टिहरी/हरिद्वार (उत्तराखंड): जनपद के जखन्याली के पास नौताड़ गदेरे में बादल फटने से होटल बह गया. मुयालगांव में घनसाली-चिरबिटिया मोटरमार्ग को जोड़ने वाली पुलिया भी बह गई है. एसडीआरएफ मौके पर राहत और बचाव कार्य कर रही है. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी टिहरी बृजेश भट्ट ने बताया कि जेसीबी मशीन से मलबा हटाने का कार्य जारी है.
टिहरी में बादल फटा: टिहरी जिले में बादल फटने की घटना हुई है. बादल फटने से एक परिवार के तीन लोग मलबे की चपेट में आ गए. रेस्क्यू टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद इनका पता लगाया तो इनमें से दो लोगों की मौत हो चुकी थी. दोनों के शव बरामद हो चुके हैं. मृतकों में जखन्याली के सरोली तोक निवासी भानु प्रसाद 50 वर्ष और उनकी पत्नी नीलम देवी 45 वर्ष के शव बरामद हो चुके हैं. उनका पुत्र विपिन 28 वर्ष घायल अवस्था में मिला है. इन लोगों के रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. घायल विपिन करीब 200 मीटर गहरी खाई में मिला. जहां से उसे रेस्क्यू करके पिलखी अस्पताल पहुंचाया गया.
राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के संबंध में आज देर रात्रि सचिव आपदा प्रबंधन से फोन पर वार्ता कर अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों एवं राहत व बचाव कार्यों की जानकारी प्राप्त की।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 31, 2024
पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुरूप जिला प्रशासन,NDRF एवं SDRF की टीमों को अलर्ट पर… pic.twitter.com/VtKXuinbUr
मलबे में दबकर तीन लोगों की मौत: पिलखी अस्पताल के डॉक्टरों ने हालत नाजुक होने पर विपिन को हायर सेंटर रेफर कर दिया. विपिन को रात 2 बजे पिलखी से हायर सेंटर एम्स ऋषिकेश ले जाया जा रहा था. सभी आपातकालीन प्रयास और उपचार देने के बावजूद दुर्भाग्य से विपिन को बचाया नहीं जा सका. विपिन ने डैम टॉप के निकट दम तोड़ दिया. उसकी बॉडी को जिला अस्पताल बौराड़ी में लाया गया है. इस तरह एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई. इसके साथ ही नौताड़ गदेरे में जहां बादल फटने से होटल बहा है, वहां 5-6 गाड़ियों के बहने की भी सूचना प्राप्त हुई है. सर्च आपरेशन जारी है. लोगों को अलर्ट रहने के निर्देश दिये गये हैं.
डीएम और विधायक मौके पर: टिहरी जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और घनसाली विधायक शक्ति लाल शाह मौके पर मौजूद हैं. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य बुधवार रात से ही जारी है. लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 10 साल पूर्व भी यहां पर ऐसी ही घटना घटित हुई थी. इसके स्थाई समाधान किये जाएंगे. लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिये गये हैं. डीएम ने कहा कि ऋषिकेश से ब्रिज मंगाने के दिए निर्देश सम्बंधित विभाग को दे दिये हैं. पुल 5-6 दिनों में बनकर तैयार हो जाएगा. पैदल मार्ग पर त्वरित गति से कार्य गतिमान है जो कि जल्द बनकर तैयार कर लिया जाएगा.
प्रदेश भर में कल रात हुई भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर जन-जीवन प्रभावित होने की सूचना प्राप्त हुई। रेस्क्यू टीमों द्वारा रात भर अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। स्थानीय प्रशासन से लगातार संपर्क में हूँ और प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ़ और एसडीआरएफ़…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 1, 2024
जखन्याली पिपलोगी में कुछ घरों में दरारें आने की शिकायत है. भूगर्भीय सर्वेक्षण टीम को सर्वे करने के दिए निर्देश दे दिये हैं. घबराए हुए लोगों को शिफ्ट करने के निर्देश दिए गए हैं. महिला मिलन केंद्र जखन्याली में प्रभावितों को भोजन, पेयजल, दूध पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं. 08 लोगों को (5 हजार प्रति) तत्काल राहत राशि दी गई है.
