लातूर: मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट) पेपर लीक मामले के तार महाराष्ट्र के लातूर तक पहुंच रहे हैं. नांदेड़ की एटीएस टीम ने पेपर लीक मामले में संदेह के आधार पर शनिवार रात को लातूर में दो लोगों को हिरासत में लिया है. इनकी पहचान संजय तुकाराम जाधव और जलील उमर खान पठान के तौर पर हुई है. हालांकि इन दोनों को रविवार को नोटिस देकर छोड़ दिया गया.
लेकिन रविवार शाम को जिला परिषद स्कूल के दो शिक्षकों संजय तुकाराम जाधव और जलील उमर खान पठान को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही, दिल्ली के इरन्ना मशनाजी कोंगलवार और गंगाधर (पूरा नाम नहीं बताया गया) नामक कुल चार लोगों के खिलाफ लातूर के शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है.
इन चारों के खिलाफ सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम 2024 की धारा 3(वी), 4 और 10 के साथ ही भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है. दिलचस्प बात यह है कि पूरे मामले की जांच के लिए लातूर शहर के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी भागवत फुंडे के नेतृत्व में एक 'एसआईटी' का गठन किया गया था. इस मामले में आगे की जांच की जा रही है.
मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट) पेपर लीक मामले का लातूर कनेक्शन सामने आने के बाद नांदेड़ की एटीएस टीम ने शनिवार को लातूर में छापेमारी की. यहां से इन दोनों शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया. एटीएस को पेपर लीक मामले में इन शिक्षकों के शामिल होने का संदेह है. लातूर में रहने वाले संजय जाधव मौजे बोथी टांडा (चाचूर) का निवासी है.
वह वर्तमान में सोलापुर के टाकली जिला परिषद स्कूल में कार्यरत हैं. लातूर के अंबाजोगाई रोड इलाके का निवासी जलील उमर खान पठान लातूर तालुका के कटपुर में जिला परिषद स्कूल में शिक्षक है. कथित तौर पर दोनों लातूर में निजी कोचिंग क्लास चला रहे थे. नांदेड़ एटीएस ने दोनों को हिरासत में लेने के बाद शनिवार रात भर गहन जांच की.
रविवार रात को लातूर शहर के शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. गहन जांच के लिए लातूर शहर के पुलिस उपाधीक्षक भागवत फुंडे के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित की गई है. इस पूरे मामले से शैक्षणिक लातूर पैटर्न की छवि धूमिल हुई है और अनुमान है कि कुछ और लोगों के नाम सामने आएंगे.