ETV Bharat / bharat

पहले चरण में बिहार की 4 लोकसभा सीटों पर घमासान, 3 सीट पर NDA और INDIA के बीच सीधा मुकाबला, एक पर त्रिकोणीय लड़ाई - LOK SABHA ELECTION 2024 - LOK SABHA ELECTION 2024

first phase voting पहले चरण के चुनाव में मतदान होने में कुछ ही घंटे शेष रह गए हैं. प्रत्याशी डोर टू डोर कैंपेन कर रहे हैं. तमाम दिग्गज नेता अपने-अपने प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार कर चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमुई, गया और नवादा में चुनावी सभा की थी. राहुल गांधी ने पहले चरण के दौरान एक भी चुनावी सभा बिहार में नहीं की. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ताबड़तोड़ कई सभा कर चुके हैं. यहां, हम राजनीतिक विश्लेषकों से बातचीत के आधार पर आपको बताने जा रहे हैं कि पहले चरण के चुनाव में किन उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है. पढ़ें, विस्तार से.

पहले चरण
पहले चरण
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 18, 2024, 5:32 PM IST

पटना: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को मतदान होना है. पहले चरण में बिहार की चार लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. ये चार सीट हैं-गया, नवादा, जमुई और औरंगाबाद. चारों सीटों पर कुल 39 उम्मीदवार मैदान में डटे हैं. तीन सीटों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार कर चुके हैं. दो सीटों पर दलित नेता जीतन राम मांझी और चिराग पासवान की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.

ETV GFX
ETV GFX

हॉट सीट है गया लोकसभा सीटः यहां से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मैदान में हैं. वे एनडीए के उम्मीदवार हैं और हम के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. यहां से कुल मिलाकर 15 उम्मीदवार मैदान में हैं. मुख्य मुकाबला जीतन राम मांझी और महागठबंधन के उम्मीदवार पूर्व कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत के बीच है. 2019 में जीतन राम मांझी महागठबंधन के टिकट पर चुनाव लड़े थे. तब एनडीए के जदयू उम्मीदवार विजय मांझी ने उन्हें शिकस्त दी थी. इस बार जीतन राम मांझी एनडीए के उम्मीदवार हैं. जदयू कोटे से इस सीट को लेकर हम को दिया गया है. निर्वतमान सांसद विजय मांझी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं.

नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी. (फाइल फोटो)
नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी. (फाइल फोटो)

पासवान वोट में सेंधमारी का प्लानः लोकसभा चुनाव 2019 की बात करें तो जीतन राम मांझी को 3,14,000 से अधिक वोट हासिल हुए थे. आपको बता दें कि गया लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा है. इनमें से तीन पर महागठबंधन के विधायक हैं. तीन विधानसभा सीट पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का कब्जा है. इस बार लालू प्रसाद यादव ने पासवान जाति के उम्मीदवार कुमार सर्वजीत पर यह सोचकर दांव लगाया है कि वे पासवान वोटों में सेंधमारी कर सकते हैं. राष्ट्रीय जनता दल मुस्लिम यादव और पासवान जाति के वोटों की बदौलत जीत हासिल करना चाहती है. तेजस्वी यादव ने गया कुल आठ सभाएं की हैं.

ETV GFX
ETV GFX

गया में क्या है जातीय समीकरणः खास बात यह है कि गया लोकसभा सीट पर पिछले 25 साल से मांझी जाति का कब्जा है. गया लोकसभा सीट मांझी आबादी के लिए भी जाना जाता है. ढाई लाख से अधिक मांझी वोटर गया लोकसभा क्षेत्र में है. इसके अलावा पासवान, धोबी और पासी की आबादी भी अच्छी खासी है. जातीय समीकरण की बात करें तो सबसे ज्यादा मतदाता यादव जाति के हैं. 15% के करीब यादव मतदाता हैं. वही मांझी मतदाता 14% के करीब हैं. मुस्लिम मतदाता 12.8% हैं. वैश्य मतदाता 13% के करीब हैं. चंद्रवंशी मतदाता 7%, राजपूत 6%, कुम्हार 6%, चौधरी 3%, शर्मा 2%, कुर्मी-कोईरी 8%, ब्राह्मण 6%, जैन, ईसाई सिख आदिवासी व अन्य मतदाता 5% से अधिक हैं.