प्रभावितों के लिए उच्च प्राथमिक विद्यालय जखन्याली में भोजन व्यवस्था हेतु किचन तैयार कर लिया गया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा प्रभावित क्षेत्र जखन्याली पहुंचे. सीएम ने बचाव एवं राहत कार्यों का निरीक्षण किया. इसके बाद अस्थाई हेलीपैड, बहेड़ा (अर्दगी), टिहरी गढ़वाल से रुद्रप्रयाग के लिए उन्होंने प्रस्थान किया.
हरिद्वार में मकान गिरने से दो की मौत: हरिद्वार में भी बारिश आफत बनकर टूटी. यहां बारिश के कारण मकान गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई. हरिद्वार के जिलाधिकारी धीरज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि बहादराबाद थाना क्षेत्र के भौरी डेरा में मोहब्बत उर्फ काला का मकान है. बारिश के दौरान मकान की छत गिर जाने से घर में मौजूद 11 लोग दब गए. जिनको रेस्क्यू करके घर से बाहर निकाला गया. वहीं छत गिरने से 10 वर्षीय आस मोहम्मद और 8 वर्षीय नगमा की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि 9 लोग घायल हो गए. घायलों को जीडी हॉस्पिटल में पहुंचाया गया है.
मसूरी में हुआ लैंडस्लाइड: मसूरी में बुधवार की देर शाम को मसूरी देहरादून मार्ग कोलू खेत के ऊपर भारी भूस्खलन हो गया. सड़क पर भारी भूस्खलन होने से बड़े-बड़े बोल्डर और मलबा आ गया. मार्ग बंद होने से दोनों और वाहनों का लंबा जाम लग गया, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. बारिश भी लगातार हो रही है जिससे सड़क को खोलने में काफी दिक्कत आई. लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता केके उनियाल ने बताया कि पहाड़ का एक बड़ा टुकड़ा गिर गया.
सीएम धामी ने आपदा प्रबंधन सचिव से की बात: उत्तराखंड में बुधवार दोपहर से ही भारी बारिश का सिलसिला जारी है. भारी बारिश के चलते न सिर्फ प्रदेश की सभी नदी नाले उफान पर हैं, बल्कि सड़कें भी जलमग्न हो गई हैं. प्रदेश में कई जगह से भूस्खलन और घरों में मलबा घुसने के मामले सामने आ चुके हैं. प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार देर रात आपदा प्रबंधन सचिव से फोन पर बातचीत की. साथ ही प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी के साथ ही राहत-बचाव कार्यों का हाल भी जाना.
सीएम ने लोगों से की ये अपील: मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश को लेकर जारी किए गए अलर्ट के बाद ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए थे. केदारनाथ धाम की यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है. आपदा की दृष्टि से राज्य में जो संवेदनशील क्षेत्र हैं, उनकी मॉनिटरिंग खुद सीएम धामी भी कर रहे हैं और अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं.
48 घंटे तक बारिश का रेड अलर्ट: सीएम धामी ने कहा कि मौसम विभाग की ओर से कई जगहों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. उन्होंने प्रदेश की जनता से अपील की है कि बेवजह घरों से बाहर न निकलें. अगर बहुत जरूरी काम है, तभी घर से बाहर निकलें. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के भीतर प्रदेश के सात जिलों में भारी से अत्यंत भारी बारिश की संभावना जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया है. जिसके चलते प्रदेश से कई जिलों में आंगनबाड़ी से लेकर 12वीं तक के स्कूलों मैं छुट्टी घोषित की गई है.
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