कोटा. पिछले 9 दिन से लापता छात्र रचित के परिवार वालों को उस समय गहरा सदमा लगा, जब उन्हे पता चला कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा. रचित का शव पुलिस ने बरामद कर लिया है. छात्र का शव सोमवार शाम गरडिया महादेव के नजदीक चंबल नदी के किनारे में एक पेड़ पर मिला. शव पूरी तरह से सड़ चुका है. गोताखोर और एसडीआरएफ की टीम ने उसे बाहर निकाला. पुलिस ने छात्र के शव को मोर्चरी में रखवा दिया है.
9 दिन से लापता था छात्र : पुलिस अधीक्षक कोटा शहर संजय गुप्ता का कहना है कि प्रथम दृष्टया छात्र द्वारा आत्महत्या करना सामने आ रहा है. उन्होंने बताया कि आज भी करीब 50 से ज्यादा पुलिस कर्मी और गोताखोर की टीम लापता छात्र की तलाश में जुटे हुए थे. एसडीआरएफ की टीम को उसका शव चंबल नदी के किनारे पर चट्टानों के बीच एक पेड़ पर मिला. शव कई दिन पुराना लग रहा है. गोताखोर टीम को लीड कर रहे विष्णु श्रृंगी और एसडीआरएफ के हेड करण सिंह का कहना है कि शव तक पहुंचने में भी काफी समस्या आई है. यह शव 3:45 पर शाम को नजर आया था. इसके बाद उसे रिकवर किया गया. इसमें ही काफी समय लग गया. शाम 7:30 बजे के आसपास जैसे तैसे घटनास्थल से निकलकर नाव तक ले जाया गया है. जहां से चंबल नदी के रास्ते रात 9 बजे शिवपुरा क्रेशर बस्ती ले जाया गया है. यहां से अस्पताल की मोर्चरी में शव को शिफ्ट किया गया. पुलिस इस मामले में रचित के शव का पोस्टमार्टम करवा कर उसके परिजनों को सौंपेगी. उन्होंने बताया कि जिस जगह रचित का बैग मिला था. उसमें मोबाइल, चप्पल, रस्सी, चाकू व डायरी मिले थे. वहां से 100 मीटर दूरी पर यह है बॉडी रिकवर की गई है. इस जगह पर काफी संख्या में पैंथर और भालू रहते हैं.
कोचिंग जाने के लिए निकला था : मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले का निवासी छात्र रचित सोंधिया बीते 1 साल से कोटा में रह रहा था. रचित जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) की तैयारी करने के लिए कोटा आया था. रचित 11वीं में पढ़ रहा था. रचित 11 फरवरी को अपने हॉस्टल से कोचिंग जाने की बात कह कर गायब हो गया था, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन लागातार उसकी तलाश कर रही थी. उसके पिता जयनारायण भी परिवार समेत 12 फरवरी से लगातार कोटा में थे और उसकी तलाश कर रहे थे. उन्होंने रचित की सूचना देने वाले को इनाम की घोषणा की थी. अपने लाडले की मौत की खबर सुनते ही पूरे परिवार में मातम पसर गया.