चुनावी सभा में तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी. (फाइल फोटो)
चुनावी सभा में तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी. (फाइल फोटो)

चिराग पासवान के लिए प्रतिष्ठा का विषय बनाः जमुई सीट से एनडीए के लिए लोजपा आर प्रत्याशी अरुण भारती मैदान में हैं. 2019 में लोजपा आर प्रमुख चिराग पासवान यहां से चुनाव जीते थे. इस बार उन्होंने अपने बहनोई अरुण भारती को उम्मीदवार बनाया है. वे पिछले 7 दिनों से जमुई में कैंप किये हुए हैं. राष्ट्रीय जनता दल ने महिला उम्मीदवार अर्चना रविदास को मैदान में उतारा है. अर्चना रविदास के पति यादव जाति से आते हैं. ऐसे में राजद को उम्मीद है कि यादव और दलित वोटों की बदौलत वो चुनाव जीत सकता है. पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार यहां चुनावी सभा कर चुके हैं.

ETV GFX
ETV GFX

जमुई में जातीय समीकरणः जमुई लोकसभा सीट पर कुल सात उम्मीदवार मैदान में हैं. जमुई लोकसभा सीट पर जातिगत समीकरण की बात कर ले तो जमुई लोकसभा क्षेत्र में तीन लाख से ज्यादा यादव वोटर हैं. ढाई लाख से अधिक मुस्लिम वोटर हैं. दलित-महादलित की आबादी भी ढाई लाख के आसपास है. सवर्ण वोटरों की संख्या तकरीबन 2.5 लाख से ज्यादा है. अगड़ी जाति की आबादी में राजपूत सबसे अधिक हैं, जिनकी आबादी 2 लाख से अधिक बताई जाती है. जमुई के कद्दावर राजपूत नेता अजय सिंह को राष्ट्रीय जनता दल ने अपने खेमे में ले लिया है. अजय सिंह पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के पुत्र और बिहार सरकार के मंत्री सुमित सिंह के भाई हैं.

ETV GFX
ETV GFX

बिहार का चित्तौड़गढ़ है औरंगाबाद लोकसभा सीटः औरंगाबाद लोकसभा सीट से निवर्तमान सांसद और भाजपा नेता सुशील सिंह तीसरी बार भाग्य आजमा रहे हैं. औरंगाबाद सीट पर 1952 के बाद से राजपूत उम्मीदवार चुनाव जीतते आ रहे हैं. इस बार लालू प्रसाद यादव ने औरंगाबाद में प्रयोग किया है. कुशवाहा जाति के नेता अभय कुशवाहा को मैदान में उतारा है. लालू प्रसाद यादव को उम्मीद है कि कुशवाहा जाति में डेंट कर वह औरंगाबाद के चित्तौड़गढ़ के किले को ध्वस्त कर सकते हैं. लालू प्रसाद यादव की नजर 1,90,000 यादव वोटर के अलावा 1,25,000 मुस्लिम और 1,25,000 कुशवाहा जाति के वोटर पर है.

ETV GFX
ETV GFX

औरंगाबाद कांग्रेस खेमे में नाराजगीः औरंगाबाद में ढाई लाख से अधिक आबादी राजपूत वोटरों की है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से सुशील सिंह के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चुनाव प्रचार किया तो अमित शाह ने भी औरंगाबाद में चुनावी सभा की. औरंगाबाद लोकसभा सीट को जीतने के लिए एनडीए नेताओं ने पूरी ताकत झोंक रखी है. नीतीश कुमार ने भी वहां चुनाव प्रचार किया है. वहीं महागठबंधन की एकता की बात करें तो कांग्रेस के नेता नाराज हैं. कांग्रेस इस सीट से चुनाव लड़ना चाहती थी. कांग्रेस के दिग्गज नेता निखिल कुमार को टिकट मिलने की उम्मीद थी, लेकिन राजद ने कांग्रेस से बिना बात किये यहां से अपने उम्मीदवार उतार दिये.

