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हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा: मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक की संपत्ति की जांच करेगी ईडी, अवैध संपत्ति का है शक - Banbhoolpura violence Abdul Malik

Investigation of property of Abdul Malik: बीती 8 फरवरी 2024 को नैनीताल जिले के हल्द्वानी स्थित बनभूलपुरा में सरकारी भूमि पर से अतिक्रमण हटाने के दौरान उपद्रवियों ने हिंसा कर दी थी. उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने को आग लगाकर पुलिसकर्मियों को जलाकर मारने की कोशिश हुई थी. अनेक वाहनों को आग लगाकर नष्ट कर दिया गया था. इस हिंसा में कई लोगों की मौत हुई थी, बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे. पुलिस ने 107 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया था. अब्दुल मलिक को हिंसा का मुख्य आरोपी बनाया गया था. अब अब्दुल मलिक की संपत्ति की जांच ईडी को सौंप दी गई है.

Investigation of property of Abdul Malik
बनभूलपुरा संपत्ति जांच (Photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 28, 2024, 1:49 PM IST

हल्द्वानी: बनभूलपुरा हिंसा का मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक अभी नैनीताल जिला कारागार में बंद है. अब्दुल मलिक की एक बार फिर से मुश्किलें बढ़ने जा रही हैं. राज्य सरकार ने भी मलिक शिकंजा और कसना शुरू कर दिया है. अब्दुल मालिक की संपत्ति की जांच अब ED करेगी. पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रवर्तन निदेशालय भारत सरकार से मलिक के खिलाफ जांच करने की संस्तुति की गई है.

बनभूलपुरा हिंसा के मुख्य आरोपी की संपत्ति की जांच ईडी करेगी: बताया जा रहा है कि अब्दुल मलिक ने (कंपनी बाग) मलिक का बगीचा वाली सरकारी भूमि को अवैध रूप से कब्जा कर लोगों को ₹10 और ₹ ₹100 के स्टांप पेपर पर लाखों और करोड़ों रुपए में बेचकर संपत्ति को अर्जित. सूत्रों के अनुसार जांच पड़ताल में सामने आया कि 2017 के बाद से अब्दुल मलिक ने बड़े पैमाने पर सरकारी भूमि को बेचने का काम किया. जमीन खरीदने वालों के पास इतने पैसे कहां से आए और उन पैसों को अब्दुल मलिक ने कहां ठिकाना लगाया, इसकी पूरी जांच अब ED करेगी.

अब्दुल मलिक द्वारा बेची गई अवैध संपत्ति पर उठ रहे सवाल: यही नहीं जांच पड़ताल में यह भी सामने आया है कि जिन लोगों को जमीन बेची गयी, उनको बिना कागजात के ही बिजली पानी के कनेक्शन दिए गए. जांच के बाद कई अधिकारियों के ऊपर भी अब सवाल खड़े हो रहे हैं, जिन्होंने इस तरह की लापरवाही बरती है.

Investigation of property of Abdul Malik
उत्तराखंड सरकार का प्रेस नोट (Photo Source- District Administration)

बनभूलपुरा हिंसा में 107 लोग गिरफ्तार हुए हैं: बनभूलपुरा स्थित मलिक का बगीचा (कंपनी बाग) में अतिक्रमण हटाने के दौरान हिंसा हुई थी. इस मामले में 107 लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने पूरे मामले में मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक के साथ उसकी पत्नी और बेटे मोईद को गिरफ्तार किया था. मलिक को मुख्य आरोपी माना गया. जांच शुरू हुई तो अब्दुल मलिक की नैनीताल जिले में कई जगह संपत्ति होने की बात सामने आई. उस पर फर्जी संस्थान के संचालन, संस्था में बाहरी पैसों के लेनदेन, झूठे स्टांप पर जमीनों का क्रय-विक्रय, अवैध निर्माण और सरकारी भूमि पर कब्जा करने के आरोप लगे हैं.

उत्तराखंड डीजीपी ने ईडी को भेजा पत्र: इन आरोपों को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने इन सभी मामलों की ईडी जांच कराने को पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार को निर्देश दिए थे. जिस पर पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार द्वारा प्रवर्तन निदेशालय, भारत सरकार को मलिक के खिलाफ जांच करने के लिए संस्तुति देदी गई है. राज्य के अलावा अन्य प्रदेशों में भी उसकी बेनामी संपत्ति होना प्रकाश में आया है. बताया जा रहा कि अब्दुल मलिक की अवैध संपत्ति की अब आगे की जांच ED करेगी. सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने इस खबर की पुष्टि की है.

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बनभूलपुरा हिंसा के मुख्य आरोपी की संपत्ति की जांच ईडी करेगी: बताया जा रहा है कि अब्दुल मलिक ने (कंपनी बाग) मलिक का बगीचा वाली सरकारी भूमि को अवैध रूप से कब्जा कर लोगों को ₹10 और ₹ ₹100 के स्टांप पेपर पर लाखों और करोड़ों रुपए में बेचकर संपत्ति को अर्जित. सूत्रों के अनुसार जांच पड़ताल में सामने आया कि 2017 के बाद से अब्दुल मलिक ने बड़े पैमाने पर सरकारी भूमि को बेचने का काम किया. जमीन खरीदने वालों के पास इतने पैसे कहां से आए और उन पैसों को अब्दुल मलिक ने कहां ठिकाना लगाया, इसकी पूरी जांच अब ED करेगी.

अब्दुल मलिक द्वारा बेची गई अवैध संपत्ति पर उठ रहे सवाल: यही नहीं जांच पड़ताल में यह भी सामने आया है कि जिन लोगों को जमीन बेची गयी, उनको बिना कागजात के ही बिजली पानी के कनेक्शन दिए गए. जांच के बाद कई अधिकारियों के ऊपर भी अब सवाल खड़े हो रहे हैं, जिन्होंने इस तरह की लापरवाही बरती है.

Investigation of property of Abdul Malik
उत्तराखंड सरकार का प्रेस नोट (Photo Source- District Administration)

बनभूलपुरा हिंसा में 107 लोग गिरफ्तार हुए हैं: बनभूलपुरा स्थित मलिक का बगीचा (कंपनी बाग) में अतिक्रमण हटाने के दौरान हिंसा हुई थी. इस मामले में 107 लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने पूरे मामले में मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक के साथ उसकी पत्नी और बेटे मोईद को गिरफ्तार किया था. मलिक को मुख्य आरोपी माना गया. जांच शुरू हुई तो अब्दुल मलिक की नैनीताल जिले में कई जगह संपत्ति होने की बात सामने आई. उस पर फर्जी संस्थान के संचालन, संस्था में बाहरी पैसों के लेनदेन, झूठे स्टांप पर जमीनों का क्रय-विक्रय, अवैध निर्माण और सरकारी भूमि पर कब्जा करने के आरोप लगे हैं.

उत्तराखंड डीजीपी ने ईडी को भेजा पत्र: इन आरोपों को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने इन सभी मामलों की ईडी जांच कराने को पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार को निर्देश दिए थे. जिस पर पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार द्वारा प्रवर्तन निदेशालय, भारत सरकार को मलिक के खिलाफ जांच करने के लिए संस्तुति देदी गई है. राज्य के अलावा अन्य प्रदेशों में भी उसकी बेनामी संपत्ति होना प्रकाश में आया है. बताया जा रहा कि अब्दुल मलिक की अवैध संपत्ति की अब आगे की जांच ED करेगी. सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने इस खबर की पुष्टि की है.

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