जयपुर. 20 जुलाई से पैलेस ऑन व्हील्स के नए सीजन की शुरुआत होने जा रही है. इस शाही रेलगाड़ी के 40 साल के सफर में पहली बार ऐसा होगा कि चलती ट्रेन में शादी भी हो सकेगी. नए सीजन से पहले अब तक ट्रेन में 150 केबिन बुक हो चुके हैं. ट्रेन के ओएंडएम निदेशक प्रदीप बोहरा MoU के बाद इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स में शादी और अन्य रस्में कराई जा सकेंगी. इसके लिए ट्रैवल कंपनी के साथ करार किया गया है. बोहरा ने उम्मीद जताई है कि इस साल के अंत तक कम से कम पांच शादियां इस ट्रेन में हो सकेंगी
इन ऐतिहासिक शहरों का दीदार कराती है शाही रेल : पैलेस ऑन व्हील्स जयपुर, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर और आगरा तक जाती है. इसके बाद शाही रेल का अगला पड़ाव दिल्ली होता है. देश की 5 महंगी रेलगाड़ियों में शुमार शाही रेल का सफर अभूतपूर्व रहता है.
जल्द खर्चा भी होगा तय : पैलेस ऑन व्हील पर एक शादी के लिए कितनी रकम खर्च करनी होगी फिलहाल यह तय नहीं हो सका है. पैलेस ऑन व्हील्स के निदेशक प्रदीप बोहरा ने बताया कि शादी का खर्च दूरी और कोच के हिसाब से तय किया जाएगा. इस दौरान चलती रेलगाड़ी में शादी से जुड़ी रस्में हल्दी, मेंहदी, महिला संगीत और शाही भोज से लेकर फेरे किये जा सकेंगे. फिलहाल करार होने के बाद अब रेवेन्यू शेयरिंग समेत बाकी मुद्दों पर बात होना बाकी है. प्रदीप बोहरा ने बताया कि पैलेस ऑन व्हील्स में शादी के लिए अलग से कोई रकम नहीं ली जाएगी. मसलन कोई शख्स दिल्ली से सवाई माधोपुर या जयपुर तक का ही सफर चाहता है, तो प्रति व्यक्ति के हिसाब से उतना ही खर्च होगा. इस दौरान शादी से जुड़ी व्यवस्थाएं व्यक्तिगत स्तर पर की जाएगी.
रेलगाड़ी को मिलेगा रेवेन्यू : शाही गाड़ी के लगातार घाटे में होने की चर्चाएं भी रही हैं. ऐसे में महंगी रेल में अब तक विदेशियों का आकर्षण मुख्य रूप से रहा है. इसमें आने वाले सैलानियों में 90 फीसदी से ज्यादा विदेशी होते हैं. यही कारण है कि अब देसी पर्यटकों को इससे जोड़ने के लिए शादी की पहल की गई है, ताकि रेलगाड़ी को घाटे से बाहर निकाला जा सके. पैलेस ऑन व्हील्स में औसतन प्रति व्यक्ति एक दिन का खर्चा ₹1 लाख तक आता है.