ETV GFX
ETV GFX

नवादा में त्रिकोणीय है मुकाबला: नवादा लोकसभा सीट राष्ट्रीय जनता दल के लिए गले की हड्डी बन गयी है. यहां त्रिकोणीय मुकाबला बताया जा रहा है. राष्ट्रीय जनता दल ने नवादा लोकसभा सीट पर प्रयोग किया है. कुशवाहा जाति के उम्मीदवार श्रवण कुशवाहा को मैदान में उतारा है. श्रवण कुशवाहा को भीतरघात का सामना करना पड़ रहा है. राष्ट्रीय जनता दल के तीन विधायक, दो विधान परिषद और जिला अध्यक्ष ने बगावत कर दी है. निर्दलीय उम्मीदवार विनोद यादव के लिए प्रचार कर रहे हैं. विनोद यादव नवादा के बाहुबली नेता राज बल्लभ यादव के भाई हैं. तेजस्वी यादव भी सिर्फ एक बार नवादा जाने की हिम्मत जुटा पाए हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए के टिकट पर लोजपा नेता चंदन सिंह चुनाव जीते थे. इस बार यह सीट भाजपा के खाते में चली गई.

औरंगाबाद में चुनावी सभा की फाइल फोटो.
औरंगाबाद में चुनावी सभा की फाइल फोटो.

भूमिहार डोमिनेंट क्षेत्र है नवादाः भाजपा ने यहां से राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवादा में चुनावी सभा की है. नवादा लोकसभा सीट पर कुल आठ उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं. नवादा लोकसभा सीट भूमिहार डोमिनेंट माना जाता है. पिछले तीन चुनाव से भूमिहार जाति के उम्मीदवार ही चुनाव जीत रहे हैं. नवादा लोकसभा सीट पर 2019 में लोक जनशक्ति पार्टी उम्मीदवार चंदन सिंह को 4,95,000 वोट मिले थे. चंदन सिंह को लगभग डेढ़ लाख वोटों से जीत हासिल हुई थी. 2009 के लोकसभा चुनाव में गिरिराज सिंह को 3,90,000 वोट हासिल हुए थे. उन्होंने राजबल्लभ प्रसाद को 1,40,000 वोटों से हराया था. गिरिराज सिंह को 52% वोट मिले थे.

ETV GFX
ETV GFX

पहले चरण की चारों सीटों पर कड़ा मुकाबलाः वरिष्ठ पत्रकार कन्हैया भेलारी का मानना है कि पहले चरण की चारों सीटों पर कड़ा मुकाबला है. एनडीए और महागठबंधन के बीच आमने-सामने की लड़ाई है. गया लोकसभा सीट पर लालू प्रसाद यादव ने पासवान जाति के उम्मीदवार कुमार सर्वजीत को मैदान में उतारा है. अगर सर्वजीत पासवान वोट हासिल करने में कामयाब हो जाते हैं तो जीतन राम मांझी के लिए मुश्किल हो सकती है. औरंगाबाद लोकसभा सीट पर भी लालू प्रसाद ने प्रयोग किए हैं और कुशवाहा जाति के उम्मीदवार को मैदान में उतारा है. पिछले चुनाव में सुशील सिंह 64,000 मतों के अंतर से जीते थे. इसलिए वहां लड़ाई कठिन है.

