जोधपुर : जिले के महात्मा गांधी अस्पताल परिसर में एक नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घटना में शामिल दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है. डीसीपी राजर्षि वर्मा ने बताया कि दोनों आरोपियों की पहचान एमजीएच के ठेकाकर्मी के रूप में हुई है. दोनों को बापर्दा हिरासत में लिया गया है. 164 के बयान के बाद दोनों की गिरफ्तारी होगी. इससे पहले अस्पताल के अधीक्षक डॉ फतेहसिंह भाटी ने दोनों आरोपियों के अस्पताल में काम नहीं करने की बात कही थी, लेकिन पुलिस ने इसका खंडन किया है. डीसीपी ने कहा कि पीड़िता का मेडिकल करवाया गया है, उसकी डिटेल रिपोर्ट अभी आनी है.
घटना 25 अगस्त देर रात की है, जब पूरे शहर में पुलिस हाई अलर्ट पर थी, क्योंकि 25 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित लगभग राजस्थान की आधी सरकार जोधपुर में मौजूद थी. इसके अलावा पुलिस के मुखिया डीजीपी यूआर साहू भी जोधपुर दौरे पर थे. डीसीपी राजर्षि वर्मा ने बताया कि बालिका की सूरसागर थाने में 25 अगस्त की शाम को गुमशुदगी की रिपोर्ट की दर्ज हुई थी. पुलिस को 26 अगस्त को बालिका की जानकारी मिली, जिसके बाद उसके परिजनों को सूचित किया गया. तब पीड़िता ने आपबीती अपने परिजनों को बताई.
आधी रात के बाद की घटना : डीसीपी राजर्षि वर्मा ने बताया कि सूरसागर क्षेत्र की रहने वाली बालिका घर से किसी बात से नाराज होकर रविवार शाम को बाहर निकली थी. वह एमजीएच कैसे पहुंची, इसको लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है. इतना जरूर साफ हो गया कि 25 अगस्त की रात को ही उसके साथ घटना हुई, जिसके बाद भी वह अस्पताल में ही बैठी रही. 25 अगस्त की रात को एमजीएच में आने के बाद ही वह दोनों युवकों के संपर्क में आई थी. इससे पहले उसकी युवकों से कोई जान पहचान नहीं थी.
जोधपुर के महात्मा गांधी राजकीय अस्पताल में नाबालिग बालिका से गैंगरेप की घटना राजस्थान में बनते जा रहे जंगलराज के हालातों का एक और उदाहरण है। ऐसा लगता है कि जोधपुर में जनप्रतिनिधियों और पुलिस दोनों का ही कानून व्यवस्था की ओर कोई ध्यान नहीं है जिससे अपराधियों को हौसले दिनोंदिन…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 27, 2024
24 घंटे तक गुमशुदा रही बालिका पर जवाब नहीं : डीसीपी ने बताया कि अस्पताल के सीसीटीवी में सामने आया है कि बालिका कैंटीन के सामने वेटिंग हॉल में बैठी है. उसके पास ही दोनों आरोपी थे और उससे बात कर रहे थे. वहां पर तीनों ने कुछ खाया भी था. जब डीसीपी से पूछा गया कि शहर में वीआईपी मूवमेंट होने के बावजूद एक लड़की सूरसागर से सड़क पर घूमती हुई यहां तक पहुंची, तो कहीं पर भी पुलिस की नजर उस पर क्यों नहीं पड़ी, इस पर डीसीपी जवाब नहीं दे पाए.
भाजपा सरकार में राजस्थान 'रेपिस्तान' बनता जा रहा है। जोधपुर में फिर नाबालिग के साथ दरिंदगी की घटना से प्रदेश कलंकित हुआ।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) August 27, 2024
प्रदेश में मासूम बच्चियों के साथ हैवानियत की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही। कानून राज का इंकलाब ख़त्म होता जा रहा है।
मुख्यमंत्री @BhajanlalBjp जी…
घटना के बाद विपक्ष हमलावर : जोधपुर में दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर विपक्ष हमलावर है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर सरकार से जवाब मांगा है. साथ ही गहलोत ने कहा कि जनप्रतिनिधियों और पुलिस का कानून व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं है. गहलोत ने इसे जंगलराज का उदाहरण बताया. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से जवाब मांगा और कहा कि कब प्रदेश की बहन बेटियों को सुरक्षित माहौल मिलेगा ?. करण सिंह उचियारड़ा ने कहा कि जोधपुर में जिस तरह के हालात बने हैं, उससे ऐसा लगता है कि यहां पर अब बहन बेटियों का रहना दूभर हो गया है. वहीं, केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत में इस घटना को काफी आघात देने वाला बताया. उन्होंने भी ट्वीट कर कहा कि आरोपियों को पकड़ लिया गया है, उन्हें कड़ी सजा दिलाएंगे
जोधपुर में नाबालिग बिटिया से अमानवीयता ने हम सबको गहरा मानसिक आघात पहुँचाया है। आरोपी गिरफ़्तार किए जा चुके हैं।
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) August 27, 2024
बहन-बेटियों के लिए ख़तरा उत्पन्न करने वालों को हम एक पल के लिए भी चैन की सांस नहीं लेने देंगे।
जोधपुर में 15 दिन में चौथी घटना
- 13 अगस्त को बासनी थाना क्षेत्र में एक पड़ोसी ने 11 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था.
- 17 अगस्त की रात को एक ढाई साल की बालिका को मंदिर के बाहर से उठाकर उसके साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई थी.
- 20 अगस्त को घर के बाहर खेल रही साढ़े तीन साल की बालिका के साथ दुराचार का मामला सामने आया था.