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री भारत नेट चरण- II - गुजरात फाइबर ग्रिड नेटवर्क लिमिटेड जो 8000 से अधिक ग्राम पंचायतों को हाई-स्पीड इंटरनेट उपलब्ध कराएगा; सहित कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इनमें मेहसाणा और बनासकांठा जिलों में रेल लाइन दोहरीकरण, गेज परिवर्तन, नई ब्रॉड-गेज लाइन के लिए कई परियोजनाएं; खेड़ा, गांधीनगर, अहमदाबाद और मेहसाणा में कई सड़क परियोजनाएं; गांधीनगर में गुजरात जैव प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का मुख्य शैक्षणिक भवन और बनासकांठा में कई जल आपूर्ति परियोजनाएं शामिल हैं.

इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री आनंद जिले में नए जिला स्तरीय अस्पताल और आयुर्वेदिक अस्पताल सहित कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. इसके अलावा अन्य परियोजनाओं में बनासकांठा में अंबाजी क्षेत्र में रिंछड़िया महादेव मंदिर और झील का विकास; गांधीनगर, अहमदाबाद, बनासकांठा और मेहसाणा में कई सड़क परियोजनाएं; वायु सेना स्टेशन, दीसा का रनवे; अहमदाबाद में मानव और जैविक विज्ञान गैलरी; गिफ्ट सिटी में गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर (जीबीआरसी) का नया भवन; गांधीनगर, अहमदाबाद और बनासकांठा सहित अन्य में जल आपूर्तिमें सुधार के लिए कई परियोजनाएं शामिल हैं.

नवसारी में आयोजित सार्वजनिक समारोह में, प्रधानमंत्री वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे के कई पैकेजों सहित कई विकास परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इसके अलावा अन्य परियोजनाओं में भरूच, नवसारी, वलसाड में कई सड़क परियोजनाएं; तापी में ग्रामीण पेयजल आपूर्ति परियोजना; भरूच में भूमिगत जल निकासी परियोजना शामिल हैं. प्रधानमंत्री नवसारी में पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्रा) पार्क के निर्माण कार्य की शुरुआत भी करेंगे.

इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री भरूच-दहेज एक्सेस नियंत्रित एक्सप्रेसवे के निर्माण सहित महत्वपूर्ण परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. इसके अलावा ऐसी ही अन्य परियोजनाओं में एसएसजी अस्पताल, वडोदरा में कई परियोजनाएं; वडोदरा में क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र; सूरत, वडोदरा और पंचमहल में रेलवे गेज परिवर्तन की परियोजनाएं; भरूच, नवसारी और सूरत में कई सड़क परियोजनाएं; वलसाड में कई जल आपूर्ति योजनाएं, नर्मदा जिले में स्कूल और छात्रावास भवन सहित अन्य परियोजनाएं शामिल हैं जिनकी प्रधानमंत्री आधारशिला रखेंगे.

प्रधानमंत्री काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन (केएपीएस) यूनिट 3 और यूनिट 4 में दो नए प्रेसराइज्ड हैवी वॉटर रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) राष्ट्र को समर्पित करेंगे. 22,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) द्वारा निर्मित केएपीएस-3 और केएपीएस-4 परियोजनाओं की संचयी क्षमता 1400 (700*2) मेगावाट है और ये सबसे बड़े स्वदेशी पीएचडब्ल्यूआर है.

ये अपनी तरह के पहले रिएक्टर हैं जो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ रिएक्टरों की तुलना में उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से युक्त हैं. इसके साथ-साथ ये दोनों रिएक्टर प्रति वर्ष लगभग 10.4 बिलियन यूनिट स्वच्छ बिजली का उत्पादन करेंगे और गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा और केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव जैसे कई राज्यों के उपभोक्ताओं को लाभान्वित करेंगे.

ये भी पढ़ें

Last Updated : Feb 22, 2024, 12:11 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.