ETV GFX
ETV GFX

नवादा में तेजस्वी यादव की अग्नि परीक्षाः कन्हैया भेलारी जमुई सीट पर भी अरुण भारती और अर्चना रविदास के बीच सीधा मुकाबला है. यहां भी लड़ाई संघर्ष पूर्ण होने वाली है. नवादा सीट पर जहां गुंजन सिंह, विवेक ठाकुर का खेल बिगाड़ सकते हैं वहीं निर्दलीय उम्मीदवार विनोद यादव, श्रवण कुशवाहा का खेल बिगड़ने में लगे हैं. नवादा में तेजस्वी यादव की अग्नि परीक्षा होने वाली है. वरिष्ठ पत्रकार भोलानाथ पहले चरण में एनडीए को बढ़त मानते हैं. भोलानाथ का मानना है कि तीन सीटों पर एनडीए आगे दिख रही है, तो नवादा में त्रिकोणात्मक लड़ाई है. विनोद यादव की मंशा है कि अगर वह नहीं जीते तो कोई बात नहीं है श्रवण कुशवाहा को ही नहीं जीतना चाहिए ताकि नवादा सीट पर यादवों का वर्चस्व कायम रहे.

किसके प्रभाव में है यादव जाति का वोटरः भोलानाथ का मानना है कि नवादा लोकसभा सीट के नतीजे यह भी तय कर देंगे कि यादव जाति के वोटर तेजस्वी के प्रभाव में है. या फिर स्थानीय नेताओं का प्रभाव ज्यादा है. इसके अलावा गया में मुकाबला कड़ा है. अगर कुमार सर्वजीत पासवान वोट ले लेते हैं तो बढ़त बना सकते हैं. लेकिन, प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बाद वहां पर स्थितियां बदली हैं. मांझी का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है. औरंगाबाद और जमुई सीट पर भी लालू प्रसाद ने प्रयोग किए हैं. लेकिन, अभय कुशवाहा मजबूत कैंडिडेट नहीं माने जा रहे हैं. जमुई सीट पर प्रधानमंत्री मोदी, राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ ने सभा की है, इसलिए जमुई सीट पर एनडीए का पलड़ा भारी दिख रहा है.

"नवादा में बालू और गिट्टी की लड़ाई है. श्रवण कुशवाहा जहां बालू के धंधे में है तो राजबल्लभ यादव के भाई विनोद यादव गिट्टी के धंधे में हैं. विनोद यादव की मंशा है कि अगर वह नहीं जीते तो कोई बात नहीं है श्रवण कुशवाहा को नहीं जीतना चाहिए. ताकि नवादा सीट पर यादवों का वर्चस्व कायम रहे."- भोलानाथ, राजनीतिक विश्लेषक

इसे भी पढ़ेंः लोकसभा चुनाव के पहले चरण की 4 सीटों पर रैली करने में तेजस्वी सब पर भारी, 47 जनसभा को किया संबोधित - Election Campaigns In Bihar

इसे भी पढ़ेंः जमुई में चुनाव प्रचार खत्म, 19 को मतदान, अरुण भारती और अर्चना रविदास में सीधी भिड़ंत - JAMUI LOK SABHA SEAT

इसे भी पढ़ेंः 'मांझी को सांसद नहीं बनाओगे, हथवा काहें नहीं उठाते हो' पुराने गिले शिकवे भूल 'दोस्त' के लिए प्रचार में उतरे नीतीश - Lok Sabha Election 2024

इसे भी पढ़ेंः मांझियों का गढ़ रहा है गया, इस बार RJD ने सर्वजीत को मैदान में उतारा, क्या जीतन राम की नैया होगी पार? जानें पूरा समीकरण - GAYA LOK SABHA SEAT

इसे भी पढ़ेंः पहले पिता ने हराया, 33 साल बाद जीतनराम मांझी से लड़ने आया बेटा, रोचक हुई गया लोकसभा सीट की लड़ाई! - Lok Sabha Election 2024

इसे भी पढ़ेंः विनोद यादव के समर्थन में आए तेजस्वी के 2 विधायक, क्या श्रवण कुशवाहा का खेल बिगाड़ेंगे राजवल्लभ? - Lok Sabha Election 2024

