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शेख हसीना के भारत आने पर बोलीं कंगना, "पता चल गया क्यों चाहिए हिंदू राष्ट्र और राम राज्य, मुस्लिम देशों में..." - KANGANA RANAUT ON BANGLADESH - KANGANA RANAUT ON BANGLADESH

kangana on bangladesh violence: मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शनों को लेकर कहा कि भारत को हर कदम सोच समझकर उठाना चाहिए. बांग्लादेश हमारा एक मित्र है, लेकिन अब वो भी हमारा मित्र नहीं रहा है. चारों तरफ से अन्तर्राष्ट्रीय ताकतों ने हमें घेर लिया है. इस्लामिक राष्ट्र इस तरह की परिस्थितियों में आ ही जाते हैं.

कंगना रनौत  (फाइल फोटो)
कंगना रनौत (फाइल फोटो) (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 6, 2024, 3:44 PM IST

Updated : Aug 6, 2024, 5:36 PM IST

अभिनेत्री कंगना रनौत (ETV BHARAT)

शिमला: बांग्‍लादेश में विरोध प्रदर्शन थम नहीं रहा है. प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना के ढाका स्थित पीएम निवास पर भी हमला बोल दिया और अंदर जाकर खूब तोड़फोड़ मचाई. हिंसक प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना इस्तीफा देने के बाद भारत आ गई हैं. बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शनों के दौरान 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश के सेनाध्यक्ष वकार उज जमान ने प्रदर्शनकारियों को उनकी मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया है. साथ ही उन्होंने अंतिरम सरकार बनाने की भी बात कही है. वकार उज जमान पर ही बांग्लादेश में तख्ता पलट के आरोप लग रहे हैं. भारत भी इस स्थिति पर नजर रख रहा है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर सभी दलों के नेताओं से बातचीत की है.

'हमें सोच समझकर लेना है निर्णय'

वहीं, बांग्लादेश के हालातों पर बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कहा कि, "जितने भी इस्लामिक रिपब्लिक हैं आगे चलकर उनकी ऐसी हालत हो जाती है. ब्रिटेन में क्रिश्चियन को पकड़-पकड़ कर मारा जा रहा है, जब वहां वो अकेला धर्म बच जाता है तो वो शिया-सुन्नी के रूप में आपस में लड़ते हैं. मुस्लिम देशों में ये होता है इसलिए सनातन का दीया पूरे विश्व में जलना चाहिए, ये हमें सीख मिलती है."

कंगना रनौत ने कहा कि "हमारे आसपास ऐसे लोग हैं जो देश को भटकाने, देश को अन्तरराष्ट्रीय ताकतों को बेचने वाले हैं. कुछ ऐसे लोगों को वोट देते हैं हमें इन सभी से सतर्क रहना है. हमारे आसपास के कुछ लोगों को भटकाया जा रहा है, हमें उन्हें भी रास्ते पर लाना है. हमारे आसपास ऐसे हालात हैं कि इंसान की जान की कोई कीमत नहीं है. अब चारों तरफ से अन्तर्राष्ट्रीय ताकतों ने हमें घेर लिया है. जो हमारे लिए चिंता का विषय है. बांग्लादेश हमारा एक मित्र था, लेकिन अब वो भी हमारा मित्र नहीं रहा है. अब भारत को हर निर्णय सोचकर लेना चाहिए. हमें इस बात पर गर्व होना चाहिए कि हमारे देश में आदिकाल से सनातन का झंडा लहराया जा रहा है. हमारे देश के लोकतंत्र यहां के लोकतंत्र की पूरा विश्व सराहना करता है और ये सब पीएम नरेंद्र मोदी की वजह से हुआ है."

कंगना रनौत का एक्स पोस्ट
कंगना रनौत का एक्स पोस्ट (ETV BHARAT)

'क्यों चाहिए राम राज्य ?'

वहीं, कंगना ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, भारत हमारे आस-पास के सभी इस्लामिक गणराज्यों की मूल मातृभूमि है. हम सम्मानित और खुश हैं कि बांग्लादेश की माननीय प्रधानमंत्री भारत में सुरक्षित महसूस करती हैं, लेकिन भारत में रहने वाले सभी लोग पूछते रहते हैं कि हिंदू राष्ट्र क्यों? राम राज्य क्यों? खैर, यह स्पष्ट है कि क्यों! मुस्लिम देशों में कोई भी सुरक्षित नहीं है, यहां तक कि खुद मुसलमान भी नहीं. अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश और ब्रिटेन में जो कुछ भी हो रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. हम भाग्यशाली हैं कि हम राम राज्य में रह रहे हैं.

क्यों हो रहे बांग्लादेश में प्रदर्शन

दरअसल, साल 1971 में आजादी की लड़ाई लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों यानि मुक्ति वाहिनी सेना के परिवारों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियां आरक्षित की गईं हैं. प्रदर्शनकारी छात्र इस आरक्षण को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं. उनका आरोप है कि इसका फायदा शेख हसीना की पार्टी के लोगों को मिल रहा है. हालांकि बाद में सरकार ने आऱक्षण को वापस भी लिया, लेकिन लड़ाई शेख हसीना के इस्तीफे पर आ चुकी थी और उनके खिलाफ उग्र प्रदर्शन शुरू हो चुके थे.

