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लोकसभा चुनाव: जम्मू-कश्मीर में CRPF ने संभाला मोर्चा, 600 कंपनियां तैनात - CRPF in Jammu Kashmir - CRPF IN JAMMU KASHMIR

CRPF in Elections: लोकसभा चुनाव में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 600 कंपनियां तैनात की गई हैं. जम्मू-कश्मीर की पांच लोकसभा सीटों पर पांच चरणों में मतदान पूरा होगा. पहले राज्य में 6 लोकसभा सीटें थीं, लद्दाख के अलग होने के बाद अब जम्मू-कश्मीर में 5 लोकसभा सीटें बची हैं. पढ़ें ईटीवी भारत के गौतम देबरॉय की रिपोर्ट...

600 companies of CRPF are engaged to maintain law and order during election in J&K
जम्मू-कश्मीर में चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीआरपीएफ (CRPF) की 600 कंपनियां तैनात
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 1, 2024, 10:19 PM IST

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव कराने की संवेदनशीलता को देखते हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 600 कंपनियां तैनात की गई हैं. ये कंपनियां पहले के चुनाव की तुलना में अधिक हैं. इस बारे में ईटीवी भारत को सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कंपनियां चुनाव प्रक्रिया के दौरान शांति बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन की सहायता कर रही हैं.

अधिकारी ने कहा, 'सीमा पार से घुसपैठ के अलावा, आतंकवादी संगठन हमेशा जम्मू-कश्मीर में अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. हमने आतंकवादी संगठनों के सभी प्रयासों को विफल करने का संकल्प लिया है'. गौरतलब है कि सोमवार को एनआईए महानिदेशक सदानंद वसंत दाते ने जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राज्य की मौजूदा स्थिति पर सुरक्षा बैठक की थी. बैठक में आतंकवाद विरोधी अभियान जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई गई.

अधिकारी ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर में सभी सुरक्षा एजेंसियां समन्वित तरीके से काम कर रही हैं. हमारी अपनी खुफिया जानकारी एकत्र करने की प्रक्रिया है. जब भी हमें किसी आतंकी संगठन और उनके सदस्यों की गतिविधियों के संबंध में कोई महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है, तो हम संबंधित एजेंसियों को संदेश भेज देते हैं'. 19 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में पहले चरण का मतदान शुरू होने के बाद से क्षेत्र में कोई घटना नहीं हुई है. हालांकि, उधमपुर में मतदान शुरू होने से दो दिन पहले आतंकियों ने एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी.

18वीं लोकसभा के 5 सदस्यों को चुनने के लिए जम्मू-कश्मीर में 19 अप्रैल से 20 मई तक पांच चरणों में चुनाव हो रहा है. इस बीच, 1 जनवरी से 30 अप्रैल तक जम्मू-कश्मीर में चार आतंकवादियों को मार गिराया है. एक अन्य अधिकारी ने कहा, 'इसी अवधि के दौरान सीआरपीएफ द्वारा 66 आतंकवादियों और जमीनी कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया है'.

प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के वांछित आतंकवादी बिलाल अहमद भट को 4 जनवरी को कश्मीर के शोपियां जिले में एक मुठभेड़ में सीआरपीएफ ने मार गिराया था. भट 2017 में लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या में शामिल था. मारा गया आतंकवादी सेना के जवानों के साथ-साथ गैर-स्थानीय मजदूरों और कश्मीरी पंडितों पर टारगेट किलिंग और हमलों में शामिल था. अधिकारी ने कहा कि सीआरपीएफ ने 2023 में 72 आतंकवादियों को मार गिराया है, जबकि 293 को पकड़ लिया गया है. मारे गए कुल 72 आतंकवादियों में से 22 स्थानीय और 50 विदेशी आतंकवादी थे.

पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में आई भारी कमी, लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान भी शांति कायम

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव कराने की संवेदनशीलता को देखते हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 600 कंपनियां तैनात की गई हैं. ये कंपनियां पहले के चुनाव की तुलना में अधिक हैं. इस बारे में ईटीवी भारत को सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कंपनियां चुनाव प्रक्रिया के दौरान शांति बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन की सहायता कर रही हैं.

अधिकारी ने कहा, 'सीमा पार से घुसपैठ के अलावा, आतंकवादी संगठन हमेशा जम्मू-कश्मीर में अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. हमने आतंकवादी संगठनों के सभी प्रयासों को विफल करने का संकल्प लिया है'. गौरतलब है कि सोमवार को एनआईए महानिदेशक सदानंद वसंत दाते ने जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राज्य की मौजूदा स्थिति पर सुरक्षा बैठक की थी. बैठक में आतंकवाद विरोधी अभियान जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई गई.

अधिकारी ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर में सभी सुरक्षा एजेंसियां समन्वित तरीके से काम कर रही हैं. हमारी अपनी खुफिया जानकारी एकत्र करने की प्रक्रिया है. जब भी हमें किसी आतंकी संगठन और उनके सदस्यों की गतिविधियों के संबंध में कोई महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है, तो हम संबंधित एजेंसियों को संदेश भेज देते हैं'. 19 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में पहले चरण का मतदान शुरू होने के बाद से क्षेत्र में कोई घटना नहीं हुई है. हालांकि, उधमपुर में मतदान शुरू होने से दो दिन पहले आतंकियों ने एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी.

18वीं लोकसभा के 5 सदस्यों को चुनने के लिए जम्मू-कश्मीर में 19 अप्रैल से 20 मई तक पांच चरणों में चुनाव हो रहा है. इस बीच, 1 जनवरी से 30 अप्रैल तक जम्मू-कश्मीर में चार आतंकवादियों को मार गिराया है. एक अन्य अधिकारी ने कहा, 'इसी अवधि के दौरान सीआरपीएफ द्वारा 66 आतंकवादियों और जमीनी कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया है'.

प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के वांछित आतंकवादी बिलाल अहमद भट को 4 जनवरी को कश्मीर के शोपियां जिले में एक मुठभेड़ में सीआरपीएफ ने मार गिराया था. भट 2017 में लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या में शामिल था. मारा गया आतंकवादी सेना के जवानों के साथ-साथ गैर-स्थानीय मजदूरों और कश्मीरी पंडितों पर टारगेट किलिंग और हमलों में शामिल था. अधिकारी ने कहा कि सीआरपीएफ ने 2023 में 72 आतंकवादियों को मार गिराया है, जबकि 293 को पकड़ लिया गया है. मारे गए कुल 72 आतंकवादियों में से 22 स्थानीय और 50 विदेशी आतंकवादी थे.

पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में आई भारी कमी, लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान भी शांति कायम

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