इसे भी पढ़ेंः नवादा में जीत का चौका लगा पाएगा NDA? विवेक ठाकुर के सामने श्रवण की कठिन चुनौती, विनोद की एंट्री से रोचक हुआ चुनाव - Nawada LOK SABHA Seat

इसे भी पढ़ेंः औरंगाबाद में चुनाव प्रचार खत्म, BJP और RJD के बीच सीधा मुकाबला, 19 अप्रैल को डाले जाएंगे वोट - AURANGABAD LOK SABHA SEAT

पटना: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को मतदान होना है. पहले चरण में बिहार की चार लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. ये चार सीट हैं-गया, नवादा, जमुई और औरंगाबाद. चारों सीटों पर कुल 39 उम्मीदवार मैदान में डटे हैं. तीन सीटों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार कर चुके हैं. दो सीटों पर दलित नेता जीतन राम मांझी और चिराग पासवान की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.

ETV GFX
ETV GFX

हॉट सीट है गया लोकसभा सीटः यहां से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मैदान में हैं. वे एनडीए के उम्मीदवार हैं और हम के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. यहां से कुल मिलाकर 15 उम्मीदवार मैदान में हैं. मुख्य मुकाबला जीतन राम मांझी और महागठबंधन के उम्मीदवार पूर्व कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत के बीच है. 2019 में जीतन राम मांझी महागठबंधन के टिकट पर चुनाव लड़े थे. तब एनडीए के जदयू उम्मीदवार विजय मांझी ने उन्हें शिकस्त दी थी. इस बार जीतन राम मांझी एनडीए के उम्मीदवार हैं. जदयू कोटे से इस सीट को लेकर हम को दिया गया है. निर्वतमान सांसद विजय मांझी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं.

नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी. (फाइल फोटो)
नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी. (फाइल फोटो)

पासवान वोट में सेंधमारी का प्लानः लोकसभा चुनाव 2019 की बात करें तो जीतन राम मांझी को 3,14,000 से अधिक वोट हासिल हुए थे. आपको बता दें कि गया लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा है. इनमें से तीन पर महागठबंधन के विधायक हैं. तीन विधानसभा सीट पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का कब्जा है. इस बार लालू प्रसाद यादव ने पासवान जाति के उम्मीदवार कुमार सर्वजीत पर यह सोचकर दांव लगाया है कि वे पासवान वोटों में सेंधमारी कर सकते हैं. राष्ट्रीय जनता दल मुस्लिम यादव और पासवान जाति के वोटों की बदौलत जीत हासिल करना चाहती है. तेजस्वी यादव ने गया कुल आठ सभाएं की हैं.

ETV GFX
ETV GFX

गया में क्या है जातीय समीकरणः खास बात यह है कि गया लोकसभा सीट पर पिछले 25 साल से मांझी जाति का कब्जा है. गया लोकसभा सीट मांझी आबादी के लिए भी जाना जाता है. ढाई लाख से अधिक मांझी वोटर गया लोकसभा क्षेत्र में है. इसके अलावा पासवान, धोबी और पासी की आबादी भी अच्छी खासी है. जातीय समीकरण की बात करें तो सबसे ज्यादा मतदाता यादव जाति के हैं. 15% के करीब यादव मतदाता हैं. वही मांझी मतदाता 14% के करीब हैं. मुस्लिम मतदाता 12.8% हैं. वैश्य मतदाता 13% के करीब हैं. चंद्रवंशी मतदाता 7%, राजपूत 6%, कुम्हार 6%, चौधरी 3%, शर्मा 2%, कुर्मी-कोईरी 8%, ब्राह्मण 6%, जैन, ईसाई सिख आदिवासी व अन्य मतदाता 5% से अधिक हैं.