ये भी पढ़ें: हिमाचल के रामपुर में सर्च ऑपरेशन का छठा दिन, मानसून में अब 55 लैंडस्लाइड, फ्लैश फ्लड और बादल फटने की घटनाएं

अभिनेत्री कंगना रनौत (ETV BHARAT)

शिमला: बांग्‍लादेश में विरोध प्रदर्शन थम नहीं रहा है. प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना के ढाका स्थित पीएम निवास पर भी हमला बोल दिया और अंदर जाकर खूब तोड़फोड़ मचाई. हिंसक प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना इस्तीफा देने के बाद भारत आ गई हैं. बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शनों के दौरान 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश के सेनाध्यक्ष वकार उज जमान ने प्रदर्शनकारियों को उनकी मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया है. साथ ही उन्होंने अंतिरम सरकार बनाने की भी बात कही है. वकार उज जमान पर ही बांग्लादेश में तख्ता पलट के आरोप लग रहे हैं. भारत भी इस स्थिति पर नजर रख रहा है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर सभी दलों के नेताओं से बातचीत की है.

'हमें सोच समझकर लेना है निर्णय'

वहीं, बांग्लादेश के हालातों पर बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कहा कि, "जितने भी इस्लामिक रिपब्लिक हैं आगे चलकर उनकी ऐसी हालत हो जाती है. ब्रिटेन में क्रिश्चियन को पकड़-पकड़ कर मारा जा रहा है, जब वहां वो अकेला धर्म बच जाता है तो वो शिया-सुन्नी के रूप में आपस में लड़ते हैं. मुस्लिम देशों में ये होता है इसलिए सनातन का दीया पूरे विश्व में जलना चाहिए, ये हमें सीख मिलती है."

कंगना रनौत ने कहा कि "हमारे आसपास ऐसे लोग हैं जो देश को भटकाने, देश को अन्तरराष्ट्रीय ताकतों को बेचने वाले हैं. कुछ ऐसे लोगों को वोट देते हैं हमें इन सभी से सतर्क रहना है. हमारे आसपास के कुछ लोगों को भटकाया जा रहा है, हमें उन्हें भी रास्ते पर लाना है. हमारे आसपास ऐसे हालात हैं कि इंसान की जान की कोई कीमत नहीं है. अब चारों तरफ से अन्तर्राष्ट्रीय ताकतों ने हमें घेर लिया है. जो हमारे लिए चिंता का विषय है. बांग्लादेश हमारा एक मित्र था, लेकिन अब वो भी हमारा मित्र नहीं रहा है. अब भारत को हर निर्णय सोचकर लेना चाहिए. हमें इस बात पर गर्व होना चाहिए कि हमारे देश में आदिकाल से सनातन का झंडा लहराया जा रहा है. हमारे देश के लोकतंत्र यहां के लोकतंत्र की पूरा विश्व सराहना करता है और ये सब पीएम नरेंद्र मोदी की वजह से हुआ है."

कंगना रनौत का एक्स पोस्ट
कंगना रनौत का एक्स पोस्ट (ETV BHARAT)

'क्यों चाहिए राम राज्य ?'

वहीं, कंगना ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, भारत हमारे आस-पास के सभी इस्लामिक गणराज्यों की मूल मातृभूमि है. हम सम्मानित और खुश हैं कि बांग्लादेश की माननीय प्रधानमंत्री भारत में सुरक्षित महसूस करती हैं, लेकिन भारत में रहने वाले सभी लोग पूछते रहते हैं कि हिंदू राष्ट्र क्यों? राम राज्य क्यों? खैर, यह स्पष्ट है कि क्यों! मुस्लिम देशों में कोई भी सुरक्षित नहीं है, यहां तक कि खुद मुसलमान भी नहीं. अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश और ब्रिटेन में जो कुछ भी हो रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. हम भाग्यशाली हैं कि हम राम राज्य में रह रहे हैं.

क्यों हो रहे बांग्लादेश में प्रदर्शन

दरअसल, साल 1971 में आजादी की लड़ाई लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों यानि मुक्ति वाहिनी सेना के परिवारों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियां आरक्षित की गईं हैं. प्रदर्शनकारी छात्र इस आरक्षण को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं. उनका आरोप है कि इसका फायदा शेख हसीना की पार्टी के लोगों को मिल रहा है. हालांकि बाद में सरकार ने आऱक्षण को वापस भी लिया, लेकिन लड़ाई शेख हसीना के इस्तीफे पर आ चुकी थी और उनके खिलाफ उग्र प्रदर्शन शुरू हो चुके थे.

ये भी पढ़ें: हिमाचल के रामपुर में सर्च ऑपरेशन का छठा दिन, मानसून में अब 55 लैंडस्लाइड, फ्लैश फ्लड और बादल फटने की घटनाएं

Last Updated : Aug 6, 2024, 5:36 PM IST
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