जयपुर. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में गुरुवार को भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर अजय जड़ेजा का भी सेशन हुआ. उन्होंने क्रिकेट में पुराने और आज के दौर में आए बदलावों पर भी खुलकर बात की. उन्होंने कपिल देव को 'देवों के देव' और पाकिस्तानी क्रिकेटर वसीम अकरम को सबसे घातक तेज गेंदबाज बताया. अजय जड़ेजा ने कहा कि पहले के मुकाबले अब क्रिकेट में काफी अंतर आ गया है. पहले भारतीय क्रिकेट टीम विदेश दौरे पर जाती थी, तो वहां के हालात को लेकर कोई खास स्ट्रेटेजी नहीं बनाई जाती थी. तब केवल अनुभव और अपॉर्चुनिटी के लिए जाते थे. जहां देश के लिए खेलने के साथ ही कपिल देव जैसे खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने का मौका मिले.
कपिल देव जैसा कोई हुआ न आगे होगा: जड़ेजा ने कहा कि क्रिकेट प्रेमियों और आम लोगों के लिए कपिल देव सिर्फ कपिल देव हैं. लेकिन हमारे लिए वे 'देवों के देव' हैं. उनके जैसा खिलाड़ी न कोई था और न होगा. दक्षिण अफ्रीका दौरे का एक किस्सा बताते हुए बोले, जिम्बाब्वे में खेलने के बाद टीम दक्षिण अफ्रीका गई थी. प्रैक्टिस में बॉल कपिल देव के आंख पर लगी और 12 टांके आए. आज के हालात में कोई भी क्रिकेटर मैदान पर इस हालत में नहीं जाता. लेकिन कपिल देव 12 टांके लगे होने के बावजूद मैदान पर उतरे और शानदार प्रदर्शन किया.
पढ़ें: जयपुर में साहित्य के महाकुंभ का आगाज, रघुराम राजन बोले- नौकरी घटी, कृषि में बढ़ोतरी
अकरम जैसी लाइन-लैंथ किसी के पास नहीं: अजय जड़ेजा ने कहा कि इस मंच पर यह कहना मुझे नहीं लगता पॉलिटिकली कितना सही होगा. लेकिन दुनियाभर में सबसे शानदार और घातक गेंदबाज मुझे पाकिस्तान के वसीम अकरम लगते हैं. उन जैसी फास्ट बॉलिंग और रिवर्स स्विंग उस वक्त कोई और नहीं कर पता था. उन जैसा पेस और लाइन लेंथ किसी और के पास नहीं था.
पढ़ें: लेखकों से गुलजार होगी गुलाबी नगरी,जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में 'श्री राम' पर होंगे 4 सेशन
लोग नहीं जानते रणजी ट्रॉफी किसके नाम पर: अजय जड़ेजा ने कहा कि रणजी ट्रॉफी के बारे में यहां मौजूद सब लोग जानते हैं. लेकिन रणजी ट्रॉफी जिसके नाम से शुरू हुई. उन्हें कोई नहीं जानता. इसलिए आज अमृत माथुर ने रणजीत सिंह और क्रिकेट को लेकर एक किताब लिखी है, ताकि आम जनता यह जान सके की रणजी ट्रॉफी क्यों और किसके नाम से शुरू हुई.