चुनावी सभा में तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी. (फाइल फोटो)
चुनावी सभा में तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी. (फाइल फोटो)

चिराग पासवान के लिए प्रतिष्ठा का विषय बनाः जमुई सीट से एनडीए के लिए लोजपा आर प्रत्याशी अरुण भारती मैदान में हैं. 2019 में लोजपा आर प्रमुख चिराग पासवान यहां से चुनाव जीते थे. इस बार उन्होंने अपने बहनोई अरुण भारती को उम्मीदवार बनाया है. वे पिछले 7 दिनों से जमुई में कैंप किये हुए हैं. राष्ट्रीय जनता दल ने महिला उम्मीदवार अर्चना रविदास को मैदान में उतारा है. अर्चना रविदास के पति यादव जाति से आते हैं. ऐसे में राजद को उम्मीद है कि यादव और दलित वोटों की बदौलत वो चुनाव जीत सकता है. पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार यहां चुनावी सभा कर चुके हैं.

ETV GFX
ETV GFX

जमुई में जातीय समीकरणः जमुई लोकसभा सीट पर कुल सात उम्मीदवार मैदान में हैं. जमुई लोकसभा सीट पर जातिगत समीकरण की बात कर ले तो जमुई लोकसभा क्षेत्र में तीन लाख से ज्यादा यादव वोटर हैं. ढाई लाख से अधिक मुस्लिम वोटर हैं. दलित-महादलित की आबादी भी ढाई लाख के आसपास है. सवर्ण वोटरों की संख्या तकरीबन 2.5 लाख से ज्यादा है. अगड़ी जाति की आबादी में राजपूत सबसे अधिक हैं, जिनकी आबादी 2 लाख से अधिक बताई जाती है. जमुई के कद्दावर राजपूत नेता अजय सिंह को राष्ट्रीय जनता दल ने अपने खेमे में ले लिया है. अजय सिंह पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के पुत्र और बिहार सरकार के मंत्री सुमित सिंह के भाई हैं.

ETV GFX
ETV GFX

बिहार का चित्तौड़गढ़ है औरंगाबाद लोकसभा सीटः औरंगाबाद लोकसभा सीट से निवर्तमान सांसद और भाजपा नेता सुशील सिंह तीसरी बार भाग्य आजमा रहे हैं. औरंगाबाद सीट पर 1952 के बाद से राजपूत उम्मीदवार चुनाव जीतते आ रहे हैं. इस बार लालू प्रसाद यादव ने औरंगाबाद में प्रयोग किया है. कुशवाहा जाति के नेता अभय कुशवाहा को मैदान में उतारा है. लालू प्रसाद यादव को उम्मीद है कि कुशवाहा जाति में डेंट कर वह औरंगाबाद के चित्तौड़गढ़ के किले को ध्वस्त कर सकते हैं. लालू प्रसाद यादव की नजर 1,90,000 यादव वोटर के अलावा 1,25,000 मुस्लिम और 1,25,000 कुशवाहा जाति के वोटर पर है.

ETV GFX
ETV GFX

औरंगाबाद कांग्रेस खेमे में नाराजगीः औरंगाबाद में ढाई लाख से अधिक आबादी राजपूत वोटरों की है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से सुशील सिंह के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चुनाव प्रचार किया तो अमित शाह ने भी औरंगाबाद में चुनावी सभा की. औरंगाबाद लोकसभा सीट को जीतने के लिए एनडीए नेताओं ने पूरी ताकत झोंक रखी है. नीतीश कुमार ने भी वहां चुनाव प्रचार किया है. वहीं महागठबंधन की एकता की बात करें तो कांग्रेस के नेता नाराज हैं. कांग्रेस इस सीट से चुनाव लड़ना चाहती थी. कांग्रेस के दिग्गज नेता निखिल कुमार को टिकट मिलने की उम्मीद थी, लेकिन राजद ने कांग्रेस से बिना बात किये यहां से अपने उम्मीदवार उतार दिये.

