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NIA ने पाकिस्तान स्थित BKI प्रमुख वधावा सिंह के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया

NIA ने VHP नेता विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की हत्या के मामले में BKI के प्रमुख वधावा सिंह और पांच अन्य आतंकवादियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 2 hours ago

NIA ने पाकिस्तान स्थित BKI प्रमुख वधावा सिंह के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया
NIA ने पाकिस्तान स्थित BKI प्रमुख वधावा सिंह के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया (ANI)

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस साल पंजाब में विश्व हिंदू परिषद के नेता विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की हत्या के मामले में पाकिस्तान स्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के प्रमुख वधावा सिंह और पांच अन्य आतंकवादियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. एजेंसी ने शनिवार को यह जानकारी दी.

बग्गा की 13 अप्रैल को पंजाब के रूपनगर जिले के नांगल में उनकी हलवाई की दुकान में बीकेआई मॉड्यूल के आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. एजेंसी ने एक बयान में कहा, "शुक्रवार को दायर एनआईए के आरोपपत्र में वधावा सिंह उर्फ बब्बर सहित दो अन्य फरार आरोपियों और तीन गिरफ्तार आरोपियों को इस जघन्य हत्या के मुख्य अपराधियों के रूप में नामित किया गया है."

गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों में से दो की पहचान शूटर मनदीप कुमार उर्फ मंगली और सुरिंदर कुमार उर्फ रीका के रूप में हुई है, जो दोनों नवांशहर, पंजाब के निवासी हैं. एनआईए द्वारा तीसरा गिरफ्तार आरोपी गुरप्रीत राम उर्फ गोरा भी नवांशहर का ही रहने वाला है.

9 मई को NIA ने हाथ में लिया केस
बता दें कि एनआईए ने 9 मई को राज्य पुलिस से मामले को अपने हाथ में लिया और घातक आतंकी हमले के पीछे बीकेआई की अंतरराष्ट्रीय साजिश का पता लगाया. एजेंसी ने कहा, "विभिन्न देशों में स्थित बीकेआई मॉड्यूल के कई सदस्य लक्षित हत्या को अंजाम देने के लिए एक साथ आए. पाकिस्तान से वधावा सिंह ने जर्मनी स्थित नोड्स, हरजीत सिंह और कुलबीर सिंह को हत्या करने का निर्देश दिया. दुबई स्थित लॉजिस्टिक्स प्रोवाइडर्स और भारत स्थित हथियार सप्लायर की भूमिका भी जांच में सामने आई है, जो जारी है."

यूएपीए के तहत आतंकवादी भी घोषित
वधावा सिंह को गृह मंत्रालय (एमएचए) ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम या यूएपीए के तहत आतंकवादी भी घोषित किया है.उसकी कमांड में बीकेआई भारत में कई आतंकवादी हमलों में शामिल रहा है, जिसमें जून 1985 में एयर इंडिया कनिष्क विमान उड़ान 182 पर बम विस्फोट शामिल है, जिसके परिणामस्वरूप हवा में विस्फोट हुआ और 329 यात्री मारे गए.

इसी तरह अगस्त 1995 में चंडीगढ़ में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की मानव बम के माध्यम से हत्या, जिसमें एक दर्जन से अधिक अन्य स्टाफ सदस्य मारे गए थे. मई 2005 में नई दिल्ली में लिबर्टी और सत्यम सिनेमा हॉल में बम विस्फोट में 40 लोग घायल हुए और अक्टूबर 2007 में लुधियाना के शिंगार सिनेमा में बम विस्फोट जिसमें 6 लोग मारे गए और 35 घायल हुए थे.

यह भी पढ़ें- किन के नाम पर रखा गया है रणजी और दलीप ट्रॉफी का नाम? अजय जडेजा से है गहरा रिश्ता

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस साल पंजाब में विश्व हिंदू परिषद के नेता विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की हत्या के मामले में पाकिस्तान स्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के प्रमुख वधावा सिंह और पांच अन्य आतंकवादियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. एजेंसी ने शनिवार को यह जानकारी दी.

बग्गा की 13 अप्रैल को पंजाब के रूपनगर जिले के नांगल में उनकी हलवाई की दुकान में बीकेआई मॉड्यूल के आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. एजेंसी ने एक बयान में कहा, "शुक्रवार को दायर एनआईए के आरोपपत्र में वधावा सिंह उर्फ बब्बर सहित दो अन्य फरार आरोपियों और तीन गिरफ्तार आरोपियों को इस जघन्य हत्या के मुख्य अपराधियों के रूप में नामित किया गया है."

गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों में से दो की पहचान शूटर मनदीप कुमार उर्फ मंगली और सुरिंदर कुमार उर्फ रीका के रूप में हुई है, जो दोनों नवांशहर, पंजाब के निवासी हैं. एनआईए द्वारा तीसरा गिरफ्तार आरोपी गुरप्रीत राम उर्फ गोरा भी नवांशहर का ही रहने वाला है.

9 मई को NIA ने हाथ में लिया केस
बता दें कि एनआईए ने 9 मई को राज्य पुलिस से मामले को अपने हाथ में लिया और घातक आतंकी हमले के पीछे बीकेआई की अंतरराष्ट्रीय साजिश का पता लगाया. एजेंसी ने कहा, "विभिन्न देशों में स्थित बीकेआई मॉड्यूल के कई सदस्य लक्षित हत्या को अंजाम देने के लिए एक साथ आए. पाकिस्तान से वधावा सिंह ने जर्मनी स्थित नोड्स, हरजीत सिंह और कुलबीर सिंह को हत्या करने का निर्देश दिया. दुबई स्थित लॉजिस्टिक्स प्रोवाइडर्स और भारत स्थित हथियार सप्लायर की भूमिका भी जांच में सामने आई है, जो जारी है."

यूएपीए के तहत आतंकवादी भी घोषित
वधावा सिंह को गृह मंत्रालय (एमएचए) ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम या यूएपीए के तहत आतंकवादी भी घोषित किया है.उसकी कमांड में बीकेआई भारत में कई आतंकवादी हमलों में शामिल रहा है, जिसमें जून 1985 में एयर इंडिया कनिष्क विमान उड़ान 182 पर बम विस्फोट शामिल है, जिसके परिणामस्वरूप हवा में विस्फोट हुआ और 329 यात्री मारे गए.

इसी तरह अगस्त 1995 में चंडीगढ़ में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की मानव बम के माध्यम से हत्या, जिसमें एक दर्जन से अधिक अन्य स्टाफ सदस्य मारे गए थे. मई 2005 में नई दिल्ली में लिबर्टी और सत्यम सिनेमा हॉल में बम विस्फोट में 40 लोग घायल हुए और अक्टूबर 2007 में लुधियाना के शिंगार सिनेमा में बम विस्फोट जिसमें 6 लोग मारे गए और 35 घायल हुए थे.

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