गोरखपुरः हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा है कि नागरिकता संसोधन कानून (CAA) का अपने देश में स्वागत होना चाहिए. यह एक ऐसा कानून पास हुआ है, जो लोगों को जोड़ने के लिए है न कि भगाने के लिए. देश की आजादी के बाद तमाम ऐसे लोग भारत में आकर रह रहे हैं, जो आज भी शरणार्थी हैं. ऐसे लोगों को भारत में रहने का इससे अधिकार मिलेगा, यह संबंधों को मजबूत करने वाला अध्यादेश है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जब गृहमंत्री अमित शाह इसका प्रस्ताव संसद में रख रहे थे, तो कुछ लोगों ने इसके विरोध की भी बात कही थी. राज्यपाल शुक्ला ने यह बातें मंगलवार को गोरखपुर में नेहरू युवा केन्द्र के जिला स्तरीय पड़ोस युवा संसद कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करने के बाद मीडिया से बात करते हुई कही.
हिमाचल के राज्यपाल ने आगे कहा कि युवाओं में भी राजनीति में आने की भावना जागृत होनी चाहिए. युवा संसद जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से अपने विचार रखने की स्वतंत्रता मिलती है. उन्होंने कहा कि युवा और युवती ही देश की जरूरत को पूरा कर सकते हैं. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जिस ज्ञान की परिभाषा दिया है, उसके आधार पर हम कह सकते हैं कि गरीब और अन्नदाता, युवा, महिला यह सब मिलकर के ही इस देश को आगे ले जाएंगे. इस देश को जातियों में नहीं बांटा जा सकता है. बल्कि युवा, अन्नदाता और नारी अगर इनका विकास किया जाए तो निश्चित रूप से भारत विकसित होगा. आज इन युवाओं को विकसित भारत की तरफ ले जाने की आवश्यकता है. समझाने की आवश्यकता है, उनका हाथ ना फैले. उनकी मुट्ठी पूरी तौर पर भिची हुई हो, यही आज के युवा को संकल्प दिया जाए तो यह देश 2047 में विकसित भारत की श्रेणी में आकर खड़ा हो जाएगा. देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी.