शिमला: भारतीय जनता पार्टी आज 44 बरस की हो गई है. 6 अप्रैल 1980 को अस्तित्व में आई बीजेपी पिछले 10 साल से केंद्र में सरकार चला रही है और देश के कई राज्यों में पार्टी की सरकार है. लेकिन इस शिखर तक पहुंचने का सफर बीजेपी के लिए भी शून्य से शुरू हुआ था. क्या आप जानते हैं कि बीजेपी की टिकट पर जीतने वाला पहला सांसद कौन था ? पहली बार चुनाव लड़ने पर बीजेपी को कितनी सीटें मिली थीं ?
पहले चुनाव में सिर्फ 2 सांसद, आज 400 पार का नारा
आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी 400 पार यानी 543 में से 400 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर रही है. 2014 लोकसभा चुनाव में 282 और 2019 में 303 सीटें जीतने वाली बीजेपी का कैडर आज देश के हर राज्य में खड़ा हो चुका है. दो बार लगातार केंद्र में सरकार चलाने के बाद पार्टी जीत की हैट्रिक लगाने का दावा कर रही है लेकिन बीजेपी संघर्ष के लंबे दौर के बाद यहां तक पहुंची है.
1980 में बनी भारतीय जनता पार्टी साल 1984 में हुए लोकसभा चुनाव में पहली बार उतरी थी. बीजेपी के कुल 224 चुनाव मैदान में उतरे थे. इनमें से 108 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई थी. अपने पहले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सिर्फ दो सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई थी. उस साल देश में कुल 514 लोकसभा सीटों पर चुनाव हुए थे.
इसके बाद बीजेपी ने राम मंदिर मुद्दे को अपनाया, जिसका असर 5 साल बाद अगले ही चुनाव में नजर आया. 1989 में देशभर की 529 लोकसभा सीटों पर चुनाव हुआ. बीजेपी ने इस बार 225 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, जिनमें से 88 प्रत्याशियों की तो जमानत जब्त हो गई. लेकिन इस बार बीजेपी ने लंबी छलांग लगाते हुए 85 सीटें जीतीं थी. उस साल कांग्रेस और जनता दल के बाद भारतीय जनता पार्टी लोकसभा में तीसरे सबसे बड़े दल के रूप में उभरा था.
सबसे पहले किस राज्य में खिला कमल ?
1989 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने केंद्र में अपना दबदबे को बढ़ाया तो एक साल बाद ही पार्टी ने एक साथ 3 राज्यों में सरकार बना ली. 1990 में हुए विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश, हिमाचल और राजस्थान में पहली बार कमल खिला. भैरो सिंह शेखावत ने 4 मार्च 1990 को राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. जबकि हिमाचल प्रदेश में शांता कुमार और मध्य प्रदेश में सुंदर लाल पटवा 5 मार्च 1990 को मुख्यमंत्री बने. वैसे तो तीनों राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने एक साथ जीत हासिल की थी लेकिन मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के लिहाज से राजस्थान वो पहला राज्य था जहां बीजेपी का कमल खिला और सरकार बनी.
4 दशक में शिखर पर बीजेपी
1989 के लोकसभा और 1990 के विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. 1996 तक आते-आते बीजेपी केंद्र में सरकार बनाने की स्थिति तक पहुंच गई. बीजेपी ने 161 सीटों के साथ पहली बार केंद्र में सरकार बनाई और अटल बिहारी वाजपेयी बीजेपी के पहले प्रधानमंत्री बने लेकिन इस बार वो सिर्फ 13 दिन के पीएम ही बन पाए. 1998 में दोबारा चुनाव हुए और पार्टी 182 सीटें जीतकर फिर से केंद्र की सत्ता तक पहुंची, इस बार अटल बिहारी वाजपेयी 13 महीने की सरकार के प्रधानमंत्री बने.
1999 में भी बीजेपी ने 182 सीटें जीती थी लेकिन इस बार अटल बिहारी वाजपेयी ने 26 दलों के साथ गठबंधन का ऐसा ताना-बाना बुना कि पूरे 5 साल चली उस सरकार की मिसाल आज भी सियासी गलियारों में दी जाती है. 2004 में बीजेपी को हार मिली और सत्ता फिर से कांग्रेस के पास आ गई, 2009 में भी लगातार दूसरी बार यूपीए की सरकार बनी और मनमोहन सिंह लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बने.
साल 2014 लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना पीएम फेस बनाया. जिसका फायदा पार्टी को मिला और पहले 2014 और फिर 2019 में लगातार दो बार केंद्र में बीजेपी की सरकार बनी. दोनों बार सीटों से लेकर वोट बैंक में भी इजाफा हुआ और इस बार पार्टी केंद्र में जीत की हैट्रिक का दावा कर रही है. करीब चार दशक में 2 सीटों से 400 पार के नारे तक पहुंची भारतीय जनता पार्टी आज दुनिया से सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है.
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