पटना : 2024 के रण में सभी राजनीतिक दल जोर शोर से चुनाव प्रचार में जुटे हैं. बिहार में 40 सीटों पर एनडीए और महागठबंधन के उम्मीदवारों ने पूरी ताकत झोंक दी है. इस बार के चुनाव प्रचार में बीजेपी के तमाम नेता राम मंदिर के मुद्दे पर विरोधियों को कोस रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने 4 अप्रैल को जमुई और रविवार को नवादा की रैली में राम का विरोधी बताए जाने पर लालू यादव की बेटी व सारण सीट से आरजेडी उम्मीदवार रोहिणी आचार्य ने पलटवार किया और कहा कि हम राम विरोधी नहीं हैं
'हम तक बचपन से राम की पूजा करते हैं' : आरजेडी नेता और सारण सीट से लोकसभा उम्मीदवार रोहिणी आचार्य ने कहा, "राम मंदिर निर्माण के लिए किसी ने मना नहीं किया था. हमारे घर में ही भगवान बसते हैं. कोई भी काम करने से पहले हम भगवान की पूजा करते हैं, उनका आशीर्वाद लेते हैं. वो लोग तो (भाजपा) बहन सीता को भी भला-बुरा कहते हैं. हम लोग सीता माता की पूजा करते हैं.
''वे भगवान राम के क्या होंगे जो उनकी अर्धांगिनी (सीता) जिनका जन्म बिहार में हुआ और वे यहां आकर मां-बहनों को लज्जित करते हैं. इस बार बिहार की माताएं-बहनें इसका जवाब देंगी." - रोहिणी आचार्य, सारण सीट से लोकसभा उममीदवार, आरजेडी
'इसलिए राजनीति में कदम रखा' : राजनीति में आने का मेरा एक और मकसद है. मेरी कुछ पारिवारिक जिम्मेदारियां थी, जिस वजह से पहले मैं राजनीति में कदम नहीं रख सकीं. मुजफ्फरपुर कांड को लेकर आज मैंने ट्वीट भी किया है. अब वैसा महापाप न हो. मैं आवाज उठाऊंगी. देख लीजिए तोंद वाले अंकल का क्या हुआ?. इसलिए मैंने माताओं-बहनों के लिए सारण से चुनाव लड़ रहीं हूं.
नीतीश कुमार को लेकर क्या कहा? : रोहिणी आचार्य ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि कल जिस तरीके से नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री के पैर छुए, यह कोई नई बात नहीं है. वह तो पहले ही से ही उनके सामने नतमस्तक हो चुके हैं. वहां (NDA) पर फेंकने की होड़ लगी हुई है. उनकी कंपनी देखिए किनके शरण में गए है.
मीसा भारती ने कहा, 'हम चुनाव बाद जाएंगे अयोध्या' : इस विवाद पर लालू यादव की बड़ी बेटी और पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से उम्मीदवार मीसा भारती ने कहा कि ''अयोध्या में राम मंदिर बना वो मोदी जी और भाजपा का थोड़ी न है. जाएंगे दर्शन करने, कोई रोक देगा क्या?.'' वहीं आरजेडी सांसद मनोज झा ने पीएम मोदी के सामने कई सवाल खड़े किए. उन्होंने रोजगार, गरीबी, राम मंदिर का उठाया मुद्दा. उन्होंने कहा कि, ''ईश्वर पर किसी का कॉपीराइट नहीं है न भाई.''
राम में लालू की आस्था लेकिन.. : 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. इस पर विपक्ष ने आपत्ति जताई थी और इस कार्यक्रम से किनारा किया था. उस वक्त जब लालू यादव से अयोध्या जाने को लेकर सवाल किया गया था तो उन्होंने कहा था कि वे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाएंगे. कार्यक्रम में तेजस्वी यादव भी नहीं गए थे.
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