ETV GFX
ETV GFX

नवादा में त्रिकोणीय है मुकाबला: नवादा लोकसभा सीट राष्ट्रीय जनता दल के लिए गले की हड्डी बन गयी है. यहां त्रिकोणीय मुकाबला बताया जा रहा है. राष्ट्रीय जनता दल ने नवादा लोकसभा सीट पर प्रयोग किया है. कुशवाहा जाति के उम्मीदवार श्रवण कुशवाहा को मैदान में उतारा है. श्रवण कुशवाहा को भीतरघात का सामना करना पड़ रहा है. राष्ट्रीय जनता दल के तीन विधायक, दो विधान परिषद और जिला अध्यक्ष ने बगावत कर दी है. निर्दलीय उम्मीदवार विनोद यादव के लिए प्रचार कर रहे हैं. विनोद यादव नवादा के बाहुबली नेता राज बल्लभ यादव के भाई हैं. तेजस्वी यादव भी सिर्फ एक बार नवादा जाने की हिम्मत जुटा पाए हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए के टिकट पर लोजपा नेता चंदन सिंह चुनाव जीते थे. इस बार यह सीट भाजपा के खाते में चली गई.

औरंगाबाद में चुनावी सभा की फाइल फोटो.
औरंगाबाद में चुनावी सभा की फाइल फोटो.

भूमिहार डोमिनेंट क्षेत्र है नवादाः भाजपा ने यहां से राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवादा में चुनावी सभा की है. नवादा लोकसभा सीट पर कुल आठ उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं. नवादा लोकसभा सीट भूमिहार डोमिनेंट माना जाता है. पिछले तीन चुनाव से भूमिहार जाति के उम्मीदवार ही चुनाव जीत रहे हैं. नवादा लोकसभा सीट पर 2019 में लोक जनशक्ति पार्टी उम्मीदवार चंदन सिंह को 4,95,000 वोट मिले थे. चंदन सिंह को लगभग डेढ़ लाख वोटों से जीत हासिल हुई थी. 2009 के लोकसभा चुनाव में गिरिराज सिंह को 3,90,000 वोट हासिल हुए थे. उन्होंने राजबल्लभ प्रसाद को 1,40,000 वोटों से हराया था. गिरिराज सिंह को 52% वोट मिले थे.

ETV GFX
ETV GFX

पहले चरण की चारों सीटों पर कड़ा मुकाबलाः वरिष्ठ पत्रकार कन्हैया भेलारी का मानना है कि पहले चरण की चारों सीटों पर कड़ा मुकाबला है. एनडीए और महागठबंधन के बीच आमने-सामने की लड़ाई है. गया लोकसभा सीट पर लालू प्रसाद यादव ने पासवान जाति के उम्मीदवार कुमार सर्वजीत को मैदान में उतारा है. अगर सर्वजीत पासवान वोट हासिल करने में कामयाब हो जाते हैं तो जीतन राम मांझी के लिए मुश्किल हो सकती है. औरंगाबाद लोकसभा सीट पर भी लालू प्रसाद ने प्रयोग किए हैं और कुशवाहा जाति के उम्मीदवार को मैदान में उतारा है. पिछले चुनाव में सुशील सिंह 64,000 मतों के अंतर से जीते थे. इसलिए वहां लड़ाई कठिन है.

ETV GFX
ETV GFX

नवादा में तेजस्वी यादव की अग्नि परीक्षाः कन्हैया भेलारी जमुई सीट पर भी अरुण भारती और अर्चना रविदास के बीच सीधा मुकाबला है. यहां भी लड़ाई संघर्ष पूर्ण होने वाली है. नवादा सीट पर जहां गुंजन सिंह, विवेक ठाकुर का खेल बिगाड़ सकते हैं वहीं निर्दलीय उम्मीदवार विनोद यादव, श्रवण कुशवाहा का खेल बिगड़ने में लगे हैं. नवादा में तेजस्वी यादव की अग्नि परीक्षा होने वाली है. वरिष्ठ पत्रकार भोलानाथ पहले चरण में एनडीए को बढ़त मानते हैं. भोलानाथ का मानना है कि तीन सीटों पर एनडीए आगे दिख रही है, तो नवादा में त्रिकोणात्मक लड़ाई है. विनोद यादव की मंशा है कि अगर वह नहीं जीते तो कोई बात नहीं है श्रवण कुशवाहा को ही नहीं जीतना चाहिए ताकि नवादा सीट पर यादवों का वर्चस्व कायम रहे.

किसके प्रभाव में है यादव जाति का वोटरः भोलानाथ का मानना है कि नवादा लोकसभा सीट के नतीजे यह भी तय कर देंगे कि यादव जाति के वोटर तेजस्वी के प्रभाव में है. या फिर स्थानीय नेताओं का प्रभाव ज्यादा है. इसके अलावा गया में मुकाबला कड़ा है. अगर कुमार सर्वजीत पासवान वोट ले लेते हैं तो बढ़त बना सकते हैं. लेकिन, प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बाद वहां पर स्थितियां बदली हैं. मांझी का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है. औरंगाबाद और जमुई सीट पर भी लालू प्रसाद ने प्रयोग किए हैं. लेकिन, अभय कुशवाहा मजबूत कैंडिडेट नहीं माने जा रहे हैं. जमुई सीट पर प्रधानमंत्री मोदी, राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ ने सभा की है, इसलिए जमुई सीट पर एनडीए का पलड़ा भारी दिख रहा है.

"नवादा में बालू और गिट्टी की लड़ाई है. श्रवण कुशवाहा जहां बालू के धंधे में है तो राजबल्लभ यादव के भाई विनोद यादव गिट्टी के धंधे में हैं. विनोद यादव की मंशा है कि अगर वह नहीं जीते तो कोई बात नहीं है श्रवण कुशवाहा को नहीं जीतना चाहिए. ताकि नवादा सीट पर यादवों का वर्चस्व कायम रहे."- भोलानाथ, राजनीतिक विश्लेषक

इसे भी पढ़ेंः लोकसभा चुनाव के पहले चरण की 4 सीटों पर रैली करने में तेजस्वी सब पर भारी, 47 जनसभा को किया संबोधित - Election Campaigns In Bihar

इसे भी पढ़ेंः जमुई में चुनाव प्रचार खत्म, 19 को मतदान, अरुण भारती और अर्चना रविदास में सीधी भिड़ंत - JAMUI LOK SABHA SEAT

इसे भी पढ़ेंः 'मांझी को सांसद नहीं बनाओगे, हथवा काहें नहीं उठाते हो' पुराने गिले शिकवे भूल 'दोस्त' के लिए प्रचार में उतरे नीतीश - Lok Sabha Election 2024

इसे भी पढ़ेंः मांझियों का गढ़ रहा है गया, इस बार RJD ने सर्वजीत को मैदान में उतारा, क्या जीतन राम की नैया होगी पार? जानें पूरा समीकरण - GAYA LOK SABHA SEAT

इसे भी पढ़ेंः पहले पिता ने हराया, 33 साल बाद जीतनराम मांझी से लड़ने आया बेटा, रोचक हुई गया लोकसभा सीट की लड़ाई! - Lok Sabha Election 2024

इसे भी पढ़ेंः विनोद यादव के समर्थन में आए तेजस्वी के 2 विधायक, क्या श्रवण कुशवाहा का खेल बिगाड़ेंगे राजवल्लभ? - Lok Sabha Election 2024

इसे भी पढ़ेंः नवादा में जीत का चौका लगा पाएगा NDA? विवेक ठाकुर के सामने श्रवण की कठिन चुनौती, विनोद की एंट्री से रोचक हुआ चुनाव - Nawada LOK SABHA Seat

इसे भी पढ़ेंः औरंगाबाद में चुनाव प्रचार खत्म, BJP और RJD के बीच सीधा मुकाबला, 19 अप्रैल को डाले जाएंगे वोट - AURANGABAD LOK SABHA SEAT

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.